
आनंदपुर डेस्क : सीताराम वाघेला
आनंदपुर की एक छात्रा ने आनंदपुर ग्राम में सबसे छोटी मां जगदंबा की प्रतिमा बनाई है जो आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
भारती अहिरवार उम्र 13 वर्ष निवासी इंदिरा कॉलोनी आनंदपुर ने बताया कि शारदीय नवदुर्गा उत्सव में झांकी लगाने के लिए 13 इंच लंबी मां जगदंबा की मिट्टी से एक प्रतिम मात्र एक दिन में निर्मित की हैं। और उस मूर्ति को मेरे मामा जी ने जो झांकी सजाई है उसी पंडाल में उस मूर्ति को भी स्थापित कराया। जो पूरे ग्राम के श्रद्धालुओं का आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

भारती ने बताया कि बिना किसी के कहे ही उसे अपने आप पेंटिंग बनाने का मन में ख्याल आया तो बस उसी दिन से पेंटिंग बनाने लगी है वह सभी प्रकार की पेंटिंग चंद्र घंटे में ही तैयार कर देती हैं अभी शारदीय नवदुर्गा महोत्सव के लिए मात्र 13 इंच की मां जगदंबा की एक प्रतिमा मात्र एक दिन में मिट्टी से बनकर तैयार की है।
भारती की बनाई हुई कई पेंटिंग में स्कूल में पेंटिंग प्रतियोगिता में पहले स्थान पर भी आई है। वह सभी प्रकार की पेंटिंगों की फोटो देखकर चंद्र घंटे में ही बहु पेंटिंग बनकर तैयार कर देती है।

भारती का सपना है कि वह पढ़ लिखकर आईएएस ऑफिसर बने और देश व समाज के गरीब व्यक्तियों की हर संभव मदद कर सके जिससे कोई भी पढ़ाई लिखाई में होनहार बच्चा पैसे की तंगी के कारण पीछे ना रह सके।

भारती की माता तुरसा बाई और पिता बबलू अहिरवार ने बताया कि परिवार की स्थिति बहुत ही दयनीय हैं। मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं हमारी भारती पांच बहन भाइयों में दूसरे नंबर की है वह कक्षा 9वीं में शासकीय पीएम श्री स्कूल में पढ़ती है। वह पढ़ने लिखने में बहुत ही होशियार है। और उसी तरह पेंटिंग बनाने में भी काफी लगन हैं उसकी, स्कूल में कई पेंटिंग प्रतियोगिता में वह पहले स्थान पर भी आई हैं। हमारे पास कोई भी सरकारी जमीन भी नहीं है, ना हमारे पास बीपीएल राशन कार्ड है सिर्फ अनाज वाली एकमात्र पर्ची है। पीएम विश्वकर्म योजना के अलावा अभी तक कोई भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला। और तो और पीएम आवास योजना के तहत एक कुटीर भी नहीं मिला हम सभी कच्ची आवास में ही रह रही है और मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण रहे हैं।





