मध्यप्रदेश

सरपंच को दिन दहाड़े गोलियों से भूना: कार से उतरते ही की ताबड़तोड़ फायरिंग; आक्रोशित परिजनों ने की आगजनी

ग्वालियर डेस्क :

ग्वालियर में कांग्रेस समर्थक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह कार से उतरे ही थे कि हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। उनके सिर में चार गोली लगी। घटना लोको शेड इलाके में सोमवार दोपहर की है। जो वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। सरपंच की हत्या से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपियों के घर में आग लगा दी।

सरपंच की पत्नी ने भितरवार से भाजपा प्रत्याशी मोहन सिंह राठौर पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया है। घटना के बाद पड़ाव पुलिस के साथ ही एसएसपी, एएसपी और सीएसपी जैसे बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे।

बन्हैरी गांव के सरपंच विक्रम सिंह रावत ग्वालियर में ही रहते थे। उनके चचेरे भाई रामनिवास रावत का साल 2021 में जमीन विवाद में मर्डर कर दिया गया था। उनकी भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गांव के ही मुकेश रावत और उनके साथियों पर इस हत्याकांड का आरोप है। सरपंच विक्रम सिंह इस केस में चश्मदीद गवाह था।

इस हत्याकांड में 13 लोगों को आरोपी बनाया गया था। जिसमें से एक को छोड़कर सभी आरोपी अभी जमानत पर बाहर है। यह मामला अभी कोर्ट में चल रहा है। भाई की हत्या का केस विक्रम ही लड़ रहा था। इसी सिलसिले में सोमवार को वह अपने वकील से मिलने पहुंचे थे।

बाइक से आए बदमाशों ने की फायरिंग

विक्रम सोमवार सुबह कांति नगर में अपने वकील से मिलने खुद कार ड्राइव कर गए थे। कार से उतरकर उन्होंने पीछे वाली सीट का दरवाजा खोला और कुछ दस्तावेज निकालने लगे। वह कुछ समझ पाते तभी बाइक सवार दो बदमाश आए और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। इस दौरान आरोपियों की बाइक भी वहां गिर पड़ी, कुछ दूरी पर एक्टिवा लेकर खड़े उनके दो साथी और आ गए। करीब 30 सेकंड में 10 गोलियां चलाई गई हैं। हत्या करने के बाद वे भाग गए।

घायल विक्रम ने वकील के यहां उसके रिश्तेदार प्रदीप को भी बुला लिया था। प्रदीप मौके पर पहुंचा। उसी ने पुलिस और गायत्री नगर में रहने वाले विक्रम के भाई रघुवीर सिंह रावत को सूचना दी। विक्रम ने प्रदीप को बताया कि पुष्पेंद्र ने सामने से गोली मारी, जो दाहिनी तरफ कनपटी पर लगी, जिससे मैं गिर गया। फिर अतेंद्र ने कार से खींचकर दूसरी गोली मारी, जो मेरे कमर में लगी। मैं कार से जमीन पर गिर पड़ा। बंटी समेत दो अन्य लोगों ने गोलियां चलाईं। आरोपियों में पुष्पेंद्र के साथ अतेंद्र रावत, बंटी रावत, मुकेश रावत और दो अन्य लोग शामिल हैं।

आक्रोशित परिजनों ने संदेहियों के घरों में लगाई आग

सरपंच विक्रम की हत्या की खबर जैसे ही उनके गांव तक पहुंची उसके परिजन आक्रोशित हो गए। उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर हत्या के संदेहियों के घरों को घेरकर आग लगा दी है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल वहां पहुंच गया। मृतक और आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं। उनके बीच जमीन को लेकर पुराना विवाद चला आ रहा है। ऐसी आशंका है कि आरोपियों ने हत्या की प्लानिंग पहले ही कर ली थी। इसलिए वारदात के बाद उनके घरों में कोई नहीं था। इस घटना के बाद गांव में तनाव व दहशत है। पुलिस ने शहर से अतिरिक्त फोर्स गांव में तैनात कर दिया है।

पत्नी ने भाजपा प्रत्याशी पर लगाया साजिश का आरोप

सरपंच विक्रम रावत की पत्नी नीतू रावत ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी मुकेश रावत, कृष्णा रावत, ओमप्रकाश रावत, दिलीप रावत व अन्य हैं। उन्होंने भाजपा नेता व भितरवार विधानसभा से प्रत्याशी मोहन सिंह राठौर पर भी इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने हत्या के आरोपियों के एनकाउंटर की मांग की है।

शूटर्स ने की थी पहले से रेकी

बताया जा रहा है कि हत्या करने वाले शूटर्स ने पूरी रैकी की थी। एक्टिवा सवार दो बदमाश सरपंच की गाड़ी से पहले चल रहे थे। करीब 2 मिनट पहले ही वह स्पॉट (वकील का घर कांति नगर) में आकर खड़े हो गए थे, जबकि बाइक सवार दो बदमाश पीछा करते हुए आ रहे थे। पुलिस का मानना है कि संभवत: कोई सरपंच की रैकी कर उसकी जानकारी हत्या के आरोपियों को भेज रहा था, क्योंकि जैसे ही सरपंच अपनी कार से उतरे और गेट लॉक करने के लिए चाबी निकाली, उसी बीच उन पर माउजर व पिस्टल से फायरिंग की गई। गोली सरपंच के सिर में लगी और वह जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस को मौके पर चार माउजर व चार पिस्टल के चले हुए राउंड मिले हैं।

कुछ महीने पहले सरपंच ने गार्ड को हटाया

छोटे भाई की हत्या के बाद विक्रम की जान को खतरा होने पर उसे शासन से गार्ड मिला था, लेकिन कुछ महीने पहले ही शासन ने यह गार्ड हटा लिया। जिसके बाद विक्रम सिंह रावत अपने साथ हमेशा चार से पांच आदमी रखता था। सोमवार को वकील के बुलाने पर वह जल्दबाजी में निकल गया, जो कपड़े उसे पहनने थे वह उसकी पत्नी प्रेस कर रही थी। वह दूसरे कपड़े पहनकर चला गया था।

सीसीटीवी से हमलावरों की पहचान कर रही पुलिस

जिस तरह बदमाशों ने दनादन फायर ठोके और वारदात को अंजाम दिया, उससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। जिस जगह सरपंच का मर्डर हुआ वहां पर सुबह से ही बच्चे खेलने आ जाते थे। पर हत्या के बाद से पूरी गली सुनसान पड़ी है। वहां एक भी शख्स नजर नहीं आ रहा है। एएसपी शहर अखिलेश रैनवाल का कहना है कि हमलावरों का पता लगाया जा रहा है। इसके लिए दो पुलिस टीम पड़ताल में लगी हुई हैं । CCTV फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान की जा रही है।

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