राजगढ़

राजगढ़ में नातरा कुप्रथा से फिर गई एक 14 साल की किशोरी की जान: ससुराल वालों ने कहा-बहू को भेजो नहीं तो गांव फूंक देंगे, डर में लगा ली फांसी

राजगढ़ डेस्क :

राजगढ़ जिले की नातरा प्रथा ने एक 14 साल की किशोरी की जान ले ली। बचपन में किया गया रिश्ता मां-बाप को जीवन भर का दर्द दे गया। पिता ने सोचा था 18 साल होने की होने के बाद बेटी की धूम धाम से विदाई करेंगे, लेकिन उससे पहले ही ससुराल वाले बहू को ले जाने का दबाव बनाने लगे। दबाव भी धमकी जैसा। दो दिन पहले फोर व्हीलर में भरकर 15 से 20 लोग आए और रकम लेकर चले गए। जाते जाते बोल गए बेटी नहीं भेजी तो जीने लायक नहीं छोड़ेंगे। धमकी से डरी किशोरी रात भर करवटें बदलती रही और सुबह होते ही फंदे से झुल गई।

बेटी को खो चुके माता-पिता अब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की आस में थाने पहुंचे हैं। थाने के बाहर बैठे माता-पिता मोबाइल में बार-बार अपनी नाबालिग बेटी का फोटो देख फूट-फूट कर रोते नजर आएं। मीडिया बालो ने उनसे बात की तो नातरा कुप्रथा की एक और सच्चाई सामने आई।

पहले जानिए क्या है मामला

राजगढ़ जिले में दुपट्टे के बनाए गए फंदे पर 14 साल की एक नाबालिग गांव से एक किलोमीटर दूर नीम के पेड़ लटकी हुई मिली। लड़की की शादी 3 साल पहले राजस्थान के एक गांव में तय हुई थी। लड़की के माता-पिता का कहना है कि बेटी के ससुराल वाले बहू को ले जाने के लिए न केवल दबाव डाल रहे थे, बल्कि धमकी भी दे रहे थे। इससे डरकर लड़की ने आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलने के बाद कालीपीठ पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, और शव को कब्जे लिया। पुलिस ने राजगढ़ जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।

पिता की जुबानी समझिए पूरा घटनाक्रम

मैं कालीपीठ थाना क्षेत्र के देहरी जागीर गांव का निवासी हूं। यह गांव राजस्थान सीमा से लगा हुआ है। यहां मैं पत्नी और 2 बेटे और 2 बेटियों के साथ रहता हूं। मेरे पास सवा बीघा जमीन है, जिस पर मैं खेती करता हूं। इसके अलावा साल में कुछ महीने राजस्थान के जोधपुर और जैसलमेर में फसल की कटाई करने भी जाता हूं। इससे मेरे परिवार का गुजारा चलता है। चूंकि मैं गरीब हूं, इसलिए मैंने इलाके में प्रचलित परंपरा के हिसाब से बड़ी बेटी का रिश्ता 2 साल की उम्र में ही तय कर दिया था। हालांकि, यह रिश्ता ज्यादा लंबा नहीं चला। कुछ सालों बाद जब लड़के-लड़की बड़े होने लगे तो लड़का कुछ ज्यादा बड़ा दिखने लगा, जिसके चलते सगाई टूट गई। इसके बाद बड़ी बेटी 11 साल की हुई तो मैंने अपने दो परिचित कमल सिंह और बने सिंह के माध्यम से उसका रिश्ता राजस्थान के गोपाल खो गांव में बबलू से कर दिया। शादी के समय बेटी के ससुराल वालों ने चांदी के कड़े,करदोना, नेवरी (आंवला) दिए थे।

लड़की के पिता ने आगे बताया कि शादी के समय हमने कहा था कि लड़की बालिग होने पर ही उसे हम ससुराल में भेजेंगे। उस समय बेटी के ससुराल वाले तैयार हो गए थे। शादी को तीन साल हुए हैं। हमारी लड़की अभी 14 साल की हुई थी। तभी उसके ससुराल वाले उसे ले जाने के लिए दबाव बनाने लगे। जब बेटी को भेजने से मना किया तो उन्होंने मेरे गांव में आग लगाने की धमकी दे दी। वे हमें जान से मारने की धमकी देने लगे। उनके ये तेवर देख हमने मना कर दिया था कि अब बेटी को वहां नहीं भेजेंगे।

14 मई सोमवार दोपहर में 1 बजे मैं बेटी और पत्नी हम सब घर पर चाय पी रहे थे। उसी दौरान बेटी के ससुराल के 20-25 लोग बोलेरो और बाइक से गांव आ धमके। उन्होंने कहा कि हमारी बहू को ससुराल भेजो नहीं तो हम तुम्हारे गांव में आग लगा देंगे, और तुम्हें भी जान से मार देंगे। जाते-जाते शादी के दौरान दी गई चांदी की रकम भी ले गए। अगले ही दिन गुरुवार को लड़के पक्ष से एक कागज भेज दिया गया, जिसमें 24 घंटे में फैसला करने की बात लिखी थी। ससुराल वालों की मिल रही इस धमकी से मेरी बेटी परेशान हो गई। हम सभी डरे हुए थे।

गुरुवार को सुबह 8 बजे बेटी उठी। उसने उसकी मां से कहा कि वह शौच के लिए बाहर जा रही है। जब एक घंटे तक लड़की घर नहीं लौटी तो मैं, मेरी पत्नी और गांव के लोग उसे ढूंढने लगे। पहले आसपास देखा। नहीं मिली तो आगे गए। वहां एक किलोमीटर दूर जंगल में नीम के पेड़ पर बेटी का शव लटका हुआ दिखाई दिया। उसने अपने दुपट्टा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मेरी बेटी की मौत के दोषी उसके ससुराल वाले हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें सजा मिले।

लड़की की मां ने कहा कि ससुराल से कागज आए तो वह रोने लगी। ससुराल वालों की धमकी से वह इतना डर गई कि 24 घंटे बाद ही उसने पेड़ से लटककर जान दे दी। उसे लग रहा था, उसके ससुराल वाले आएंगे और उसके पिता से मारपीट करेंगे। मैंने उसे बहुत समझाया कि बेटी डरने की जरूरत नहीं है। हम सब मिल जुलकर उनका सामना करेंगे।

लड़की के ससुराल वाले परेशान कर रहे थे: थाना प्रभारी

थाना प्रभारी रजनीश सिरोठिया का कहना है कि देहरी जागीर गांव से एक व्यक्ति ने फोन पर सूचना दी थी कि उनकी नाबालिग लड़की ने फांसी लगा ली है। जब हम मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने नीम के पेड़ पर लटका शव नीचे उतार लिया था। इस मामले में SDOP जांच कर रहे हैं। प्रथम दृष्टया पता चला है कि नाबालिग के ससुराल वाले उसे परेशान कर रहे थे। इस मामले में हमें एक पत्र भी मिला है, जिसको जब्त कर जांच की जा रही है।

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