बात बेबाक: कुछ नहीं कर सकते थे तो किसी बाबा से अर्जी लगवा लेते..कि रुद्राक्ष लेने कितने लोग आएंगे? धर्म अफीम है…सरकार इसके सस्ते नशे में चूर
इंदौर डेस्क :
धर्म अफीम है और सरकार इसके सस्ते नशे में धुत…। वरना कैसे मुमकिन है कि कई लाख लोग आपकी राजधानी से बमुश्किल 40 किमी दूर के लिए कूच कर जाएं और आपको एहसास ही न हो। कोई तो मजबूरी रही होगी आपकी भी? इस विकराल आयोजन से पहले राजनीति की कुंडली तो आपके सलाहकारों ने भी बांची होगी? इस एक्स्ट्रा लार्ज आयोजन से कितने वोटों का पुण्य मिलेगा, इसका हिसाब भी जरूर लगाया होगा? लेकिन अफसोस इतने लाख लोगों को 10 घंटे तक भूखा-प्यासा गाड़ियों में बंद करने का पाप आपके ही हिस्से आएगा।
प्लानिंग, सुरक्षा, मैनेजमेंट की पढ़ाई करवाने वाले आईआईटी-आईआईएम ही नहीं, जी-20 देशों के हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड भी सुबह से आपको ढूंढने लगेंगे कि आखिर कर कैसे लेते हैं आप इतना बड़ा आयोजन। कहीं आप ये तो नहीं मान बैठे हैं कि धर्म और आस्था से ज्यादा जरूरी जान भी नहीं। अरे मुर्दे क्या वोट डालने जाएंगे? और आपकी स्ट्रैटेजी के सिलेबस में तो शायद पिछले गुनाहों से सबक लेना शामिल तक नहीं? वरना सालभर पहले की ही तो बात है जब इसी जगह, इसी दरबार के कारण हमारी सड़कें जाम से लबालब हुई थीं।
राम का नाम लेकर काम करने वाली आपकी पुलिस और प्रशासन तो मासूम हैं। वो कैसे अंदाजा लगाते कितने लोग आएंगे। बेचारे बाबा को भी क्या पता था उनका परचम इतना बुलंद है कि मप्र की सड़कें कम पड़ जाएंगी। वो तो सोशल मीडिया पर विज्ञापन रूपी प्रवचन देते गए और लोग अभिमंत्रित होकर रुद्राक्ष लेने निकल पड़े। वैसे ही जैसे प्यासा मृग छौना पानी के लिए दौड़ पड़ता है। कुछ नहीं कर सकते थे तो किसी बाबा से यही अर्जी लगवा लेते कि श्री श्री श्री 1008 आप बस ये बता दो कि कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष लेने आखिर कितने लोग आएंगे? क्योंकि धर्म के सस्ते नशे में ज्यादा कुछ नजर कहां आता है।
पार्किंग एक दिन पहले फुल हो गई थीं। ट्रेनों में भेड़ बकरी की तरह भरकर लोग जा रहे थे। आस पड़ोस के राज्यों से गाड़ियां भरकर सीहोर की तरफ दौड़ रही थीं। होटल-धर्मशालाएं ही नहीं, घर भी मेहमानों से भरे पड़े थे, लेकिन आपको नजर ही नहीं आया। व्यवस्थाओं के ब्लंडर की जब भी बात की जाएगी तो ये दिन शायद हमेशा याद किया जाएगा। अपने दो सबसे बड़े और महत्वपूर्ण शहरों के बीच की सांस नली को दोनों हाथों से दबाने के लिए लख-लख बधाई हो।