न्यूज़ डेस्क

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह 15 जनवरी से शुरू करने पर मुहर लगी: लाखों श्रद्धालुओं के भोजन और ठहरने की व्यवस्था करेगा ट्रस्ट

न्यूज़ डेस्क:

श्री राम जन्मभूमि परिसर में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर के प्रथम तल के निर्माण के साथ ही भूतल व प्रथम तल पर फिनिशिंग का काम भी दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। शुक्रवार से शुरू हुई दो दिवसीय भवन निर्माण समिति की बैठक में जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों और मंदिर निर्माण के विभिन्न बिंदुओं समेत राम नगरी में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर विस्तार के साथ चर्चा हुई।

महासचिव चंपत राय ने बताया कि कई सत्रों में हुई बैठक में बैठक में दिसंबर 2023 तक अनिवार्य रूप से कराए जाने वाले कामों की प्राथमिकताओं पर विमर्श कर सूचीबद्ध किया गया। इन्हें पूरा कराए जाने में आने वाली कठिनाइयों एवं निदान पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा प्राण प्रतिष्ठा समारोह 15 जनवरी से शुरू करने पर भी मुहर लगी। जिसमें श्रद्धालुओं के ठहरने और भोजन प्रबंधन को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई।

प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव 15 जनवरी 2024 से

श्रीराम जन्मभूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में विराजित होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव 15 जनवरी 2024 से शुरू होगा। तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने बताया कि यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था का प्रबंध किया जा रहा है, जिससे भगवान के दरबार में कोई भूखा न रहे जाए । यह व्यवस्था 15 जनवरी से 15 फरवरी 2024 तक के लिए होगी। जाड़े के दिन देखते हुए हर बिंदु पर विचार किया जा रहा है ताकि किसी को दिक्कत न उठानी पड़े।

गर्भगृह के द्वार पर हनुमान जी व गणेश जी के विग्रह होंगे

भवन निर्माण समिति समिति की बैठक के निष्कर्षों को लेकर तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने बताया कि भूतल के फर्श निर्माण की प्राथमिकता को ध्यान में रखकर स्तम्भों पर आइकोनोग्राफी की चित्रकारी के काम को धीमा करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि गर्भगृह के द्वार पर उत्तर व दक्षिण में क्रमश हनुमान जी व गणेश जी का स्थान और उनकी साइज भी निर्धारित कर दी गयी है। बताया गया कि इस बैठक में स्तम्भों पर चल रही आइकोनोग्राफी के अतिरिक्त अन्य भित्तिचित्रों के निर्माण के विषय में विमर्श के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय एवं बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के फाइनल आर्ट के प्रोफेसरों की टीम को आमंत्रित किया गया था। इस टीम के साथ भी आवश्यक चर्चा की गयी। बैठक में भित्ति चित्रों को बनाने के लिए कलाकारों की टीम को चयनित करने और उनका मार्गदर्शन करने की भी सलाह दी गई। जो कि आरसीसी होगी और उसके ऊपर बंसी पहाड़पुर के पिंक सैंड स्टोन की क्लेडिंग की जाएगी।

फुटपाथ के दोनों किनारे बनेंगे प्रतीक स्तम्भ

फुटपाथ के दोनों किनारे बनेंगे प्रतीक स्तम्भ इसके साथ ही जन्मभूमि पथ के शुरुआत में फुटपाथ के दोनों किनारों पर प्रतीक स्तंभ बनाने की योजना पर भी काम शुरू करने की तैयारी हो गयी है। इस योजना की कार्यदाई संस्था राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक अनूप शुक्ल ने बताया कि दोनों प्रोजेक्ट की लागत करीब 11 करोड़ है। उन्होंने बताया कि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय से लेकर बैगेज स्कैनर के मध्य 190 मीटर लंबे शेड का निर्माण किया जाना है जो कि स्टील फैब्रिकेटेड होगा और सिंगल पोल पर रेलवे स्टेशन के यात्री शेड की तरह ही बनाया जाएगा। इसी तरह से गर्भगृह के द्वार पर हनुमान जी व गणेश जी के विग्रह होंगे।

समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने जताई नाराजगी

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी व भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र की ओर से निर्माणाधीन दिव्य मंदिर के अतिरिक्त इससे संदर्भित परियोजनाओं की धीमी प्रगति को लेकर लगाए प्रश्न चिह्न उठाया। बैठक के अंत में रामलला के विग्रह व मंदिर के दरवाजों के निर्माण की प्रगति जानने के लिए स्थलीय सत्यापन किया। इसके पहले उन्होंने जिले के आला अधिकारियों के साथ पहले सुरक्षा व्यवस्था जिसमें बैगेज स्कैनर इत्यादि के इंस्टॉलेशन पर चर्चा की। पुन हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, रिंग रोड, अयोध्या प्रवेश के द्वारों पर गेट के साथ यात्री सुविधा केंद्रों इत्यादि के निर्माण के सम्बन्ध में प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान कमिश्नर गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी आरके नैय्यर, नगर आयुक्त विशाल सिंह एवं एसपी सुरक्षा पंकज कुमार ने जानकारी दी। इस बैठक में न्यासी डॉ.अनिल मिश्र, अयोध्या नरेश विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र व मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!