भोपाल

आज होगा चित्रकूट में ग्रामोदय मेले का शुभारंभ, राज्य शासन के कई विभाग करेंगे सहभागिता

भोपाल डेस्क : 

चित्रकूट में 9 से 12 अक्टूबर तक ग्रामोदय से राष्ट्र उदय की अवधारणा पर ग्रामोदय मेला आयोजित होगा। मेले में राज्य शासन के कई विभाग सहभागिता कर रहे हैं। भारत रत्न नानाजी देशमुख की जयंती पर होने वाले इस आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से ओत-प्रोत शरद उत्सव भी होगा। ग्रामोदय मेले में केन्द्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार के मंत्रियों के अलावा अन्य राज्यों के मंत्री भी शामिल होंगे। ग्रामोदय मेले का शुभारंभ प्रातः 10 बजे भारत सरकार के शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान करेंगे।

ग्रामोदय मेले के लिए तीन अलग-अलग डोम तैयार किये गए है। पहले डोम को नानाजी मंडप नाम दिया गया है जिसमें ‘एक जिला-एक उत्पाद’ पर विशेष प्रदर्शनी होगी। मध्यप्रदेश के सभी जिलों के प्रमुख उत्पादों को उसमें प्रदर्शित किया जाएगा। दूसरे डोम का नाम दीनदयाल मंडप होगा, मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के सभी विभागों के लिए प्रमुख कार्यक्रम, गतिविधियों, योजनाओं, नीतियों आदि को प्रदर्शित किया जाएगा। तीसरा अब्दुल कलाम मंडप होगा, जिसमें केन्द्र शासन के मंत्रालय/उपक्रम तथा निजी कंपनियों संबंधी प्रदर्शनी होगी। चार दिवसीय मेले में विभिन्न विषयों पर सेमीनार, परिचर्चा, गोष्ठियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।

प्रथम दिवस 9 अक्टूबर को मेला परिसर में प्रातः 9:30 से 9:55 बजे तक पूजन कर ग्रामोदय मेला का भव्य शुभारंभ किया जाएगा। प्रातः 10 से 11:45 बजे तक मुख्य पंडाल में ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण, जनप्रतिनिधियों सरपंच सम्मेलन, सुजलाम-जल संस्कृति, प्राकृतिक खेती क्रेता-विक्रेता सम्मेलन, जनजातीय समुदाय के पोषण एवं उत्तम स्वास्थ्य में फलों का महत्व, बाल संरक्षण अधिकारों पर जिला पंचायत अध्यक्षों का सम्मेलन और सेमिनार का उद्घाटन किया जाएगा।

11:45 बजे से 12:30 बजे तक जनप्रतिनिधियों (सरपंचों) की सेमिनार, 12 बजे से मंदाकिनी भू-क्षरण रोक के लिए निर्माण कार्य का पंचवटी घाट पर भूमि पूजन, अपरान्ह 2:30 बजे से 5 बजे तक मूल्य सहायता प्राप्त खाद्य उत्पादों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं की क्षमता निर्माण और आर्थिक सशक्तिकरण पर सेमिनार तथा अपरान्ह 2:30 बजे से 5 बजे तक पंचवटी घाट में सुजलाम-जल संस्कृति पर सेमिनार होगा। सायं 7 से 10 बजे रात्रि तक मुख्य पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसी दौरान खीर प्रसाद का वितरण भी किया जाएगा।

द्वितीय दिवस 10 अक्टूबर को मेला भ्रमण प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक होगा। इसके साथ ही प्रातः 10:30 से 1 बजे तक प्राकृतिक खेती पर विवेकानंद सभागार में सेमिनार, सती अनुसुइया आश्रम में 10:30 बजे से 12:30 बजे तक सुजलाम सेमिनार, मेला पंडाल में 12 बजे से निबंध प्रतियोगिता, मुख्य पंडाल में चित्रकला प्रतियोगिता, गुरुकुल में स्वस्थ पशु प्रतियोगिता, विवेकानंद सभागार में अपरान्ह 2 बजे से 5 बजे तक प्राकृतिक खेती पर सेमिनार और शाम 7 बजे से 10 बजे तक मुख्य पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

तीसरे दिन 11 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक मेला भ्रमण, प्रातः 10:30 से 12:30 बजे तक विवेकानंद सभागार में क्रेता-विक्रेता सम्मेलन, मेला पंडाल में दोपहर 12 बजे से भाषण प्रतियोगिता एवं मुख्य पंडाल में तीसरे दिवस शरद पूर्णिमा को सायं 7 बजे से 10 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास शामिल होंगे।

ग्रामोदय मेले के अंतिम और चौथे दिन 12 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक मेला भ्रमण, प्रातः 10 बजे से विवेकानंद सभागार में बाल संरक्षण अधिकार पर जिला पंचायत अध्यक्षों का सम्मेलन और प्रातः 11:30 बजे से जनजातीय समुदाय के उत्तम स्वास्थ्य के लिए फलों की भूमिका पर सेमिनार होगा। मेले का समापन 12 अक्टूबर को शाम 4 बजे होगा।

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