न्यूज़ डेस्क

प्राण प्रतिष्ठा के वो 84 सेकंड का अभिजीत मुहूर्त: रामलला की मूर्ति का श्रृंगार, पंचांग-कलश-नवग्रह पूजन, जानिए प्राण प्रतिष्ठा की रस्में

न्यूज़ डेस्क :

आज यानी सोमवार को अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड के बीच अयोध्या में नए मंदिर में भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा होगी।

इसी अभिजीत के 84 सेकंड में धार्मिक क्रियाएं संपन्न की जाएंगी. आज सुबह सबसे पहले दैनिक मंडप में उन देवताओं का पूजन होगा, जिनका आह्वान किया गया है. भगवान रामलला को जगाया जाएगा. इस दौरान विशेष मंत्रों का उच्चारण किया जाएगा. फिर भगवान राम को स्नान कराया जाएगा. उसके बाद विधिवत श्रृंगार होगा।

सुबह 11 से 12 बजे के बीच चारों वेदों के मंत्र गूंजेंगे. पूजा-विधि के जजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे. उनके हाथों 84 सेकंड के अभिजीत मुहूर्त में श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी. कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास महाराज भी उपस्थित रहेंगे।

‘स्वस्तिवाचन और मंगल मंत्रों का पाठ’

पीएम मोदी अयोध्या में 4 घंटे रहेंगे. पीएम सबसे पहले सरयू नदी में स्नान करेंगे. वहां से मंदिर प्रागंण में पूर्व दिशा में प्रवेश करेंगे. आचार्यों के द्वारा दशाविधि स्नान और प्रायश्चित दान की प्रक्रिया पूरी करवाए जाने के बाद गर्भगृह में प्रवेश करेंगे. वहां आचार्यों की तरफ से तिलक और स्वस्तिवाचन और मंगल मंत्रों का पाठ किया जाएगा.

‘पीएम 10.55 बजे रामजन्मभूमि पहुंचेंगे’

कार्यक्रम स्थल पर सुबह करीब 10:30 बजे तक सभी मेहमान प्रवेश कर सकेंगे. प्रधानमंत्री मोदी सुबह करीब 10:25 अयोध्या में वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचेंगे. वे सुबह करीब 10:55 बजे रामजन्मभूमि आएंगे. पीएम मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ और RSS प्रमुख मोहन भागवत कार्यक्रम के बाद अपना संदेश देंगे. जबकि महंत गोपाल दास आशीर्वचन देंगे।

प्राण प्रतिष्ठा की विधि दोपहर 12:20 बजे से शुरू हो जाएगी. मुख्य पूजा अभिजीत मुहूर्त में होगी. ये मुहूर्त काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला है. यह कार्यक्रम पौष माह के द्वादशी तिथि (22 जनवरी 2024) को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश में होगा।

‘150 से ज्यादा परंपराओं के संत-धर्माचार्य की उपस्थिति होगी’

यह अनुष्ठान काशी के प्रख्यात वैदिक आचार्य गणेश्वर द्रविड़ और आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में 121 वैदिक आचार्य संपन्न कराएंगे. इस दौरान 150 से ज्यादा परंपराओं के संत-धर्माचार्य और 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तटवासी, द्वीपवासी, जनजातीय परंपराओं की भी उपस्थिति होगी।

आज यानी 22 जनवरी को अयोध्या में क्या-क्या होगा…

– सुबह करीब 5:30 बजे श्री राम जन्मभूमि मंदिर का पट खुल गया. भगवान को स्नान और श्रृंगार किया जाएगा. अस्थाई मंदिर में विराजमान रामलला की जैसे पूजा की जाती रही है, उसी तरह उनका पूजन-अर्चन, श्रृंगार और भोग राग होगा.
– प्राण-प्रतिष्ठा की जा रही मूर्ति का भी श्रृंगार होगा.सुबह करीब 8:00 बजे पंचांग पूजन से प्राण प्रतिष्ठा पूजा की शुरुआत होगी. इसमें सबसे पहले गणेश अंबिका पूजन होगा. उसके बाद कलश पूजन, सप्त घृत मात्रिका पूजन, शोडस मात्रिका पूजन होगा.
– उसके बाद 64 योगिनी पूजन भूमि पूजन, वास्तु पूजन, क्षेत्रपाल पूजन, 10 दृगपाल पूजन, नवग्रह पूजन, ब्रह्मा-विष्णु-महेश और इंद्र का पूजन होगा. यज्ञ मंडप और श्री राम जन्मभूमि मंदिर की परिक्रमा होगी.इस पूरी पूजा के दौरान यजमान के तौर पर अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी होंगी. ये दोनों इन सभी पूजा में भाग लेंगे. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तय मुहूर्त के पहले यह सारी पूजा समाप्त हो चुकी होगी।

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में पहुंचेंगे तो वे सबसे पहले अस्थाई मंदिर से लाए गए विराजमान रामलला की पूजा करेंगे. उसके बाद वे पंचांग पूजा करेंगे. यह मंदिर की पूजा है.

अयोध्या में चार घंटे में रहेंगे पीएम मोदी

– सुबह 10:25 बजे अयोध्या एयरपोर् पहुंचेंगे.
-सुबह 10:55 बजे राम जन्मभूमि पहुंचेंगे.
– प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे.
– दोपहर एक बजे सभा को संबोधित करने पहुंचेंगे.
– दोपहर 2:10 बजे कुबेर टीला के दर्शन कर दिल्ली लौट जाएंगे.

शाम में होगा दीप प्रज्ज्वलन

प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्ण होने के बाद शाम को अयोध्या दीपों से जगमगाएगी. यहां ‘राम ज्योति’ प्रज्ज्वलित कर दीपावली मनाई जाएगी. इसके साथ ही मकानों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और पौराणिक स्थलों पर ‘राम ज्योति’ प्रज्ज्वलित की जाएगी. अयोध्या सरयू नदी के तटों की मिट्टी से बने दीपों से रोशन होगी. रामलला, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, गुप्तारघाट, सरयू तट, लता मंगेशकर चौक, मणिराम दास छावनी समेत 100 मंदिरों, प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!