मध्यप्रदेश

महिलाओं को जिंदा गाड़ने की कोशिश: पुलिस बोली- दोनों पर मुरम पलट दी गई; पट्टे की जमीन पर जबरन रास्ता बनाने का मामला

न्यूज़ डेस्क :

मध्यप्रदेश के रीवा में जमीन के झगड़े में एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की दो महिलाओं को जिंदा गाड़ने की कोशिश की। आरोपियों ने डंपर से महिलाओं पर मुरम डाल दी। इससे एक महिला कमर तक और दूसरी गले तक मुरम के ढेर में दब गई। बाद में फावड़े से मुरम हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया। एक महिला बेहोश हो गई।

मामला मनगवां थाना इलाके के गंगेव चौकी गांव का है। शनिवार को यह विवाद हुआ। इसका वीडियो सामने आया है। मामला पट्टे की जमीन पर जबरन सड़क बनाने से जुड़ा है।

रविवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो पोस्ट कर इस मामले में सरकार को घेरा है।

एडिशनल एसपी विवेक लाल का कहना है कि महिलाएं विरोध कर रही थीं। डंपर से मुरम पलट दी, जिसमें दो महिलाएं दब गईं। जांच कर रहे हैं।

दोनों पक्षों में रास्ता बनाने को लेकर झगड़ा
दोनों पक्षों के बीच जमीन पर रास्ता बनाने को लेकर विवाद है। दोनों के घर आसपास हैं। गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय रास्ता बनाना चाह रहे थे। जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय उन्हें रोक रहे थे। इसी दौरान विवाद हुआ।

पहले मारपीट हुई। इसके बाद ममता पांडेय (पत्नी जीवेश) और आशा पांडेय (पत्नी शिवेश) के ऊपर मुरम डाल दी गई। गोकर्ण और महेंद्र के कहने पर मढ़ी गांव का ट्रक मालिक राजेश सिंह मुरम लेकर आया था।

पट्‌टे की जमीन पर जबरन बना रहे सड़क
गंगेव चौकी निवासी जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय ने बताया कि पट्टे की जमीन में जबरन मुरम डालकर रास्ता बनाया जा रहा था। हमने मढ़ी गांव के राजेश सिंह को मुरम डालने से मना किया। इस पर गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय ने हमारी पत्नियों के साथ मारपीट की। उन पर मुरम डालकर जान से मारने की कोशिश की। ममता पांडेय और आशा पांडे को गंगेव प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।

कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच रास्ता बनाने को लेकर विवाद था। एक पक्ष ने रास्ता बनाने का प्रयास किया। इसके लिए हाईवा में मुरूम भरकर लाई गई थी। दोनों महिलाओं ने जब रास्ता बनाने का विरोध किया तो उनके ऊपर चालक ने तेजी से मुरूम पलट दी। वहां मौजूद ग्रामीणों ने दोनों महिलाओं को बचाकर बाहर निकाला।

कलेक्टर ने बताया- मेडिकल कॉलेज में दोनों महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया है। उपचार के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। साथ ही घटना में इस्तेमाल हाईवा को भी जब्त कर लिया गया है।

जीतू पटवारी ने कहा- महिलाओं पर अपराध रोकने में सरकार विफल
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने X पर लिखा, ‘इस घटना ने एक बार फिर बीजेपी शासन की महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। वैसे भी मध्यप्रदेश महिलाओं पर अत्याचार में पहले नंबर पर है। मुख्यमंत्री जी, क्या आपकी सरकार से ये बहनें उम्मीद रख सकती हैं कि इस घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच होगी। आपकी सरकार महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों को रोकने में बार-बार असफल हो रही है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने लिखा, ‘महिलाओं ने अपनी जमीन पर सड़क बनाने का विरोध किया, तो दबंगों ने मुरम के नीचे दबा कर जिंदा दफनाने का प्रयास किया। भाजपा की सरकार में माफियाओं का बोलबाला है। दलित, आदिवासी, महिलाओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।’

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भेजी टीम
जनसंपर्क विभाग ने रीवा की इस घटना को लेकर सोशल मीडिया X पर लिखा है कि पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी और वाहन को जब्त करने के लिए टीम भेजी गई है।

 

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