दो बच्चों को छोड़कर पाकिस्तान में प्रेमी से निकाह पर पिता ने कहा-जिसे बच्चों-पति का ख्याल नहीं आया वो किसकी होगी
पिता बोले-अंजू से कोई वास्ता नहीं, उसे वहीं मरने दो

न्यूज़ डेस्क :
मध्यप्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली अंजू थॉमस ने पाकिस्तान में अपने प्रेमी से शादी कर ली है। इससे पहले उसने इस्लाम कबूल कर अपना नाम फातिमा रख लिया। उसने सोशल मीडिया फ्रेंड नसरुल्लाह से दीरबाला डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में निकाह किया।
मंगलवार को उसने प्रेमी के साथ प्री वेडिंग शूट के वीडियो भी शेयर किए। निकाह की खबर सुनकर उसके पिता गया प्रसाद थॉमस का बीपी बढ़ गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने कहा, ‘अंजू मेरे लिए मर गई।’
अंजू अपने पति और दो बच्चों को छोड़कर 21 जुलाई को राजस्थान के भिवाड़ी से पाकिस्तान के दीरबाला पहुंची थी। उसके पाकिस्तान पहुंचते ही यह साफ हो गया था कि वह अपने प्रेमी नसरुल्लाह से शादी करने के लिए गई है। 30 दिन के वीजा पर पाक पहुंची अंजू ने अपने परिवार से तीन-चार दिन में लौटकर आने की बात कही थी।
पिता बोले- मैं उसको वापस लाने की अपील नहीं करूंगा
अंजू के निकाह की बात सार्वजनिक होते ही उसके पिता गया प्रसाद थॉमस की तबीयत बिगड़ गई। बीपी बढ़ने और सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें एहतियात बरतने की हिदायत दी।
ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बौना गांव में पैतृक निवास पर मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा, ‘अब मैं क्या कह सकता हूं। जिस लड़की को अपने बच्चों और पति का ख्याल नहीं आया, वो किसकी हो सकती है। जाना था तो तलाक लेकर जाती। अब उसके बच्चों का क्या होगा?’
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अपनी बेटी को वापस लाने के लिए कोई अपील करेंगे? उन्होंने कहा, ‘मुझे उससे कोई लेना-देना नहीं है। उसे वहीं मरने दिया जाए।’
सोशल मीडिया पर शेयर किए कई वीडियो
अंजू उर्फ फातिमा ने अपने पाकिस्तानी प्रेमी के साथ सोशल मीडिया पर कई वीडियो शेयर किए। इनमें वह पर्यटन स्थलों की सैर करती दिख रही है। उसने इस्लामिक लिबास पहन रखा है। अंजू ने निकाहनामा के शपथपत्र में लिखा कि वह अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म अपना रही है। उस पर किसी का दबाव नहीं है।
अंजू ने शपथपत्र में लिखा..मैं शपथपूर्वक घोषणा करती हूं कि मेरा पूर्व नाम अंजू था और मैं ईसाई धर्म से हूं। मैंने बिना किसी दबाव के सहर्ष इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया है। इसमें किसी की ओर से कोई जोर-जबरदस्ती नहीं है। इसके लिए मैं अपने देश भारत से यहां पाकिस्तान आई हूं। मिन मुखलफ़ा (प्रार्थी) ने गवाहों के सामने, मुहम्मदन शरिया के अनुसार 10 तोला सोने सहित दहेज के बदले स्वेच्छा से सामी नसरुल्लाह से शादी की है। नसरुल्लाह मेरे कानूनी शौहर हैं। मिन मुखलफ़ा ने अपनी इच्छा और मंशा के अनुसार नसरुल्लाह से शादी कर ली है। यह मेरा कथन सत्य एवं सही है तथा मैंने इस संबंध में कुछ भी छिपाकर नहीं रखा है।
क्या कहता है भारत का कानून
एडवोकेट नितिन कुमार शर्मा ने बताया कि अंजू और नसरुल्लाह की शादी नाजायज है। जब तक आप एक शादी से तलाक नहीं लेते, आपको दूसरी शादी करने का अधिकार नहीं है। वो पाकिस्तान पहुंच गई है। नाम बदल लिया है, लेकिन अभी भी वह भारतीय नागरिक है और उस पर भारतीय कानून ही लागू होंगे। उसके परिवार वाले आईपीसी के सेक्शन 494 की धारा के तहत कार्रवाई की मांग कर सकते हैं।
जानिए क्या है अंजू की कहानी
बौना गांव के थापा मोहल्ला निवासी गया प्रसाद कई साल पहले हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई बन गए थे। अब वे गया प्रसाद थॉमस हैं। उनको पांच बेटियां और एक बेटा है। सबसे बड़ी बेटी अंजू का जन्म 25 दिसंबर 1988 को ग्वालियर में हुआ था।
शुरू से ही सनकी स्वभाव के चलते अंजू उत्तर प्रदेश के जालौन स्थित माधौगढ़ में अपने नाना-नानी के साथ रहती थी। उसके नाना-नानी सरकारी विद्यालय में शिक्षक थे। करीब 17 साल पहले अंजू की शादी राजस्थान में अलवर के भिवाड़ी निवासी अरविंद कुमार के साथ हुई थी। दोनों के 13 साल की बेटी और 5 साल का बेटा है।
एक दिन पहले हुई थी फोन पर बात, बोली-जल्द आ जाऊंगी
गया प्रसाद ने बताया कि उनको एक दिन पहले पता लगा कि अंजू अपने किसी सोशल मीडिया फ्रेंड से मिलने के लिए पाकिस्तान पहुंच गई है। इसके बाद उन्होंने बेटे को कॉल किया। बेटे ने अंजू को फोन लगाया तो उससे बात हुई। अंजू ने बताया कि वह ठीक है और जैसे गई थी, वैसे ही जल्द लौट जाएगी। उसने न तो कोई कानून तोड़ा है न ही कोई नियम।
दसवीं पास अंजू तेज दिमाग है, 3 साल से कर रही थी प्लानिंग
परिजन के मुताबिक, अंजू ने बमुश्किल दसवीं पास की लेकिन वह दिमाग से बहुत तेज है। शादी के बाद एक दोपहिया वाहन कंपनी में बतौर सिक्योरिटी गार्ड काम करती थी। अगर कोई यह कहे कि वह अचानक दोस्ती के बाद प्यार में पड़ी और पाकिस्तान पहुंच गई तो यह गलत होगा।
अंजू बीते 3 साल से पाकिस्तान जाने की तैयारी कर रही थी। उसके सारे दस्तावेज में जालौन माधौगढ़ का पता अंकित है। यही कारण है कि उसने जालौन से पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था। दो बार किसी न किसी कारण आवेदन निरस्त हुआ, लेकिन तीसरी बार पासपोर्ट बनवा लिया था।
तीन साल से थी नसरुल्लाह के संपर्क में
पूछताछ में पता चला कि अंजू 3 साल से फेसबुक और वॉट्सऐप के माध्यम से पाकिस्तान के नसरुल्लाह के संपर्क में थी। सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। अंजू ने पाकिस्तान पहुंचकर नसरुल्लाह से मिलने का प्लान बनाया। उसे पता था कि यदि नसरुल्लाह भारत आएगा तो ज्यादा दिक्कत होगी। पति अरविंद से सहेली के घर जाने की कहकर निकली अंजू पाकिस्तान पहुंच गई।
अंजू के पति ने भिवाड़ी पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी 20 जुलाई को जयपुर के लिए निकली थी। वह कह रही थी कि सहेली से मिलने लाहौर जाना है। इस बीच अरविंद ने अंजू को काफी बार कॉल लगाया, लेकिन फोन बंद आ रहा था।
अंजू छुपाती रही और पाक में नसरुल्लाह ने किया था प्यार का ऐलान
BBC उर्दू को दिए इंटरव्यू में नसरुल्लाह ने अंजू से अपने प्यार को कबूल किया था। उसने कहा था कि अगले दो-तीन दिन में सगाई होगी। अंजू 10-12 दिन के बाद भारत चली जाएगी और फिर शादी के लिए आएगी। वो अंजू की अगली पाकिस्तान यात्रा पर ही शादी करेंगे।
उसने कहा था, ‘ये हमारी निजी जिंदगी है। हम मीडिया से दूर रहने की कोशिश कर रहे हैं। अंजू नहीं चाहती कि उसका नाम मीडिया में आए। वह अपने देश वापस जाकर काम करना चाहती है।’
शुरुआत में नसरुल्लाह के परिवार ने मीडिया को अंजू से मिलने नहीं दिया था। कहा था कि दोनों शादी नहीं करेंगे। अंजू सिर्फ घूमने के मकसद से पाकिस्तान आई है।
वीजा नहीं अटकता तो दो साल पहले ही पाकिस्तान चली जाती
दोनों को अंजू के वीजा की प्रक्रिया पूरी करने में दो साल लग गए। उन्होंने फैसला किया था कि शादी से पहले अंजू को नसरुल्लाह के परिवार से मिलाना है। अंजू ने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग और नसरुल्लाह ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश और आंतरिक मंत्रालयों के कार्यालयों का दौरा किया। इसके बाद अधिकारियों को मुलाकात के लिए मनाया। तब जाकर दो साल बाद उनको वीजा मिला। यदि वीजा नहीं अटकता तो अंजू दो साल पहले पाकिस्तान में होती। अब उसके पास एक महीने तक पाकिस्तान में रहने का वीजा है।
पिता ने बदल लिया था धर्म, बेटी ने एक बार फिर बदला
अंजू के पिता गया प्रसाद हिंदू से ईसाई बने और ईसा मसीह को मानने लगे। उन्होंने बड़ी बेटी अंजू की शादी भिवाड़ी निवासी अरविंद कुमार से की। अरविंद भी ईसाई धर्म अपना चुके हैं।
अब पाकिस्तान पहुंची अंजू ने धर्म परिवर्तन कर लिया है। हालांकि, सोशल मीडिया में ऐसी खबरें चल रही हैं कि नसरुल्लाह ने धर्म बदलने या न बदलने का फैसला अंजू पर छोड़ा था।
पारिवारिक स्थिति ठीक-ठाक, पति-पिता प्राइवेट जॉब करते हैं
अंजू के पति अरविंद प्राइवेट जॉब करते हैं। अंजू के पिता गया प्रसाद भी प्राइवेट जॉब करते थे। अभी उनकी उम्र 62 साल है। वह सिलाई कर अपना घर चला रहे हैं। उनका घर लगभग 5 हजार स्क्वॉयर फीट का है। यहां वे अकेले रहते हैं। पांच बेटियों में से तीन की शादी कर चुके हैं। एक बेटा अभय है, उसकी भी शादी हो गई है। अभय भिवाड़ी में अंजू के साथ ही रहता है। वहां वह किसी कंपनी में जॉब करता है। अंजू की मां बच्चियों के साथ यूपी में रहती हैं।