इंदौर की सिटी बसों का बुरा हाल: छात्राएं बोलीं- ड्राइवर व कंडक्टर का बर्ताव ठीक नहीं, स्टॉप पर भी बस नहीं रोकते हैं
इंदौर डेस्क :
सिटी बसों की सुरक्षा के लिए एआई से निगरानी की तैयारी चल रही है। इसी बीच बुधवार को सिटी बसों में ड्राइवर और कंडक्टर के बर्ताव को लेकर शिकायत सीधे महापौर पुष्यमित्र भार्गव के पास पहुंची। इतना ही नहीं बस रोकने के लिए जो स्टॉप निर्धारित किए गए हैं, वहां भी सिटी बसें नहीं रोकी जा रही हैं।
इस पर गुस्साए महापौर ने तत्काल बस ऑपरेटर को बुलवाया। सीसीटीवी दिखाने के लिए कहा तो पता लगा कि सीसीटीवी बंद हैं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए ड्राइवर और कंडक्टर को तत्काल हटाने के लिए निर्देश एआईसीटीएसएल को दिए। सिटी बसों में बड़ी संख्या में स्कूल व कॉलेज की छात्राएं सफर करती हैं। इसे ध्यान में रखते हुए महापौर ने कहा स्टाफ को चेतावनी दी कि महिला सुरक्षा में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दरअसल सिटी बस ऑफिस से बुधवार दोपहर मीटिंग के बाद महापौर बाहर निकल रहे थे, तभी कुछ छात्राएं डरी-सहमी अपनी पीड़ा बताने पहुंची। वे जिस सिटी बस में सफर करती हैं, उसके कंडक्टर और ड्राइवर के बर्ताव को लेकर लिखित शिकायत की। छात्राओं ने उन्हें यह भी बताया कि मालव कन्या व आसपास के स्टॉप पर ड्राइवर बसें भी नहीं रोकते हैं। एन नंबर की सीरीज वाली बसों के बारे में कहा कि वह तेजी से दौड़ाते हैं। कुछ बसों में तो कंडक्टर बदतमीजी करते हैं। शिकायत करो तो बाद में और ज्यादा परेशान करते हैं।
महिला सुरक्षा पर कोताही बर्दाश्त नहीं
शिकायत के बाद महापौर ने सबसे पहले एआईसीटीएसएल से संदीप त्रिवेदी को तलब किया। उन्होंने बताया कि सिटी बस के ऑपरेशन चलो-बस सर्विस के माध्यम से होते हैं। फिर कंपनी के कर्मचारियों को बुलवाया। वहां से मैनेजर आईं। महापौर बोले कि बसों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उसके फुटेज बुलवाइए। इस पर मैनेजर ने कहा कि उस बस के कैमरे बंद हैं।
कुछ तकनीकी दिक्कत थी। इस पर महापौर ने कहा कि महिला सुरक्षा के प्रति किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिस बस की छात्राएं शिकायत कर रही हैं, उसके ड्राइवर व कंडक्टर को तत्काल प्रभाव से हटाएं। मैनेजर ने उनकी तत्काल सेवाएं समाप्त कर दी।
बसों की निगरानी पर सख्ती कर रहे हैं
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि महिला सेफ्टी को लेकर हम काम कर रहे हैं। छात्राओं की शिकायत पर तुरंत स्टाफ को हटा दिया गया है। बसों में एआई के माध्यम से निगरानी रखेंगे।