75 साल का हो गया हमीदिया कॉलेज: आखिर किसके कहने से कैसे 3 दिन में शुरू हो गया था भोपाल शहर का पहला काॅलेज, इस महीने के अंत में होगा भव्य आयोजन
भोपाल डेस्क :
देश की आजादी से करीब एक साल पहले 1946 में जवाहरलाल नेहरू भोपाल आए। इस मौके पर चिकलोद कोठी में भोपाल राज्य प्रजामंडल के सदस्यों के साथ नवाब हमीदुल्ला खां ने दोपहर भोज का आयोजन किया। नेहरू ने नवाब से कहा- आजादी अब दरवाजे पर खड़ी है। देश भर में शिक्षा क्षेत्र में काम करने की जरूरत है। आप भोपाल में कॉलेज खोलिए। हमीदुल्ला खां ने हामी भरी और तीन दिन के भीतर मिंटो हॉल (वर्तमान कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर) में हमीदिया इंटर कॉलेज शुरू हो गया।
इस कॉलेज के पहले बैच के छात्र रहे नगर निगम के पूर्व कमिश्नर देवीशरण ने बताया कि उस समय भोपाल राज्य में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को कहा गया कि वे कॉलेज में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राओं को पढ़ाएं। लगभग 6 महीने तक यह व्यवस्था चली। कॉलेज के पहले बैच में लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने एडमिशन लिया। इनमें छात्राओं की संख्या 10-12 से अधिक नहीं थी। जिन क्लास में छात्र-छात्राएं साथ पढ़ते थे उनमें पर्दा लगा होता था।
1956 में जब भोपाल को राजधानी बनाया गया, तब मिला कॉलेज को नया भवन
जावेद अख्तर के पिता और मां उर्दू पढ़ाते थे
जावेद अख्तर के पिता जाँ निसार अख्तर और माता सफिया अख्तर दोनों यहां उर्दू पढ़ाते थे। देवीशरण ने बताया कि दोनों ने उन्हें उर्दू पढ़ाई है। वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई नेता, अफसर, लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता आदि इस कॉलेज में पढ़े हैं। इनमें से कुछ तो बाद में पाकिस्तान चले गए।

शुरुआत में- दो साल का एफए और चार साल का डिग्री कोर्स
उस समय भोपाल के स्कूल अजमेर बोर्ड से संबद्ध थे। अजमेर बोर्ड से मैट्रिक करने के बाद दो साल का फैलो ऑफ आर्ट्स (एफए) और चार साल का डिग्री का कोर्स होता था। हमीदिया कॉलेज आगरा यूनिवर्सिटी से संबद्ध था। डिग्री आगरा यूनिवर्सिटी की मिलती थी, लेकिन कन्वोकेशन भोपाल में ही हो जाता था। शुरुआत में हमीदिया कॉलेज में साइंस फैकल्टी भी थी। मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय (एमवीएम) दो साल बाद शुरू हुआ।
अब तक- 3 कैंपस में संचालित हो चुका है कॉलेज
हमीदिया कॉलेज अब तक तीन कैंपस में संचालित हो चुका है। मिंटो हॉल में कॉलेज की शुरुआत हुई। 1956 में भोपाल के राजधानी बनने पर कॉलेज को नया भवन मिला, जो वर्तमान पॉलिटेक्निक के सामने है। 2005 में हमीदिया कॉलेज और एमएलबी कॉलेज की अदला -बदली हुई और हमीदिया कॉलेज बुधवारा स्थित वर्तमान परिसर में शिफ्ट हो गया।
इस महीने के अंत में होगा भव्य आयोजन
कॉलेज की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष देवेंद्र रावत ने बताया कि इस महीने के अंत में भव्य अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। तीन दिन के इस कार्यक्रम में तीनों कैंपस में कार्यक्रम होंगे। विशिष्ट योगदान देने वाले पूर्व छात्रों को सम्मानित भी किया जाएगा।