विदिशा

अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन: नियमितीकरण की मांग को लेकर सरकार को दिया आखिरी अल्टीमेटम

विदिशा डेस्क :

स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षक नियमितीकरण को लेकर लामबंद हो गए और इसके लिए व्हाई आर पार की लड़ाई के मूड मैं आ गए हैं आज विदिशा में अतिथि शिक्षकों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर आज आखिरी अल्टीमेटम ज्ञापन सौंपा । अतिथि शिक्षकों ने इस ज्ञापन को आखिरी चेतावनी के रूप में देते हुए 21 फरवरी से भोपाल में धरना प्रदर्शन आंदोलन की चेतावनी दी।

अतिथि शिक्षक के रूप में स्कूलों में लंबे सालों से काम कर रहे अतिथि शिक्षको ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा । जिसमें उन्होंने बताया कि यह ज्ञापन उनका अंतिम ज्ञापन है इसके बाद वे आर-पार की लड़ाई करेंगे जल्दी ही उन्हें नियमित नहीं किया गया तो वे भोपाल में 21 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल धरना प्रदर्शन करेंगे उन्होंने बताया कि अच्छा परिणाम देने के बाद भी 15 सालों से काम करने के बाद भी उन्हें उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा उनके परिवार संकट में है।

अतिथि शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष रश्मि दुबे ने बताया की हम सब अतिथि शिक्षक पिछले 15 सालों से बहुत परेशान हैं हम सरकार से अपनी नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं सरकार हमारी मांगों को लगातार अनदेखा कर रही है हमारा आखिरी अल्टीमेटम यही है कि हमारी मांगों को ध्यान में रखकर नीति बने नहीं तो हम आगे आंदोलन करेंगे। शैलेन्द्र सक्सेना ने बताया की आज हमने अंतिम अल्टीमेटम एक ज्ञापन कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम दिया है , हमारी मांग है कि हम बरसों से संघर्ष करते आ रहे हैं आज तक हमारे नियमितीकरण के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई है हम सब हैरान हैं परेशान हैं हताश निराश है अच्छा परिणाम देने के बाद भी हम दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।

हमारे कई साथियों को 4 से 6 महीने से अधिक का समय हो गया है मानदेय नहीं मिला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमारे धरना प्रदर्शन पर आकर खुद कहा था कि टाइगर अभी जिंदा है हम मुख्यमंत्री का टाइगर वाला रूप देखना चाहते हैं ।मुख्यमंत्री हमारे पक्ष में कुछ ठोस नीति बनाएं हम लोगों का भी नियमितीकरण करें । पूरे जिले में 700 से ज्यादा अतिथि शिक्षक विभिन्न वर्ग में कार्यरत है हम सब पूर्ण समर्पण की भावना से अपनी सेवाएं दे रहे हैं इसके बावजूद भी हम परेशान हैं।

News Update 24x7

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!