‘दिव्य कला मेला’: 20 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 100 दिव्यांग कारीगर, कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन करेंगे
इंदौर डेस्क :
इंदौर में 6 दिवसीय दिव्य कला मेला आयोजित किया जा रहा है। इसका आयोजन 17 से 23 जून तक ग्रामीण जंजीर वाला चौराहा स्थित ग्रामीण हाट बाजार में किया जाएगा। इसमें दिव्यांग उद्यमियों/कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित किया जाएगा। यह मेला दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
इस मेले में जम्मू और कश्मीर, उत्तर पूर्वी राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से कला कौशल के धुरंधर अपने शानदार और आकर्षक उत्पाद, जैसे हस्त शिल्प, हथकरघा, कढ़ाई के काम और पैकेज्ड फूड आदि का प्रदर्शन करेंगे जो बिक्री के लिए भी उपलब्ध रहेंगे।
मेले का शुभारंभ केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार द्वारा 17 जून को शाम 5 बजे किया जाएगा। सांसद शंकर लालवानी विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। यह मेला दिव्यांग जन के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अनूठी पहल है।
दिव्य कला मेला दिव्यांगों के उत्पादों और कौशल के विपणन और प्रदर्शन के लिए एक बड़ा मंच है। यह 2022 से शुरू हुई शृंखला का पांचवां मेला है। इससे पहले दिल्ली, मुंबई, भोपाल और गुवाहाटी में इस मेले का आयोजन किया जा चुका है।
मेले में 20 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 100 दिव्यांग कारीगर, कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन करेंगे। इसमें घर की सजावट और जीवन शैली के प्रॉडक्ट्स, कपड़े, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, डिब्बाबंद भोजन और जैविक उत्पाद, खिलौने और उपहार, आभूषण, क्लच बैग आदि श्रेणी के उत्पाद रहेंगे।
यह ‘वोकल फॉर लोकल’ की अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम है जिसमें दिव्यांग शिल्पकारों द्वारा बनाए गए उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री को देशभर में उचित मंच उपलब्ध कराकर प्रोत्साहित किया जाता है। सात दिवसीय दिव्य कला मेला रोज सुबह 10 बजे से रात 10 बजे खुला रहेगा।
इसके अलावा देश के जाने-माने कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मेले में देश के विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध फूड स्टॉल इस मेला का विशिष्ट आकर्षण होंगे।