ग्वालियर में CM शिवराज ने जीव-जंतुओं से की विपक्ष की तुलना: कहा-बाढ़ आने पर मेंढ़क, सांप, बंदर सब पेड़ पर बैठ जाते हैं, कमलनाथ बोले-आपकी भाषा स्तरहीन
भोपाल डेस्क :
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्षी दलों के नेताओं की तुलना जीव-जंतुओं से की है। उन्होंने कहा कि बाढ़ आने पर अपनी जान बचाने के लिए कई जीव-जंतु पेड़ पर चढ़कर बैठ जाते हैं। सीएम ने बिहार में विपक्षी दलों की बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि वहां विपक्षी एकता नहीं, बल्कि मुख्य मुद्दा राहुल गांधी की शादी रहा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पलटवार में सीएम शिवराज की भाषा को स्तरहीन बताया।
सीएम शिवराज सिंह शनिवार को ग्वालियर पहुंचे थे। वहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा – ‘जब भारी बाढ़ आती है, तो अपनी जान बचाने के लिए कई जीव – जंतु एक पेड़ पर बैठ जाते हैं। एक ही पेड़ पर आप देखेंगे कि मेंढक भी है, सांप भी है, बंदर भी है, क्योंकि नीचे बाढ़ का पानी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन और लोकप्रियता की ऐसी बाढ़ है कि सब एक पेड़ पर चढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। अब काठ की हांडी बार-बार थोड़ी न चढ़ती है। कितनी भी एकता कर लें, कुछ भी नहीं होने वाला। मोदी जी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं।’
मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, ‘पटना में सारे विपक्षी इकट्ठा हुए। वहां भी विपक्षी एकता नहीं, बल्कि मुख्य मुद्दा राहुल गांधी की शादी रहा। बैठक के बाहर लालू यादव जी बता रहे हैं कि तुम्हारी मम्मी बहुत शिकायत कर रही हैं कि तुम शादी नहीं कर रहे हो। तुम शादी कर लो, दूल्हा बन जाओ, बारात में हम आएंगे। बाकी वो दूल्हा कौन है, बारात कौन है? इसका ठिकाना ही नहीं है।’
आपने मर्यादा तार-तार कर दी: कमलनाथ
मुख्यमंत्री के बयान पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि ‘शिवराज जी आज आपने एक बार फिर राजनीति में शब्दों की मर्यादा तार-तार कर दी। आपने विपक्ष को सांप, मेंढक और बंदर कहा। पिछले कई दिन से आप रह-रह कर अपशब्दों और स्तरहीन भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। आपकी यही भाषा और यही भावना जनता में आपके प्रति नफरत पैदा कर रही है।
आप जब हमें सांप कहेंगे तो जनता हमें भगवान शिव का कंठहार समझेगी। जब आप हमें बंदर कहेंगे तो जनता हमें भगवान राम की वह वानर सेना समझेगी जिसने रावण की पाप की लंका ध्वस्त कर दी थी। आप गाली-गलौज करते रहिए, लेकिन हम सत्य और मर्यादा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि आपको सद्बुद्धि और सहिष्णुता दे।
CM बोले- कभी दिग्विजय तो कभी अरुण को पीसते हैं
CM ने कहा, ‘कमलनाथ जी की चक्की इतनी बारीक पीसती है कि उन्होंने अपनी बनी बनाई सरकार ही पीस ली। मैं कमलनाथ को केवल इतना कहना चाहता हूं वे आजकल बौखलाहट में कभी कर्मचारियों को, कभी अधिकारियों को पीसते हैं। कई बार वे कहते हैं कि मेरी चक्की बड़ा बारीक पीसती है। उनकी चक्की ऐसी चली कि उन्होंने उनकी सरकार को ही पीस दिया।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वह (कमलनाथ) दिग्विजय सिंह को पीसते हैं, कभी अरुण यादव को पीसते हैं, कभी अजय सिंह को पीसते हैं। 15 महीने प्रदेश की जनता को ऐसा पीसा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने देखा कि विकास तार – तार है, प्रदेश लुट रहा है, तो फैसला करना पड़ा कि सरकार को छोड़ दो। उनकी चक्की प्रदेश को तबाही के लिए पीसती है। अब वे किसी को बुला लें, कोई फर्क नहीं पड़ता है।’
मेरा राजनीतिक जीवन बिल्कुल साफ: कमलनाथ
भोपाल, रीवा और छिंदवाड़ा समेत अन्य जगहों पर कमलनाथ को लेकर लगे पोस्टर्स पर उन्होंने कहा कि ये कितने भी पोस्टर लगा लें, मेरा राजनीतिक जीवन बिल्कुल साफ है। आज तक किसी ने मुझ पर अंगुली नहीं उठाई। ये मुझसे, कमलानाथ के बारे में कुछ कह नहीं सकते, तो पोस्टर लगाने शुरू कर दिए। मेरे राजनीतिक जीवन में प्रदेश में एक भी व्यक्ति उंगली नहीं उठा सकते।