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MP में मानवता को किया शर्मसार: विक्षिप्त पर पेशाब करने वाले बीजेपी कार्यकर्ता के घर दबिश

माता-पिता और पत्नी से थाने में पूछताछ; गृहमंत्री बोले-गलत किया है तो कार्रवाई होगी

न्यूज़ डेस्क :

सीधी जिले में मानसिक विक्षिप्त आदिवासी पर पेशाब करने वाले प्रवेश शुक्ला की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। बहरी थाने की एक टीम मंगलवार रात कुबरी गांव में उसके घर पहुंची थी। लेकिन प्रवेश वहां नहीं मिला। पुलिस ने उसके पिता-माता और पत्नी को थाने बुलाकर पूछताछ की। उन्होंने घटना को लेकर किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया।

वहीं, आदिम जाति कल्याण विभाग ने पीड़ित को 10 हजार रुपए की तात्कालिक आर्थिक सहायता राशि दी है। चेक एडीएम श्रेयस गोखले ने सौंपा।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘किसी भी पार्टी का कार्यकर्ता हो, अगर गलत किया है तो कार्रवाई होगी।’ बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बोले कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

प्रवेश शुक्ला के मानसिक विक्षिप्त शख्स पर पेशाब करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। 10 दिन पुराना बताया जा रहा यह वीडियो कुबरी बाजार का है। आरोपी प्रवेश शुक्ला कुबरी का ही रहने वाला है। वह सीधी जिले से बीजेपी विधायक पं. केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि रह चुका है।

शिवराज बोले- अपराधी को किसी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे

मामले के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा था कि अपराधी को किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे। आरोपी पर NSA (नेशनल सिक्योरिटी एक्ट) भी लगाया जाएगा।

कमलनाथ ने कहा- पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया

इससे पहले PCC चीफ कमलनाथ ने कहा था, ‘सीधी जिले में आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब करने की क्रूरता का वीडियो सामने आया है। आदिवासी युवक के साथ ऐसी जघन्य और गिरी हुई हरकत का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। मध्यप्रदेश पहले ही आदिवासी अत्याचार में नंबर वन है। इस घटना ने पूरे मध्यप्रदेश को शर्मसार कर दिया है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि दोषी व्यक्ति को सख्त से सख्त सजा दी जाए और मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार को समाप्त किया जाए।’

भूरिया ने कहा- शिवराज सरकार में सबसे ज्यादा अत्याचार

मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने कहा कि शिवराज सरकार में आदिवासियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुए हैं। इनमें बीजेपी के नेता ही शामिल क्यों हैं? यह बीजेपी की आदिवासियों के प्रति मानसिकता को दर्शाता है।

विधायक शुक्ला बोले- प्रवेश न मेरा प्रतिनिधि, न बीजेपी कार्यकर्ता

 जब विधायक केदारनाथ शुक्ला से सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘प्रवेश न तो मेरा प्रतिनिधि है, न ही पार्टी का कार्यकर्ता।’ हालांकि, उन्होंने ये स्वीकार किया कि वे प्रवेश शुक्ला को जानते हैं। वह सीधी से 20 किलोमीटर दूर कुबरी गांव का रहने वाला है। भास्कर ने विधायक से सवाल किया कि प्रवेश शुक्ला को वे कैसे जानते हैं? तो जवाब मिला कि मैं विधायक हूं, इसलिए प्रवेश को जानता हूं।

जवाब में अरुण यादव ने ट्वीट किया आरोपी का नियुक्ति पत्र
विधायक केदारनाथ शुक्ला ने आरोपी प्रवेश शुक्ला को बीजेपी कार्यकर्ता मानने से ही इनकार कर दिया। इस पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने प्रवेश शुक्ला को भाजपा मंडल उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने का पत्र ट्वीट कर दिया। यादव ने लिखा, ‘यह नियुक्ति पत्र उन लोगों के लिए है, जो बोल रहे हैं कि प्रवेश शुक्ला भारतीय जनता पार्टी का सदस्य नहीं है। वो भारतीय जनता युवा मोर्चा में मंडल उपाध्यक्ष है, साथ ही विधायक केदारनाथ शुक्ला जी ने उसे अपना प्रतिनिधि भी बनाया है।’

 

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