विदिशा

जिले में कहीं भी बाल श्रम ना हो इसके लिए क्रॉस मॉनिटरिंग की व्यवस्था क्रियान्वित की जाए।

विदिशा डेस्क:

 कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने आज जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में सदस्यों व विभागों के अधिकारियों से कहा कि जिले में कहीं भी बाल श्रम ना हो इसके लिए क्रॉस मॉनिटरिंग की व्यवस्था क्रियान्वित की जाए। उन्होंने जन जागरूकता कार्यक्रमों पर बल देते हुए विभागों के अधिकारियों से कहा कि उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दें जहां बाल श्रम होने की संभावना होती है। उन्होंने सूचना तंत्र के उन्नयन पर बल देते हुए कहा कि आमजनों के द्वारा प्राप्त होने वाली जानकारियों का निरीक्षण अवश्य किया जाए।

 नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में आयोजित इस बैठक में समिति के सदस्यों के अलावा पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका शुक्ला, जिला पंचायत सीईओ डॉ योगेश भरसट, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बृजेश जैन समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

 महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बृजेश जैन ने जिला बाल संरक्षण से संबंधित किशोर न्याय बोर्ड में लंबित प्रकरणों की जानकारियां प्रस्तुत कीं। किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य मनु श्रीवास्तव ने बताया कि बासौदा एवं त्यौंदा क्षेत्र में सर्वाधित विधि विवादित बालकों के प्रकरण प्राप्त हुए हैं। जिसका मुख्य कारण क्षेत्र में नशे की सामग्री की तस्करी तथा बच्चों का नशे में लिप्त होना है। वर्तमान में बाल कल्याण समिति के द्वारा 186 बच्चों को स्पांसरशिप से लाभान्वित किया जा रहा है तथा जिले में शेष 261 प्रकरणों हेतु नवीन दिशा निर्देशों की जानकारियों से अवगत कराया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना से लाभान्वित किए जाने की बात पर भी बल दिया गया है। बैठक में चाईल्ड लाईन द्वारा बाल श्रम की समस्याओं से अवगत कराया गया। तत्संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश विभागों के अधिकारियों को मौके पर कलेक्टर द्वारा दिए गए हैं। 

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