भोपाल डेस्क :
आज आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पुराने भोपाल शहर में “हर घर तिरंगा” अभियान की शुरूआत करते हुए तिरंगा फहराया। मुख्यमंत्री चौहान ने ऐतिहासिक जुमेराती उप डाकघर भवन परिसर में तिरंगा लहराया। इस मौके पर गायिका सुहासिनी जोशी ने राष्ट्रगीत वंदे-मातरम की प्रस्तुति और पुलिस बैंड ने संगीत दिया। मुख्यमंत्री ने हर घर और हर दुकान पर तिरंगा फहराने का आहवान किया।
विलीनीकरण आंदोलन के सेनानियों को किया याद
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हो गया था। आजादी मिलने के बाद भी देश की कुछ रियासतें भारतीय संघ में शामिल नहीं हुई। उनमें से एक रियासत भोपाल की भी थी। भोपाल की रियासत का भारतीय संघ में विलय एक जून 1949 में हुआ। इसके लिए विलीनीकरण आंदोलन चला। इस आंदोलन के सेनानियों का योगदान अविस्मरणीय है। इसके प्रमुख नायकों में प्रो. अक्षय कुमार जैन, रामचरण राय, शंकरदयाल शर्मा, उद्धवदास मेहता, रतन दास गुप्ता, प्रेमनारायण श्रीवास्तव, बाल कृष्ण गुप्ता, ठाकुर लाल सिंह, शांति देवी, मोहिनी देवी, मथुरा बाबू आदि शामिल थे। दमन की कार्यवाही के बाद भी विलीनीकरण आंदोलन तेज होता गया। उस दौर में 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता सेनानियों ने जुमेराती उप डाकघर पर तिरंगा फहराया था। रायसेन जिले के बोरास में पाँच युवक शहीद हुए। अंतत: भोपाल को नवाबी शासन से मुक्ति मिली।
भारत माता की जय और वंदे-मातरम के स्वर गूँजे