भोपाल

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर शतायु मतदाताओं को आयोग ने किया सम्मानित, वरिष्ठ मतदाता सम्मान समारोह मध्यप्रदेश का दूसरे प्रदेशों को अनुसरण करना चाहिए

भोपाल डेस्क :

कुल पल तो बैठो बुजुर्गों के पास हर चीज गूगल पर नहीं मिलती। यह बात शनिवार को भोपाल में वरिष्ठ मतदाता सम्मान समारोह में नई दिल्ली से ऑनलाइन शामिल हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग राजीव कुमार ने कही।

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर निर्वाचन सदन मध्यप्रदेश सहित प्रदेश के सभी जिलों में वरिष्ठ मतदाता सम्मान समारोह कार्यक्रम हुआ। 100 साल या इससे अधिक उम्र के वयोवृद्ध मतदाताओं को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने शाल, श्रीफल और मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग से प्राप्त हस्ताक्षर युक्त प्रशस्ति-पत्र भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में नई दिल्ली से मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय भारत निर्वाचन आयोग ऑनलाइन शामिल हुए। उन्होंने

शतायु मतदाताओं सहित बीएलओ से संवाद किया। वयोवृद्ध मतदाताओं ने अब तक के अपने अनुभवों को साझा किया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग ने कार्यक्रम से जुड़े लोगों को संबोधित किया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने शतायु मतदाताओं को प्रणाम किया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि किसी के घर बुजुर्ग हँसते मिलें तो समझना बहुत अमीर घर है। समीक्षा सम्मान करना हमारी संस्कृति है।

मध्यप्रदेश की तरह दूसरे प्रदेश भी करें कार्यक्रम

भारत निर्वाचन आयोग के निर्वाचन आयुक्त पांडेय ने प्रदेश में हुए वरिष्ठ मतदाता सम्मान कार्यक्रम की सराहना की। सीईओ मध्यप्रदेश राजन एवं अधिकारी कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की तरह अन्य प्रदेशों में भी वयोवृद्ध मतदाताओं के सम्मान के कार्यक्रम होना चाहिए। उन्हें बहुत खुशी है कि शतायु वोटरों ने कहा कि मतदान एक पर्व है। हम वोटिंग घर से नहीं बूथ पर करने जाएंगे। युवा मतदाताओं को इनसे प्रेरणा लेना चाहिए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वरिष्ठ मतदाताओं के सम्मान के साथ युवाओं को मतदान के लिए प्रति प्रेरित करना भी है।

एक हजार से ज्यादा अधिकारियों को दी गई थी पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश ने बताया कि वृद्धजनों की पहचान करने ‘सम्मान एप’ बनाया गया है। बीएलओ से जानकारी जुटाकर 4168 वृद्धजन का सम्मान किया गया। ये वे मतदाता है जिन्होंने संभवत: प्रथम आम चुनाव से लेकर अब तक निरंतर मतदान किया है। पर्यवेक्षण के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर एक हजार से ज्यादा अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई। साथ ही हर गाँव में एक सम्मान समिति बनाई गई। इसके माध्यम से घर जाकर वृद्धजनों का सम्मान किया गया। सोशल मीडिया के माध्यम से कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी किया गया।

52 जिलों में हुआ कार्यक्रम, वर्चुअल जुड़े जिला निर्वाचन अधिकारी

शतायु मतदाताओं को सभी 52 जिलों के एनआईसी कक्ष सहित 1911 स्थान पर सम्मानित करने का कार्यक्रम हुआ।

4168 वृद्धजन को किया गया सम्मानित

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर प्रदेश के 4168 शतायु मतदाताओं को घर-घर जाकर शाल, श्रीफल, पुष्प-गुच्छ और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।

हस्ताक्षर युक्त दिए गए प्रशस्ति-पत्र

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार द्वारा प्रदेश के सभी शतायु मतदाताओं को हस्ताक्षर युक्त प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये गए। प्रशस्ति पत्र से निर्वाचन आयोग द्वारा शतायु मतदाताओं को देश में चुनावी प्रक्रिया में निरंतर योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर कहा गया कि आपने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने और भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने के अपने निरंतर उत्साह से देश के युवाओं के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है। आप जैसे जिम्मेदार बुजुर्ग मतदाताओं से ही हमारे देश में सशक्त लोकतंत्र फल-फूल रहा है और देश दुनिया में आगे बढ़ रहा है।

शतायु मतदाताओं से किया संवाद

मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इंदौर, दमोह, जबलपुर, विदिशा और भोपाल जिले के शतायु मतदाताओं से आनलाइन संवाद किया गया। इसके अलावा उन्होंने खंडवा सहित अन्य जिलों के बीएलओ से भी संवाद किया। बीएलओ द्वारा चुनाव के दौरान किए गए नवाचारों के बारे में जानकारी दी गई। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल ने आभार प्रकट किया। इस दौरान संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी केडी त्रिपाठी, उपमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद शुक्ला, उपमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रंजना देवड़ा मौजूद रहीं।

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