भोपाल

प्रदेश में बीएड की संबद्धता फीस में भारी बढ़ोतरी: कॉलेज बोले- भार छात्रों पर आएगा

भोपाल डेस्क :

कुलाधिपति (राज्यपाल) की अध्यक्षता में हुई कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय और राज्य शासन के निर्देश के बाद बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी ने सत्र 2023-24 से अंडर ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेस की संबद्धता शुल्क में बढ़ोतरी कर दी है। बीएड और एमबीए जैसे पाठ्यक्रमों के शुल्क में 10 गुना से ज्यादा की वृद्धि हुई है।

ऐसे में एसोसिएशन ऑफ टेक्निकल प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट (एटीपीआई) ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। बढ़ी हुई फीस कॉलेज संचालक भी छात्रों से लेंगे। ऐसे में छात्रों पर आर्थिक भार पड़ेगा। पिछले साल तक बीएड के लिए 60 सीटों पर संबद्धता शुल्क 20 हजार था। जो अब 2 लाख कर दिया है। एमबीए की फीस 50 हजार थी, उसे भी दो लाख रुपए कर दिया गया है। एमबीए में प्रति 60 सीट का 2 लाख रुपए देना होंगे। पहले इसमें सीट संख्या की बाध्यता नहीं थी। पहली बार सीट इंटेक के आधार पर ब्लॉक वाइज फीस तय की गई है। बीयू का कहना है कि संबद्धता फीस 10 साल बाद रिवाइज्ड हुई।

एटीपीआई ने संबद्धता फीस की बढ़ोतरी का विरोध भी शुरू कर दिया

तो 4 लाख देने होंगे

एटीपीआई के पदाधिकारियों ने बताया कि आमतौर पर बीएड कॉलेज में 100 सीटें होती हैं। लेकिन बीयू ने 60 सीटों के हिसाब से इसकी फीस 2 लाख तय की है। 60 से ज्यादा छात्र हुए तो फीस दोगुनी होगी। ऐसे में 100 सीटों के लिए भी काॅलेज को 4 लाख देना होंगे। कॉलेज को 120 छात्रों का संबद्धता शुल्क देना होगा। यानी एक छात्र का संबद्धता शुल्क चार हजार रुपए हो जाएगा।

इनकी परेशानी

बीयू के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. एचएस त्रिपाठी कहते हैं कि छात्रों से ली जाने वाली फीस और संबद्धता फीस को अनुपातिक दृष्टि से देखें तो नगण्य फीस ली जा रही है। बीएड में कॉलेजों के पास 100-100 सीट है। एएफआरसी ने बीएड की न्यूनतम फीस 32 हजार सालाना रखी है। बीएड में एक सत्र में करीब 200 छात्रों से एक कॉलेज को लगभग 64 लाख फीस के रूप में मिलते है। इसमें से विवि सिर्फ 4 लाख ही लेगा।

आर्थिक बोझ बढ़ रहा
यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि शासकीय यूनिवर्सिटी पर लगातार आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। परीक्षा, मूल्यांकन जैसे कार्य महंगे हो रहे हैं। फैकल्टी को वेतन और पेंशन देने में कठिनाई हो रही है। पेंशन के लिए तो हाल ही राज्य शासन ने यूनिवर्सिटी से 10-10 करोड़ और कुछ यूनिवर्सिटी से 5-5 करोड़ रुपए जमा कराए हैं। परीक्षा फीस, ट्यूशन फीस भी सालों से नहीं बढ़ी।

निर्णय की फिर से समीक्षा होनी चाहिए
बीयू ने संबद्धता शुल्क में 10 गुना तक बढ़ोतरी कर दी है। यह अव्यवहारिक है। कहीं न कहीं इसका भार छात्र पर आएगा। इसकी फिर से समीक्षा होना चाहिए।

-केसी जैन, अध्यक्ष, एटीपीआई

कोऑर्डिनेशन कमेटी में निर्णय हुआ
संबद्धता फीस बीयू ने नहीं बढ़ाई है। कोआर्डिनेशन कमेटी में निर्णय हुआ। इसके बाद राज्य शासन के निर्देश मिले। इन निर्देशों का पालन किया जा रहा है।

  1. -प्रो. एसके जैन, कुलपति, बीयू

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