सियासी ड्रामा; कांग्रेस विधायक-भाजपा नेता के बीच मंच पर नोकझोंक: प्रियव्रत सिंह ने पूछा-हार्टिकल्चर कॉलेज बनना चाहिए या नहीं; पूर्व विधायक बोले-आप रहोगे, तब तक नहीं बनेगा
राजगढ़ डेस्क :
राजगढ़ के खिलचीपुर में एक कार्यक्रम में विधायक और पूर्व विधायक के बीच नोकझोंक हो गई। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ मंच से ही चुटीली टिप्पणियां कीं। यह सियासी ड्रामा करीब 5 मिनट तक चला और इस पर लोग खूब हंसे।
दरअसल, उच्च शिक्षा एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. मोहन यादव करीब 63 करोड़ रुपए के विकासकार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण करने मंगलवार को खिलचीपुर पहुंचे थे। पूर्व ऊर्जा मंत्री और खिलचीपुर से कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह, पूर्व भाजपा विधायक हजारीलाल दांगी, राजगढ़ के पूर्व विधायक अमर सिंह यादव भी यहां मौजूद थे। मंच से भाजपा नेताओं ने मध्यप्रदेश सरकार की तारीफ की। इसके बाद कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह ने भाषण शुरू किया।
उन्होंने पूछा कि यहां हार्टिकल्चर कॉलेज बनना चाहिए कि नहीं? इसी दौरान पूर्व विधायक हजारीलाल दांगी ने उन पर तंज कसते हुए कहा कि जब तक आप रहोगे, तब तक तो नहीं बनेगा। फिर क्या था, दोनों नेताओं के बीच मंच पर ही नोकझोंक होने लगी।
प्रियव्रत बोले- पावर में कौन है, सरकार से कौन जुड़ा है
प्रियव्रत सिंह ने मंच पर बैठे जीरापुर के भाजपा नेता दिनेश पुरोहित से पूछा कि दिनेश बाबू, हार्टिकल्चर कॉलेज बनना चाहिए या नहीं? इस पर भाजपा नेता हंसने लगे। प्रियव्रत बोले- हंसो। लेकिन मेरा मानना है, बनना चाहिए। खिलचीपुर की जनता की भी मांग है कि यह कॉलेज बनना चाहिए। आज नहीं तो कल, जीरापुर में हार्टिकल्चर कॉलेज बनेगा। मैं यह विश्वास रखता हूं।
इसी बीच पूर्व भाजपा विधायक हजारी लाल दांगी ने कहा- जब तक आप रहोगे, तब तक तो नहीं बनेगा। इसके जवाब में प्रियव्रत सिंह ने कहा- साहब बड़ी जोरदार बात की है। जब 10 साल दिग्विजय सिंह जी की सरकार थी.. तब पावर में कौन था, पूरी खिलचीपुर जानती है। अब 20 साल से शिवराज सिंह की सरकार है। अब पावर में कौन है? सरकार से कौन जुड़ा हुआ है। ये भी खिलचीपुर जानता है।
आपने कांग्रेस में भी गुलाब जामुन खाए और भाजपा में भी
यह सुनते ही हजारी लाल दांगी भी जवाब देने के लिए खड़े हो गए। उसी दौरान कांग्रेस विधायक ने दांगी पर तंज कसते हुए कहा- आपने कांग्रेस में भी गुलाब जामुन खाए और भाजपा में भी आपने गुलाब जामुन खाए। ऐसे रसूखदार नेता के लिए तालियां बजाइए। यह सुनकर दांगी ने कहा- जब कांग्रेस की सरकार थी, तब इन्होंने कहा था.. ये कर दूंगा, वो कर दूंगा और कुछ नहीं किया। जवाब में प्रियव्रत ने कहा- मैं यही सुनना चाहता था।