PM मोदी जिस गांव में जायेंगे वह महिलाओं के हाथ में शासन की कमान: सरपंच, उपसरपंच समेत 20 में से 13 महिला पंच, 200 महिलाएं लखपति
न्यूज़ डेस्क :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को शहडोल जिले के दौरे पर रहेंगे। पीएम यहां लालपुर में सभा करने के बाद पकरिया गांव पहुंचेंगे। यहां जनजातीय समुदाय के प्रमुख लोगों से व आजीविका मिशन से संचालित समूहों की लखपति बहनों से संवाद करेंगे। पकरिया गांव अपने आप में खास है, क्योंकि यह प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रहा है।
पकरिया गांव में महिलाओं के हाथ में शासन की कमान है। यह सरपंच, उपसरपंच समेत 20 में से 13 महिला पंच हैं। आजीविका मिशन से संचालित समूहों के जरिए महिलाएं लखपति बन गई हैं। सरपंच, उपसरपंच, 13 महिला पंच व संचालित समूहों की महिलाएं प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन के साथ तैयारियां कर रही हैं।
सरपंच और उपसरपंच महिला जनप्रतिनिधि
बुढ़ार जनपद के पकरिया पंचायत की वर्तमान सरपंच जनजातीय समुदाय की महिला है। गांव की जनता ने ग्राम पंचायत में उप सरपंच का दायित्व भी एक महिला को सौंप रखा है। सरपंच गेंदबाई बैगा लगातार 5 साल सरपंच रहीं, इसके बाद वह दोबारा गांव की कमान संभाल रही हैं। उप सरपंच रेखा दीपक चौधरी भी वर्तमान और पिछले पंचवर्षीय से निर्विरोध उप सरपंच का दायित्व संभालती चली आ रही हैं।
20 वार्ड वाली पंचायत में 13 महिला पंच
पकरिया गांव की आबादी लगभग 5 हजार के आसपास है। इस ग्राम पंचायत में जल्दीटोला, समदाटोला, सरकारी टोला समेत अन्य मोहल्ले आते हैं। गांव में मतदाताओं की संख्या 2250 है। पकरिया ग्राम पंचायत में 20 वार्ड आते हैं, जिसमें से 13 पंच पदों पर महिलाएं काबिज हैं। सिर्फ 7 वार्ड पर ही पुरुष पंच हैं।
4 वार्ड में निर्विरोध दोबारा बनीं पंच
ग्राम पंचायत पकरिया के 4 वार्डों में महिलाओं को निर्विरोध पंच चुना है। इतना ही नहीं इन सभी महिलाओं को दोबारा दूसरे कार्यकाल में ग्रामीणों ने अपने-अपने वार्ड से पंच बनाया है। निर्विरोध दोबारा पंच बनने वाली महिलाओं में वार्ड क्रमांक 01 से मुन्नी चौधरी, वार्ड क्रमांक 4 से रेखा दीपक चौधरी, जो निर्विरोध उप सरपंच भी दूसरे कार्यकाल में चुनी गईं। वार्ड क्रमांक 12 से सुशीला यादव और वार्ड क्रमांक 19 से सुनीता बैगा निर्विरोध पंच चुनी गई हैं।
39 समूहों से जुड़ी 442 महिलाएं
पकरिया ग्राम पंचायत के समदा टोला, जल्दी टोला और सरकारी टोला में रहने वाली 442 महिलाएं आजीविका मिशन के साथ जुड़कर चौका बर्तन के साथ-साथ स्वरोजगार भी कर रही हैं। ग्राम पंचायत में 39 समूहों का गठन किया है। इन समूहों के साथ मिलकर काम करने वाली लगभग 200 महिलाएं लखपति भी बन चुकी हैं।