भोपाल
MP में संविदा आयुष डॉक्टरों को तृतीय श्रेणी सोशल वर्कर बनाने की तैयारी, सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी
भोपाल डेस्क
संविदा में आयुष मेडिकल ऑफिसर के द्वितीय श्रेणी के पद पर पदस्थ प्रदेश के 1500 से ज्यादा अधिकारियों को तृतीय श्रेणी के मेडिको सोशल वर्कर का पदनाम दिए जाने की तैयारी है। एनएचएम की ओर से शासन को हाल ही में भेजी गई जानकारी में यह बात सामने आई है। 2018 से आयुष चिकित्सक का पद द्वितीय श्रेणी में रहा है। 2023 के वेतन निर्धारण के फॉर्मेट में इनके समकक्ष नियमित श्रेणी के पद को तृतीय श्रेणी बता दिया है। आयुष मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय अवस्थी का कहना है कि यदि ऐसा हुआ तो हम सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे।
श्रेणी का नुकसान : इससे आयुष मेडिकल ऑफिसरों को वेतन में तो फायदा नहीं होगा, लेकिन वे तृतीय श्रेणी में चले जाएंगे। इनका कहना है कि हम साढ़े 5 साल की डिग्री करके पदस्थ हुए हैं। जबकि, सोशल वर्कर 3 साल की डिग्री करके तैनात होते हैं। अब 10 से 15 साल तक बतौर मेडिकल आयुष ऑफिसर सेवाएं देने के बाद वे द्वितीय से तृतीय श्रेणी में चले जाएंगे।
1500 से ज्यादा संविदा आयुष मेडिकल ऑफिसरों को हो सकता है नुकसान