कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी ने तय कर दिया कांग्रेस का ‘घोषणा-पत्र’: कर्मचारी, किसान, महिलाओं और युवाओं से 6 बड़े वादे; महंगाई, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा पर वार
ग्वालियार डेस्क :
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र सेट कर दिया है। शुक्रवार को ग्वालियर में जन आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने एक-एक कर मुद्दे उठाए और कांग्रेस की ओर से वादे किए। उन्होंने तय कर दिया कि कांग्रेस एमपी में किन मुद्दों व वादों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा भी…कि मैं आपके मुद्दों पर बात करने आई हूं। आज जो आपका सबसे बड़ा मुद्दा है, वो मैं जानती हूं- महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार।
जानकार कहते हैं कि प्रियंका ने जिन मुद्दों को उठाया, वो साफ संकेत हैं कि इस बार चुनाव में कांग्रेस किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी। उसके घोषणा पत्र में युवाओं, महिलाओं और किसानों पर फोकस रहेगा।
पिछले कुछ समय से कांग्रेस जिस तरह से साॅफ्ट हिंदुत्व की तरफ बढ़ रही थी, वह राजनीतिक तौर पर उसके लिए मददगार हो सकता है, लेकिन आम जनता से इसका ज्यादा सरोकार नहीं है। यही वजह है कि प्रियंका ने जिन मुद्दों को उठाया वह युवाओं, महिलाओं व किसान की पहली जरूरत है। बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह की अध्यक्षता वाली 19 सदस्यीय कमेटी को दी गई है।
कांग्रेस पर करीब से नजर रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई कहते हैं कि प्रियंका गांधी ने भाषण शुरू करते ही कह दिया कि आज मै यहां आपका ध्यान भटकाने के लिए नहीं, बल्कि आपके मुद्दों पर बात करने आई हूं। इसका संदेश पब्लिक के साथ-साथ प्रदेश के नेताओं के लिए भी था।
किदवई कहते हैं कि यदि आप प्रियंका के पूरे भाषण को गौर से सुनें तो उसमें कांग्रेस के घोषणा पत्र के बिंदु छिपे हैं यानी कांग्रेस इस चुनाव में विरोधी दल खासकर शिवराज सरकार पर व्यक्तिगत हमले की बजाय ‘जनता क्या चाहती है’, उस पर फोकस करेगी।
कांग्रेस के घोषणा-पत्र पर प्रियंका ने इस तरह लगाई मुहर
प्रियंका ने अपने भाषण के दौरान 6 बड़ी बातें कहीं। इसमें से पांच मुद्दों का जिक्र वह जबलपुर की सभा में कर चुकी थीं, लेकिन दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाने की बात भी इसमें जुड़ गई है। ये 6 बड़ी बातें कांग्रेस के घोषणा पत्र का हिस्सा होंगी।
1. महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए
शिवराज सरकार लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं के खाते में हर महीने एक हजार रुपए ट्रांसफर कर रही है। कांग्रेस ने नारी सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपए देने की गारंटी दी है। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यह कह चुके हैं कि बीजेपी सत्ता में आती है तो यह राशि 3 हजार रुपए तक बढ़ाई जाएगी। फिलहाल प्रदेश की 1 करोड़ 24 लाख महिलाओं के खाते में 1 हजार रुपए पहुंच रहे हैं। बता दें कि मप्र में 2 करोड़ 60 लाख से अधिक महिला वोटर्स हैं।
2. 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर
प्रियंका गांधी ने एक बार फिर कहा है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपए में दिया जाएगा, जिसकी कीमत वर्तमान में 1100 रुपए से अधिक है। हालांकि बीजेपी की तरफ से कांग्रेस की इस गारंटी का कोई तोड़ सामने नहीं आया है, बल्कि केंद्र सरकार ने गैस सिलेंडर पर अघोषित तौर पर सब्सीडी खत्म कर दी है।
3. पुरानी पेंशन बहाल करेंगे
मध्यप्रदेश में कर्मचारियों की पेंशन बड़ा मुद्दा है। वर्तमान में केंद्र की नेशनल पेंशन स्कीम राज्य में लागू है, जिसका कई कर्मचारी संगठन विरोध कर चुके हैं। कांग्रेस ने वादा किया है कि मप्र में उनकी सरकार आएगी तो पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाएगा। कांग्रेस ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश में इसे लागू किया है। जबकि राजस्थान व छत्तीसगढ में यह पहले से लागू है। बता दें कि मप्र में 9.50 लाख सरकारी कर्मचारी हैं। 1 जनवरी 2005 के बाद प्रदेश में 3.35 लाख से ज्यादा कर्मचारी सेवा में आ चुके हैं, जो नेशनल पेंशन स्कीम के दायरे में हैं।
4. 100 यूनिट बिजली माफ, 200 पर बिल हॉफ
कांग्रेस के घोषणा पत्र में बिजली बिल में राहत देने का वादा किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ यह ऐलान कर चुके हैं कि 100 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। 200 यूनिट पर बिल आधा किया जाएगा। बता दें कि 2018 में कांग्रेस ने 100 यूनिट बिजली बिल माफ करने का वादा किया था। कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में यह वादा किया था, जिसका उसे लाभ मिला।
5. किसानों की कर्ज माफी
पिछले चुनाव की तरह कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में किसानों की कर्ज माफी के वादे को शामिल कर रही है। प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में इसका जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि 2018 में सत्ता में आते ही कमलनाथ सरकार ने शपथ लेने के साथ ही किसानों की कर्ज माफी का आदेश जारी किया था। हमारी सरकार 15 महीने के कार्यकाल में 27 लाख किसानों का कर्ज माफ कर चुकी थी। दूसरी तरफ बीजेपी ने चुनावी साल में किसानों का ब्याज माफ करने का फैसला किया है।
6. दिव्यागों की पेंशन बढ़ाएंगे
प्रियंका गांधी ने मंच से कमलनाथ से कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो दिव्यागों की पेंशन बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि जब वे रानी लक्ष्मीबाई की समाधि से सभा स्थल पर आ रही थीं, तब कुछ दिव्यांग उनसे मिले थे। उन्होंने अपनी कई समस्याएं बताईं। उन्हें महीने में सिर्फ 500 रुपए पेंशन मिलती है। कांग्रेस अब दिव्यांगों की पेंशन 500 रुपए से बढ़ाकर 1 हजार करने का वादा घोषणा पत्र में करेगी।
नौकरियों की गारंटी देने की तैयारी
मध्यप्रदेश में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 35 लाख पहुंच गई है। कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में नौकरियों की गारंटी देने की तैयारी में है। प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में बेरोजगारी को प्रमुखता से उठाया। दूसरी तरफ शिवराज सरकार ने युवाओं के लिए सीखो-कमाओ योजना को हाल ही में लागू किया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार बेरोजगारों को 2500 रुपए भत्ता दे रही है।
महाकाल लोक और पटवारी भर्ती घोटाले का जिक्र यानी भ्रष्टाचार का मुद्दा
प्रियंका गांधी ने महकाल लोक की मूर्तियों के गिरने का मुद्दा उठाया। साथ ही पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के घोटाले की लंबी लिस्ट है। महाकाल लोक में भगवान की मूर्तियां तक नहीं छोड़ीं। इंसान की नींव की तरह नीयत होती है। देखिए कैसे पटवारी घोटाला हो गया? इसका समाधान क्या है?
उन्होंने आगे कहा कि इन्होंने (बीजेपी) हमारी सरकार गिराकर अपनी जो सरकार बनाई है, उसकी नींव ही गलत थी। पैसों से खरीदी सरकार है। इसकी नीयत और नतीजा क्या है? शुरू से लूट और घोटाले में ध्यान रहा है। ऊपर से 18 साल से सरकार चली आ रही है। 18 साल से जिसके पास सत्ता होती है, उससे अहंकार होता ही होता है। आसपास के अधिकारी और साथी होते हैं, वो भी सच्चाई नहीं बताते हैं।
अग्निवीर भर्ती योजना की बात यानी को बेरोजगारी का मुद्दा
प्रियंका ने पिछले साल सेना में भर्ती के लिए शुरू हुई अग्निवीर योजना को बेरोजगार से जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि ग्वालियर रानी लक्ष्मी बाई का क्षेत्र है, जहां से जवान सरहद में जाकर खड़े होते हैं। अग्निवीर का आज क्या हाल है?
18 साल में नेता सोचने लगते हैं कि सत्ता तो हमेशा ही उनके साथ रहेगी। काम करने की क्या जरूरत है? कोई पूछने वाला तो है नहीं। समय आने पर ध्यान भटका देंगे। जनता महंगाई और बेरोजगारी की बात भूल जाएगी। जनता भूल जाएगी कि किसान खेती नहीं कर पा रहा है। कुछ खरीद नहीं पा रहा है। पेट्रोल-डीजल के दाम इतने बढ़ गए हैं।
…और सिंधिया सिर्फ एक बार जिक्र मतलब कांग्रेस में नजर में महत्वहीन
प्रियंका गांधी ने शिवराज सरकार पर भ्रष्टाचार व अन्य मुद्दों को लेकर जमकर हमले किए, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया पर सीधा हमला नहीं किया है। प्रियंका गांधी ने सिंधिया का नाम लिए बगैर एक बार कहा कि हमारी सरकार का सौदा हुआ था। दूसरी बार कहा कि इस बार ऐसी सरकार बनाइए, जिसे न गिराई जा सके और न खरीदी जा सके।
कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को जिस तरीके से पेश किया जाता है, अब वैसी स्थिति नहीं है। खुद लोकसभा चुनाव हार गए, ग्वालियर में उनकी पार्टी मेयर चुनाव हार गई। ऐसे में उन्हें बड़ा झटका लगा है। ऐसे में कांग्रेस की यह रणनीति हो सकती है कि सिंधिया पर सीधा हमला नहीं किया जाए। यदि ऐसा करते हैं तो उन्हें राजनीतिक तौर पर फायदा मिलेगा।
जबलपुर की सभा में सिंधिया का नाम लिए बिना किया था हमला
प्रियंका ने अपने भाषण में कांग्रेस की चुनावी रणनीति का इशारा कर दिया है। प्रियंका ने जबलपुर की सभा में कहा था कि 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी। जनता ने कांग्रेस के पक्ष में वोट दिया था, लेकिन कुछ लोगों ने अपनी विचारधारा के साथ समझौता कर लिया। वे अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में चले गए और कमलनाथ की सरकार गिर गई। प्रियंका ने कहा कि ऐसे लोगों के चलते ही एमपी में बीजेपी खरीद-फरोख्त की सरकार बनाने में सफल रही।