मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं को कौशल विकास के साथ ही लर्न एंड अर्न की तर्ज पर ऑन जॉब ट्रेनिंग की सुविधा के लिए ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री 4 जुलाई को इस योजना में युवा आवेदकों के पंजीयन की प्रक्रिया की शुरुआत करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान भोपाल के रवींद्र भवन में होने वाले कार्यक्रम में युवाओं से संवाद भी करेंगे।
भोपाल जिले में इस योजना के अंतर्गत 800 से अधिक कंपनियों ने अपना पंजीयन कराया है। जिससे 6452 से अधिक पद इस योजना के अंतर्गत रखे गए हैं। प्रदेश के भोपाल जिले में सर्वाधिक वैकेंसी उपलब्ध है। युवाओं को ई-केवायसी कराना होगा। चयनित युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार 8 से 10 हजार की राशि का स्टायपेड दिया जाएगा। इस योजना के के अंतर्गत ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं के खाते में राशि आएंगी। कंपनी और सरकार के द्वारा दी जाने वाली राशि खाते में आए, इसके लिए युवाओं को बैंक खाते को ई-केवायसी अपडेट कराना होगा।
योजना में यह
योजना में युवाओं को उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में कौशल प्रशिक्षण दिलाते हुए स्टाइपेड की व्यवस्था की गई है। युवाओं को नवीनतम तकनीक और प्रक्रिया से व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रथम चरण में एक लाख युवाओं को रोजगारोन्मुखी कौशल में प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य है। आवश्यकतानुसार लक्ष्य को बढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 8 से 10 हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेड प्राप्त होगा। प्रशिक्षण के बाद निर्धारित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर अथवा फॉर्मेटिव एसेसमेंट के बाद मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार बोर्ड द्वारा स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। इसके लिए योजना से कंपनियों और सर्विस सेक्टर को जोड़ा गया है। योजना में देश एवं प्रदेश के ऐसे औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान पात्र होंगे, जिनके पास PAN और GST पंजीयन है।
ये युवा पात्र
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी युवा पात्र हैं। जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई उत्तीर्ण या उससे उच्च है। चयनित युवा छात्र, प्रशिक्षणार्थी कहलाए जाएंगे। प्रत्येक कोर्स के लिए देय स्टाइपेंड का निर्धारण प्रावधानित न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया गया है। इसमें 12वीं या उससे कम कक्षा उत्तीर्ण युवाओं को 8 हजार रुपए प्रतिमाह, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हजार 500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हजार एवं स्नातक उत्तीर्ण अथवा इससे उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले प्रशिक्षणार्थी युवाओं को 10 हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेड दिया जाएगा।