पहली बार राजधानी के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम की जगह अटल पथ पर होगी 15 अगस्त की परेड
67 साल बाद बदलाव
भोपाल डेस्क :
भोपाल में 67 साल पहले लाल परेड ग्राउंड पर हुई स्वतंत्रता दिवस की परेड का फॉर्मेट और जगह बदलने जा रही है। यह पहली बार होगा, जब 15 अगस्त पर परेड का आयोजन मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पर नहीं होगा। इस बार अटल पथ (बुलेवर्ड स्ट्रीट) पर परेड की तैयारी की जा रही है। इसका फॉर्मेट दिल्ली के राजपथ की परेड जैसा होगा।
शुक्रवार को अफसरों ने अटल पथ पर जाकर परेड की प्लानिंग की। तय हुआ कि बुलेवर्ड स्ट्रीट के किनारे खाली पड़ी जगह पर बड़ा मंच बनाया जाएगा। 45 मीटर चौड़ी और 1.6 किमी लंबी सड़क के फुटपाथ पर दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। परेड में शामिल प्लाटून एक तरफ से आकर सलामी देते हुए आगे बढ़ जाएंगी।
पहली परेड- मध्यप्रदेश के पहले गवर्नर ने ली सलामी
लाल परेड ग्राउंड पर परेड की यह तस्वीर 1 नवंबर 1956 की है। इस दिन अविभाजित मप्र का गठन हुआ। मप्र के पहले गवर्नर डॉ. पट्टाभी सीतारमैया ने पहले सीएम पं. रविशंकर शुक्ल को शपथ दिलाई। इसके बाद अविभाजित मप्र की पहली परेड आयोजित हुई।
नया फॉर्मेट- तय हुआ कि अब यहीं होगी परेड
एसीएस होम डॉ. राजेश राजौरा, एडीजी एसएएफ साजिद फरीद शापू, कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र समेत कई अफसर अटल पथ पर पहुंचे। अफसरों ने यह तय कर दिया कि परेड तो अब यहीं होनी है।
पहले और अब की परेड में क्या अंतर
तब – परेड में शामिल प्लाटून हाफ पैंट, बूट-पट्टी पहनकर वेरिट कैप पर हैकल (पंख) लगाती थी। कंधों पर थ्री नॉट थ्री राइफल रखी जाती थी।
अब – प्लाटून फुल पैंट, साफा पहनती हैं। वेरिट कैप में मप्र पुलिस का मोनो है। एसएलआर, इंसास जैसे हथियार हैं।