
जयपुर डेस्क :
राजस्थान यूनिवर्सिटी कैंपस में 4 करोड़ की लागत से 9 साल पहले बना कन्वेंशन सेंटर बदहाल है। देखरेख के अभाव में बड़े-बड़े पेड़ उगने के साथ ही जगह-जगह कांटे और जानवर घूम रहे हैं। कोविड महामारी के बाद एक भी समारोह नहीं होने से इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। अब तक यहां महज पांच कार्यक्रम हुए हैं।
इसको पीपीपी मोड़ पर देने के लिए बैठक कर चर्चा भी की गई थी, लेकिन हुआ कुछ नहीं। सेंटर के हालात सुधारने के लिए हाल ही राज्यपाल ने भी कमेटी गठन कर उचित निर्णय लेने के निर्देश दिए थे, लेकिन हालात देखने पर लगा कि उनके आदेश के बाद भी यहां कोई काम नहीं हुआ।
एक्सपर्ट बोले- पीपीपी पर देने से सुधरेंगे हालात; विशेषज्ञों का कहना है कि पीपीपी मोड़ पर देने से ही कन्वेंशन सेंटर के हालात सुधरेंगे। साथ ही राजस्थान विवि प्रशासन को राजस्व भी मिलेगा। किसी को शादी या समारोह के लिए किराए पर दे सकते हैं। ऐसे ही यदि कोई अन्य भवन है, जिनका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। उन्हें भी पीपीपी पर देने से साफ-सफाई होने के साथ ही आय का नया साधन भी बन सकता है। पीपीपी पर देने से पहले हर तरह की सुविधा विकसित करनी पड़ेगी। इधर, विवि परिसर में बने सेंटर के बारे में प्रशासन को सोचना चाहिए।
कब-क्या
- 7 जुलाई 2015 को कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन।
- तत्कालीन राज्यपाल स्वं. कल्याण सिंह ने सेंटर का शुभारंभ किया था।
- सेंटर के लिए कुल जगह 23 हजार वर्गमीटर
- स्टेेज और अन्य चीजें 5500 वर्गमीटर में ही बनी है।
“करोड़ों की लागत के बने कन्वेंशन सेंटर का इस्तेमाल करने के लिए प्रस्ताव बनाया है। सरकार से अनुमति का इंतजार है।” – राजकुमार कस्वां, रजिस्ट्रार, राजस्थान विश्वविद्यालय