उज्जैन डेस्क :
मनरेगा में मजदूरों से खुदाई का काम कराने के बजाय मशीन का उपयोग करने और मिट्टी को बेचने का मामला सामने आया है। यह वाकया इंदौर रोड स्थित ग्राम पंचायत निनौरा का है। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कार्रवाई करते हुए सरपंच पूजा गोपाल जायसवाल व सचिव शेर अली पटेल पर 2 करोड़ 19 लाख 63 हजार रुपए जुर्माना किया है, जो कि अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। सचिव को निलंबित भी कर दिया गया है। इस राशि की रिकवरी सरपंच व सचिव से की जाएगी।
राशि जमा नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई होगी। मामले में अपर कलेक्टर ने केस भी दर्ज किया है। जांच में पाया कि मशीनों से खुदाई कर मिट्टी को बेचा गया। सरपंच व सचिव ने अपने बचाव में अधिकारियों को सफाई दी थी कि हमने मिट्टी को दूसरी जगह पर डलवाया है। अफसरों ने स्थान पर जाकर देखा तो मिट्टी नहीं पाई गई।
जब सरपंच और सचिव की जांच हुई तो यह मिला
- मनरेगा के नाम पर अवैध खनन
- मजदूरों के बजाय मशीनों से खुदाई कराई।
- खुदाई में निकली मिट्टी को भी बेच दिया
- तय गहराई से भी ज्यादा खुदाई की गई।