तीन दिवसीय मानोरा मेला का आयोजन 19 से: जिला कलेक्टर ने तैयारियों के संबंध दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
विदिशा डेस्क :
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने मानोरा मेला के आयोजन पूर्व की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा आज मानोरा ग्राम पंचायत भवन में आयोजित की है।
बासौदा विधायक श्रीमती लीना जैन, सांसद प्रतिनिधि द्वय कैलाश रघुवंशी, बृजेश लोधी, मानोरा ट्रस्ट के अध्यक्ष भगवान सिंह रघुवंशी, सरपंच श्रीमती उषा बाई सहरिया समेत अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी गणमान्य नागरिक, पत्रकार मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि तीन दिवसीय मानोरा मेला 19 जून से प्रारंभ होगा।
कलेक्टर भार्गव ने कहा कि जिन विभागों के द्वारा गत वर्ष व्यवस्थाओं का क्रियान्वयन किया गया था उन्हें पुनः इस वर्ष जबावदेंही सौंपी जा रही है। उन्होंने पूर्व अनुभव को ध्यानगत रखते हुए और बेहतर व्यवस्थाएं समयावधि के पूर्व क्रियान्वित करने की अपेक्षा व्यक्त की।
अस्थायी दरवाजे-
श्रद्वालुओं के लिए मानोरा मुख्य मंदिर में प्रवेश हेतु पृथक से दो अस्थायी दरबाजे बनाए जाने का सुझाव प्राप्त हुआ। जिस पर मंदिर समिति के सदस्यों ने भी सहमति व्यक्त की है।
डीपी–
मानोरा मेला अवधि में बिजली आपूर्ति सतत बनी रहे इसके लिए पृथक से डीपी रखने का भी निर्णय लिया गया है। ऊर्जा विभाग के अधिकारी को मेला प्रारंभ होने के पूर्व कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
भगवान जगदीश स्वामी रथ के मार्ग के दोनों तरफ इस बार किसी भी प्रकार की दुकान ना लगाई जाए और मेला समिति के द्वारा रूटचार्ट के अनुसार दोनो तरफ के स्थलों को खाली रखने का सुझाव दिया गया है।
सीसी कैमरे-
मानोरा मेला में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चहुंओर सीसीटीव्ही कैमरे लगाए जाएंगे। जिनका नियंत्रण पुलिस कंट्रोल रूम से होगा।
साफ-सफाई-
मेला आयोजन के पूर्व और पश्चात् क्षेत्र में साफ-सफाई का दायित्व निभाने के लिए सफाई दल गठित किए जाएंगे।
पेयजल आपूर्ति-
मानोरा मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो। इसके लिए विभिन्न स्थलों पर पानी के टेंकर रखे जाएंगे। इसके अलावा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा मानोरा ग्राम के सभी हेण्ड पंपो, नलजल योजनाओं को दुरूस्त किया जा चुका है क्षेत्र के पेयजल के अन्य स्त्रोतों में ब्लीचिंग एवं क्लोरीन डालने की कार्यवाही की जाएगी।
जल निकासी-
मेला परिसर से दूषित जल निकासी के लिए नालियों को दुरूस्त किया जाएगा। वहीं मुख्य सड़कों पर वर्षारूपी जल संग्रहित ना हो इसके लिए उनके किनारे भी नालियों की संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा।
हॉकर जोन-
मानोरा मेला में हॉकर जोन बनाये जाएंगे। जिसके अनुसार व्यवसाईयों के सर्किल बनाएं जाएंगे। संबंधित व्यवसाय नियत सर्किल में ही व्यवसायी गतिविधियों का संचालन करेंगे। प्रमुख सर्किल मनहारी, फूल-माला, मिठाईयां एवं अन्य विक्रय सामग्री के सर्किल बनाए जाएंगे।
सड़कों पर प्रतिबंध-
मानोरा मेला परिसर की सड़कों पर विभिन्न प्रकार की सामग्री के विक्रय पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। कोई भी व्यक्ति सड़कों पर लेकर सामानो की विक्रय नही करेगा। उक्त कार्यवाही पर नजर रखने के लिए भी दल गठित किए जाएंगे, जो प्रमुख सड़कों पर भ्रमण करते रहेंगे और यदि कोई व्यक्ति सड़कों पर सामान बेचते हुए पाया गया तो उस पर कार्यवाही करेंगे। मेला परिसर की प्रमुख सड़कों से पांच फिट दूर हॉकर जोन बनाए जाएंगे।
कंट्रोल रूम-
मानोरा के स्कूल प्रागंण में पुलिस कंट्रोल बनाया जाएगा ताकि कानून व्यवस्था पर सतत नजर रखी जाए। कंट्रोल रूम 24 घंटे क्रियाशील रहेगा।
यातायात-
मेला अवधि के दौरान यातायात व्यवस्था सुगमता से संचालित हो सकें इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएंगी। कोई भी वाहन मुख्य सड़क से मेला परिसर की सड़कों पर प्रवेश नही कर सकेगा जिसमें दो पहिया वाहन भी शामिल हैै।
पार्किंग–
मानोरा मेला में आने वाले वाहनो के लिए पृथक-पृथक पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। ग्यारसपुर की ओर से आने वाले वाहन और विदिशा की ओर से आने वाले वाहनो के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल चिन्हित किए जाएंगे इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर मुख्य सड़क के एक तरफ फोर व्हीकल एवं टेªक्टर ट्रालियां खड़ी की जाएगी और दूसरी और दो पहिया वाहनों को खड़ा किया जाएगा।
सड़कों की मरम्मत-
मानोरा ग्राम को जोड़ने वाली मुख्य एवं सहायक सड़कों पर भी विचार विमर्श किया गया और जिन सड़कों की मरम्मत कराई जानी है उन पर संबंधित विभाग मेला प्रारंभ होने के एक सप्ताह पहले मरम्मत कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए है।
बिजली की आपूर्ति-
मानोरा मेला की अवधि में बिजली की आपूर्ति सतत बनी रहें इसके लिए ऊर्जा विभाग के अधिकारियों से कहा कि नियत अवधि तक कटौत्री से मुक्त रखा जाए। वही आवश्यक जनरेटरों की आपूर्ति कराए जाने के निर्देश संबंधितों को दिए गए।
चिकित्सा व्यवस्था-
मेला अवधि में चिकित्सा व्यवस्थाएं चुस्त रहेगी इसके लिए बकायदा चिकित्सक दल एवं एम्बुलेंस मौजूद रहेंगे ताकि यदि किसी श्रद्धालुगणों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है तो उन्हें अविलम्ब चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जा सकें और उन्हें निःशुल्क दवाई दी जाएगी के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को दिए गए।
फायर बिग्रेड-
मेला परिसर में फायर बिग्रेड भी तैनात की जाएगी इसके लिए विदिशा एवं बासौदा नगरपालिका के अधिकारियों से सतत सम्पर्क कर कार्य पूर्ति की आवश्यक जबावदेंही सौंपी गई है।
मवेशियों को बांध कर रखें
मेला अवधि के दौरान प्रायः देखने में आया है कि मवेशियों के कारण श्रद्धालुगणों को कई बार असुविधाओं का सामना करना पड़ता है ततसंबंध में क्षेत्र के पशुपालकों से आग्रह किया कि वे अपने पशुओं को नियत स्थलो पर ही बांध कर रखें।
उक्त बैठक में जनप्रतिनिधियों के अलावा स्थानीय एसडीएम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।