न्यूज़ डेस्क :
बुरहानपुर जिला मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर जम्बूपानी गांव के रास्ते भारी बारिश के कारण नदी में पानी आने से बंद हो गए। इसके कारण सबसे अधिक परेशानी मरीजों का लाने ले जाने में आ रही है।
एक मरीज का पैर फ्रेक्चर होने पर उसे डॉक्टरों ने बुलाया था, लेकिन ग्रामीण उसे खटिया पर डालकर निकले, क्योंकि अमरावती नदी पर बना छोटा पुल डूबा हुआ है। नया पुल अब तक बना नहीं है। यहां केवल कॉलम खड़े नजर आ रहे हैं। खास बात यह है कि मंगलवार को खुद ग्रामीणों ने ही प्रशासन के नाम एक वीडियो संदेश जारी कर गुहार लगाई कि प्रशासन हमारी तरफ ध्यान दे।
सड़क उखड़ गई, दो पहिया से भी आना-जाना संभव नहीं
सतपुड़ा की ऊंची पहाड़ी पर बसे जंबुपानी गांव में पिछले दिनों तेज बारिश हुई थी। इसके कारण रास्ते बंद हो गए। गांव को जोड़ने वाली अमरावती नदी में पानी है, लेकिन ग्रामीण यहां से जान जोखिम में डालकर निकल रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क उखड़ गई है।
दो पहिया वाहन से भी आना जाना संभव नहीं है। बताया जा रहा है कि अमरावती नदी में पानी होने से लोग एक पार से दूसरी पार नहीं जा पा रहे हैं, लेकिन बीमार होने पर उसे खटिया पर डालकर जान का जोखिम उठा रहे हैं। नए पुल का कुछ निर्माण भी पानी में बह गया है।
पैर फ्रेक्चर होने पर खटिया पर ले गए
ग्राम के राहुल महाजन ने बताया गांव के आम सिंग पिता मोहन सिंह का पैर फैक्चर होने पर डॉक्टर ने उसे 5 दिन बाद बुरहानपुर बुलाया था। इसलिए आज उसे खटिया पर डालकर गांव वालों की मदद से नदी पार करवाकर ले जाया गया। उन्होंने कहा-ग्रामीणों को मोटरसाइकिल भी इसी तरह अपने कंधे पर उठाकर नदी पार करना पड़ रही है तब कहीं जाकर यह अस्पताल की ओर रवाना हुए।
प्रमोद महाजन ने कहा प्रशासन को जल्द इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि रास्ता पूरी तरह चालू हो सके। गांव की लाइट भी 5-6 दिन से बंद पड़ी है। जिसके कारण अनाज तक नहीं पिसवा पा रहे हैं। गांव की आबादी करीब 3 हजार है।