ग्वालियर में जहां से गुजरेंगे सीएम शिवराज वहां बारिश में डलवाया डामर: बाकी शहर में गड्ढे भरने मानसून का बनाया बहाना
ग्वालियर डेस्क :
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सड़कों के गड्ढों के कारण असुविधा का सामना नहीं करना पड़े, इसको लेकर नगर निगम ने एक दिन पहले रोड-शो वाले तय मार्ग के गड्ढों को डामर के मिक्सर से भराना शुरू कर दिया। मंगलवार को तो हद ही हो गई, बारिश का अनुमान था। फिर भी इंदरगंज चौराहे को समतल करने के लिए डामरयुक्त गिट्टी डालने का काम तेज बारिश में शुरू कर दिया। वहीं शहर में खुदी सड़कों को ठीक करने के लिए अफसर मानसून के नियमों को बताकर पेच रिपेयरिंग नहीं कर रहे हैं। नतीजा शहरवासी अभी भी कई जगह गड्ढा युक्त सड़कों से गुजर रहे हैं।
शासन का नियम: मानसून सीजन में 15 सितंबर तक डामर की रोड़ डालने का काम न किया जाए। गड्ढे भी सफेद गिट्टी या मुरम से भरे जाएं। इसी का बहाना निगम के अफसर बना रहे थे। लेकिन 10 सितंबर काे ग्वालियर में सीएम के रोड-शो फाइनल होते ही उक्त मार्ग के गड्ढे भरने का काम शुरू कर दिया। नगर निगम के अधीक्षण यंत्री जेपी पारा के अनुसार पिछले कई दिनों से बारिश थमी हुई थी। इसलिए शहर में सड़कों के गड्ढों को भरने के लिए पेच रिपेयरिंग का काम हो रहा है। यदि बारिश के दौरान कहीं ऐसा किया गया है, तो चेक कराएंगे। जहां गड्ढे रह गए हैं, वहां भी काम कराया जाएगा।
बारिश के दौरान सीएम के रोड शो के लिए किया डामरीकरण
- सीएम के रोड़ शो का प्रस्तावित मार्ग अचलेश्वर मंदिर से इंदरगंज चौराहा, ऊंटपुल होते हुए पाटनकर बाजार, महाराज बाड़ा, सराफा, फालका बाजार, शिंदे की छावनी होकर फूलबाग प्रस्तावित है। निगम के पेच रिपेयर शाखा ने अचलेश्वर मंदिर से ही सड़कों के गड्ढे भरने का काम साेमवार से ही शुरू किया। अचलेश्वर मार्ग के सभी गड्ढे भर दिए गए हैं। इसके बाद ऊंटपुल के प्रांरभ में फिर महाराज बाड़ा पर एंट्री करते वक्त गड्ढों को भरा है। गश्त का ताजिया से राममंदिर और फालका बाजार तक भी सोमवार को गड्ढे भरे गए।।
- मंगलवार को पेच रिपेयरिंग का काम छप्परवाला पुल से शुरू हुआ है। रोड रोलर के साथ मिक्सर प्लांट से लाया गया मटेरियल छप्परवाला पुल से शिंदे की छावनी के गड्ढों में भरा गया।
- इंदरगंज चौराहा- यहां पर सड़क ऊंची-नीची है। सतह को मिलान करने के लिए दोपहर में डंपर में भरकर मटेरियल लाया गया था। इस दौरान दुकानदारों का कहना है कि धूप निकलने तक काम शुरू नहीं करें, लेकिन दोपहर में ठेकेदार ने तेज बारिश में चौराहे की सड़क पर डामर का मिक्सर डालने का काम शुरू कर दिया।
कायाकल्प की सड़कों पर भी मानसून का साया
निगम के अफसरों को जून तक कायाकल्प की डामर वाली सड़कों को बनाना था। पहले चरण में शासन ने 25.23 करोड़ रुपए की राशि निगम को दी थी। इसमें 23 सड़कों का चयन किया गया । इसमें 20.99 किलोमीटर लंबी सड़कों को बनाया जाना है। वहीं दूसरे चरण में शासन ने 11.47 करोड़ रुपए की राशि दी थी। इसमें 18.38 किलोमीटर लंबी सड़कों को बनाया जाना है। इसमें 16 सड़कों को बनाने का तय किया गया था।
इन सड़कों के गड्ढों की नहीं ली सुध
- हुजरात कोतवाली मार्ग: हुजरात रोड़ एक साल से खराब है। यहां सड़क दिखती नहीं है। इस वजह से सड़क को मोटरेवल बनाकर छोड़ दिया गया।
- माधाैगंज राेड: यहां सड़क को खोदकर डाल दिया गया है, लेकिन अभी भी यहां काम शुरू नहीं हुआ।
- रोशनी घर मार्ग: निगम ने बारिश से पहले सड़क की खुदाई कर गिट्टी डाल रखी है। सड़क नहीं बनी।
- बहोड़ापुर से कोटेश्वर मार्ग: यहां की सड़क दोनों तरफ से खराब है। ये स्थिति एक साल से बनी हुई है।
- एसकेवी नया आरओबी: यहां एक निजी अस्पताल के बगल से निकली सर्विस रोड़ में गड्ढे ही गड्ढे हैं। ये रोड़ तानसेन रोड़ रेल क्रासिंग पर निकलती है।
- बारादरी से 7 नंबर चौराहा:यहां जिला अस्पताल है। उक्त मार्ग गड्ढों से भरा पड़ा है। यहां आमजन के अलावा मरीज भी परेशान होते हैं।