हारी विधानसभा सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री की बैठक: बैरसिया में दिग्विजय बोले: कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी जाती, नेता लोग भाषण देकर चले जाते हैं
भोपाल डेस्क :
एमपी के विधानसभा चुनाव में आठ-नौ महीने का वक्त बचा है। गुटों में बटी कांग्रेस और कार्यकर्ताओं के बीच आपसी मतभेद दूर करने के लिए कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को फिर एक्टिव होने को कहा है। नाथ के निर्देश पर दिग्गी ने दौरे भी शुरु कर दिए हैं। विधानसभाओं के दौरों की शुरुआत दिग्गी ने लंबे समय से हार रही सीटों से की है। भोपाल लोकसभा क्षेत्र की बैरसिया और गोविन्दपुरा विधानसभा में दिग्गी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक ली। दोनों विधानसभाओं की बैठकों में दिग्गी ने साफ कहा कि यहां संगठन कमजोर है।
कार्यकर्ताओं को दिया माइक, बोले खुलकर कहो अपनी बात
बैरसिया में दिग्विजय सिंह ने भोपाल जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित सेक्टर व मंडलम कार्यकर्ताओं की बैठक ली। बैठक के पहले सत्र में बैरसिया विधानसभा के 4 ब्लॉक, 20 मंडलम व 54 सेक्टर के अध्यक्षों को शामिल किया गया। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बैरसिया विधानसभा के एक-एक मंडलम सेक्टर के अध्यक्षों से उनके बूथ की डिटेल जानकारी मांगी। जिन मंडलम सेक्टर के अध्यक्षों ने उनके क्षेत्रों में अच्छा काम किया उनके नाम लेकर उनके काम की तारीफ की। दिग्गी ने कहा- कई बार ये कहा जाता है कि वर्कर्स की बात नहीं सुनी जाती, नेता लोग भाषण देकर चले जाते हैं। जिसको भी अपनी बात कहनी हो वो माइक पर अपनी बात कह सकता है।
कार्यकर्ताओं के बीच बैठे दिग्गी
पूर्व सीएम ने मंडलम् सेक्टर के अध्यक्षों को सभी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने की हिदायत दी। प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी ने पूरी बैठक में अनुशासन का विशेष ध्यान रखा, सभी मंडलम-सेक्टर के अध्यक्षों को ब्लॉक के हिसाब से बैठाया गया। इस दौरान दिग्विजय सिंह जी मंच पर न बैठकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठे। पूर्व मंत्री व जिला प्रभारी मुकेश नायक ने राम कथा के कुछ प्रसंग सुनाकर उपस्थित जनों को बताया कि भारतीय जनता पार्टी किस तरह से भ्रम फैलाकर सत्ता का खेल रचती है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने द्वितीय सत्र में अपने संबोधन में सभी कार्यकर्ताओं को एकता का पाठ पढ़ाते हुए सभी शिकवे शिकायत को मिटाकर एक जुट होकर पार्टी के लिए काम करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि डरो मत, डटकर जनता के हितों के लिये संघर्ष करो।
गोविन्दपुरा में बोले- यहां संगठन कमजोर है सुधारने की जरूरत
दिग्विजय सिंह ने गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र की सेक्टर व मंडलम कार्यकर्ताओं की बैठक में कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया। बैठक के पहले सत्र में गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के 6 ब्लॉक, 36 मंडलम व 92 सेक्टर के अध्यक्षों को शामिल किया। पूर्व सीएम ने एक-एक मंडलम व सेक्टर के अध्यक्षों का नाम लेकर उनकी उपस्थिति दर्ज की। उसके बाद उन्होंने मंडलम-सेक्टर अध्यक्षों को मंच पर बुलाकर उनकी बात सुनी। कार्यकर्ताओं की पूरी बात सुनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सभी मंडलम-सेक्टर अध्यक्षों के सवालों के जवाब दिए और स्वीकार किया कि गोविंदपुरा क्षेत्र में संगठन कमजोर है जिसे सुधारने की जरूरत है। गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र की बैठक के दूसरे सत्र में मोर्चा संगठनों, विभागों व प्रकोष्ठों के कार्यकर्ताओं की सार्वजनिक बैठक में पूर्व सीएम मंच से नीचे बैठे और कार्यकर्ताओं को मंच पर बुलाकर उनकी बातें सुनी। गोविंदपुरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी करनैल सिंह ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं को संगठित होकर ज़मीन पर उतरने की नसीहत दी। जो कांग्रेसी अपनी बात रखने सामने आए उनमें कुलवंत सिंह पूरी, एसपी पुरी, योगेन्द्र कौशल, आकाश खरे, डॉ वैशाली, अशोक वर्मा, ललित सेन, जाफर अली, राम पाल भौंसले, महेश मालवीय, तौहीद सिद्दीकी व जेपी धनोपिया आदि शामिल थे।
मुकेश नायक बोले-चुनाव एक मनोवैज्ञानिक युद्ध
जिला कांग्रेस भोपाल के संगठन प्रभारी पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने रामचरितमानस के एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि चुनाव एक मनोवैज्ञानिक युद्ध है और चुनाव जीतने के लिए कार्यकर्ताओं को मनोबल की ज़रूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के विचार को मानने वाले गांव-गांव घर-घर तक है बस सबको एक धुरी में लाकर खड़े करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने मंडलम-सेक्टर पर खूब काम किया है बस कार्यकर्ता को चाहिए कि कमलनाथ के निर्देशों का ईमानदारी से पालन करें। पूर्व सीएम ने कहा कि कर्मचारी परेशान हैं, युवा बेरोजगार हैं, महंगाई चरम पर है, किसानों को फसलों के उचित दाम नही मिल रहे हैं लेकिन भाजपा इन मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इधर उधर की बातें करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपनी बात जनता के बीच दृढ़ता से रखनी की ज़रूरत है, जनता के लिए जमीन पर एक जुट होकर लड़ने की ज़रूरत है।