मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कौन बनेगा: शिवराज बोले- राम-राम; वीडी ने कहा- विधायक दल ही तय करेगा सीएम
भोपाल डेस्क :
मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका जवाब अब सोमवार (11 दिसंबर) को मिलेगा। इस दिन भोपाल में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें सीएम का नाम तय होगा। विधायकों से रायशुमारी के लिए नियुक्त तीनों पर्यवेक्षक भी बैठक में मौजूद रहेंगे। केंद्रीय पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ”सोमवार को भाजपा विधायक दल की बैठक रखी गई है। मुझे आशा है कि सभी फैसले सर्वसम्मति से होंगे।”
इससे पहले शनिवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- ‘सभी को राम-राम…।’ वहीं, दोपहर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मीडिया से बात की।
वीडी बोले- हम कैडर बेस ऑर्गनाइजेशन के कार्यकर्ता
मप्र मुख्यमंत्री पद के सवाल पर वीडी शर्मा ने कहा- हम कैडर बेस ऑर्गनाइजेशन के कार्यकर्ता हैं। मुख्यमंत्री कौन होगा, उप मुख्यमंत्री कौन होंगे, होंगे, नहीं होंगे? इसका निर्णय नेतृत्व करेगा। 11 दिसंबर की शाम 4 बजे विधायक दल की मीटिंग होगी। 11 दिसंबर की सुबह तीनों पर्यवेक्षक भोपाल आएंगे। फिर एक सवाल के जवाब में कहा- सीएम विधायक दल ही चुनेगा।
शिवराज की पोस्ट पर कहा- पूरा देश राम-राम कर रहा
मुख्यमंत्री शिवराज की राम-राम वाली पोस्ट पर शर्मा ने कहा- ‘राम-राम करना तो नैचुरल है। हमारी संस्कृति में सबसे पहले हम शुरुआत ही इसी से करते हैं। पूरा देश राम-राम कर रहा है।’ नरोत्तम मिश्रा की हार के सवाल पर शर्मा ने कहा- वे हमारे वरिष्ठ नेता हैं। संगठन उनका मार्गदर्शन लेगा और आगामी समय में हम फिर जीतेंगे। लोकसभा की भी तैयारी चल रही है। हम सभी सीटें जीतेंगे। इस बार हम छिंदवाड़ा भी पीएम मोदी को सौंपेंगे। इस बार विजय का इतिहास बनेगा। हमारा संकल्प है हर बूथ पर मोदी होंगे।
वन टु वन चर्चा कर सकते हैं पर्यवेक्षक
बीजेपी ने मुख्यमंत्री चयन को लेकर शुक्रवार को तीन पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं। इनमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के. लक्ष्मण और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा शामिल हैं। ऐसा माना जा रहा है कि खट्टर और डॉ. के. लक्ष्मण विधायकों से वन टु वन चर्चा कर सकते हैं।
राज्यपाल ने भंग की विधानसभा, नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने शुक्रवार को राज्य की विधानसभा को भंग कर दिया है। इसके साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त घोषित कर दिया गया है। संसदीय कार्य विभाग से जारी अधिसूचना के अनुसार राज्यपाल ने 4 दिसंबर को जारी आदेश में वर्तमान विधानसभा का विघटन कर दिया है। वहीं, विधानसभा सचिवालय से 5 दिसंबर को जारी अधिसूचना में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के विधानसभा चुनाव हारने का परिणाम घोषित होने के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त घोषित कर दिया गया है।