इंदौर की प्रसिद्ध छ्प्पन दुकान पर G20 देश के विदेशी मेहमानों का डिनर: इंदौरी सेंव चखी
मंत्री भूपेंद्र यादव, सिलावट पहुंचे
इंदौर डेस्क :
इंदौर में रोजगार और श्रम से जुड़ी G-20 समिट के तीसरे और आखिरी दिन विदाई से पहले विदेशी मेहमान शुक्रवार शाम सात बजे छप्पन दुकान पहुंचे। यहां उनके लिए डिनर का आयोजन किया गया था। अलग-अलग देशों से आए प्रतिनिधियों ने यहां इंदौरी जायकों का लुत्फ उठाया। किसी ने इंदौरी सेंव चखी, तो किसी ने पेटिस। यहां शहर की एक बड़ी होटल के जरिए मेहमानों को सिल्वर सर्विस दी गई। जिसमें इंडियन ट्रेडिशनल स्टाइल में बैठकर खाने की व्यवस्था की गई है। नॉनवेज आइटम भी परोसे गए हैं। शुक्रवार शाम को सुरक्षा और प्रोटोकॉल कारणों से आम लोगों की एंट्री प्रतिबंधित रही। 22 जुलाई से सामान्य दिनों की तरह छप्पन आम लोगों के लिए खुला रहेगा।
मेहमानों के स्वागत में 56 दुकान परिसर में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। डिनर में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रतापसिंह, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, मेयर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला व अन्य जनप्रतिनिधि भी पहुंचे। यहां जी-20 के मेहमानों ने मंत्रियों के साथ फोटो सेशन किया। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी और निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह भी आयोजन स्थल पर पहुंचे और व्यवस्था परखी। मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि 56 दुकान का माहौल देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। विदेशी मेहमान आए हैं और 56 के व्यंजनों का लुत्फ उन्होंने लिया है, ये पूरे इंदौर के लिए गौरव की बात है।
सुबह प्रधानमंत्री का संबोधन, वीडियो से दिया संदेश
इससे पहले, आखिर दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने VIDEO संदेश दिया। उन्होंने कहा जी-20 ग्रुप की यह बैठक आर्थिक और सामाजिक प्रभाव के नजरिए से रोजगार के लिए बहुत खास है। हम रोजगार के सेक्टर में बहुत बदलाव कर रहे हैं। यह दौर इस क्षेत्र में क्रांति लाने का है और इसमें टेक्नोलॉजी बहुत महत्वपूर्ण है। मोदी ने कहा कि यह सौभाग्य है कि यह बैठक भारत में हो रही है जो बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी डेवलप कर रहा है। रोजगार के अवसर पैदा किए गए हैं। उन्होंने इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि ‘भारत के ऐतिहासिक और व्यवसायिक शहर इंदौर में आपका स्वागत है। इंदौर गौरवशाली और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है। उम्मीद करता हूं कि आप यहां हर तरह का आनंद लेंगे।’
शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुई ब्रीफिंग
शाम 5.30 बजे से रोजगार और श्रम मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने तीन दिन चली समिट के बारे में जानकारी दी। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि सबसे पहले में इंदौर के लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने बड़े उत्साह के साथ जी 20 की इस मीटिंग का आयोजन किया। शहर में पूरी तरह से अच्छे से स्वागत किया जिसके लिए सभी इंदौर आने वाले प्रतिनिधियों ने हमें धन्यवाद दिया। यादव ने आगे बताया कि जी 20 में सरकार के द्वारा तीन विषय रखे गए थे उस पर पूरी कंसेसीस के साथ एडॉप्शन हुआ। जी 20 में लेबर के तीनों इश्यू को पूरी कंसेसीस के साथ एडॉप्ट किए गए।
मोदी के भाषण की 3 बड़ी बातें :
1. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स पर खास जोर
हम सभी को अपने कार्य बल को उन्नत प्रौद्योगिकीय और प्रक्रियाओं के उपयोग में कुशल बनाने की आवश्यकता है। स्किलिंग, री-स्किलिंग और अप-स्किलिंग भविष्य के कार्य बल के लिए मंत्र हैं। भारत में हमारा ‘स्किल इंडिया मिशन’ इसी वास्तविकता से जुड़ने का एक अभियान है। हमारी ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ के तहत अब तक हमारे साढ़े 12 करोड़ से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और ड्रोन जैसे उद्योग ”फोर प्वाइंट ओ” क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
2. कोविडकाल से उबारने वाले योद्धाओं की तारीफ
कोविड के दौरान भारत में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य और अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए अद्भुत काम ने उनके कौशल और समर्पण को दिखाया। यह हमारी सेवा और करुणा की संस्कृति को भी दर्शाता है। दरअसल, भारत में दुनिया के लिए कुशल कार्य बल के सबसे बड़े प्रदाताओं में से एक बनने की क्षमता है। विश्व स्तर पर मोबाइल कार्य बल भविष्य में एक वास्तविकता बनने जा रहा है इसलिए, अब सही अर्थों में कौशल के विकास और साझाकरण को वैश्वीकृत करने का समय आ गया है। जी-20 को इसमें अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।
3. गिग और प्लेटफॉर्म इकोनॉमी की भूमिका पर जोर
एक और परिवर्तनकारी परिवर्तन गिग और प्लेटफॉर्म अर्थव्यवस्था में श्रमिकों की नई श्रेणियों का विकास है। यह महामारी के दौरान लचीलेपन के स्तंभ के रूप में उभरा। यह लचीली कार्य व्यवस्था को मजबूती प्रदान करता है और आय स्रोतों को भी पूरा करता है। इसमें विशेषकर युवाओं के लिए लाभकारी रोजगार पैदा करने की अपार संभावनाएं हैं। यह महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक परिवर्तनकारी उपकरण भी हो सकता है।
ई पोर्टल पर 28 करोड़ श्रमिकों के रजिस्ट्रेशन
उन्होंने कहा कि हमें नियमित और पर्याप्त काम के अवसर पैदा करने के लिए स्थायी समाधान खोजने की जरूरत है। हमें उन्हें सामाजिक सुरक्षा तक पहुंच बनाने और उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए नए मॉडल की भी आवश्यकता है। भारत में हमने एक ‘ई श्रम पोर्टल’ बनाया है जिसका लाभ इन श्रमिकों के लिए लक्षित हस्तक्षेप के लिए उठाया जा रहा है। सिर्फ एक साल के अंदर ही करीब 28 करोड़ श्रमिकों ने इस पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।
लोगों की सामाजिक सुरक्षा खास एजेंडा
उन्होंने कहा कि लोगों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना 2030 एजेंडा का एक प्रमुख पहलू है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा अपनाई गई वर्तमान रूपरेखा केवल उन लाभों के लिए है जो कुछ संकीर्ण तरीकों से संरचित हैं। अन्य रूपों में प्रदान किए गए कई लाभ इस ढांचे के अंतर्गत शामिल नहीं हैं। हमारे पास सार्वभौमिक सार्वजनिक स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, बीमा और पेंशन कार्यक्रम हैं जिनका हिसाब नहीं दिया जा रहा है।
शाम 5.30 बजे प्रेस ब्रीफिंग शुरू हुई जिसमें तीन दिन में हुए मंथन और चर्चा की जानकारी दी जा रही है।
इंदौर गौरवशाली और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर
केंद्रीय मंत्री यादव ने मध्यप्रदेश के नेताओं को दिया धन्यवाद
इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में 19 से 21 जुलाई तक चली जी-20 समिट में आखिरी दिन शुक्रवार को केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री व जी-20 एलईएम ग्रुप (लेबर एंड एम्प्लाॅयमेंट मिनिस्ट्री ग्रुप) के अध्यक्ष भूपेंद्र यादव भी पहुंचे। उन्होंने चौथी EWG (एम्प्लॉयमेंट वर्किंग ग्रुप) की बैठक में सहयोग के लिए मध्यप्रदेश के नेताओं को धन्यवाद दिया। प्रभावी नीति निर्माण के लिए प्रमुख सुविधा प्रदाताओं के रूप में एम्प्लॉयर एंड एम्प्लॉई एसोसिएशन की तारीफ भी की।
सेशन में एल-20 की ओर से हिरण्मय पांड्या और जी-20 की ओर से भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने संयुक्त वक्तव्य जारी किया। इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (आईओई) के महासचिव रॉबर्टो सुआरेज सैंटोस ने भी सेशन को संबोधित किया।
एल-20 (लेबर 20) समूह एक ऐसा मंच है, जो जी-20 सदस्य देशों के श्रमिक संघों को एक साथ लाता है। इसका उद्देश्य श्रमिकों का समर्थन करने वाली नीतियों और वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहयोग देना है।
समिट में इन मुद्दों को दिया गया अंतिम रूप
- वैश्विक स्तर पर ग्लोबल स्किल गैप को दूर करने की रणनीतियों पर जी-20 की प्राथमिकताएं।
- कार्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी पर जी-20 नीति की प्राथमिकताएं।
- गिग और प्लेटफॉर्म लेबर के लिए एक्शन।
- सामाजिक सुरक्षा के सतत वित्त पोषण के लिए जी-20 नीति के विकल्प।