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दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन में कहा- उन्हें सैनिकों के पराक्रम पर शक था, कांग्रेस बॉर्डर पर सड़क बनाने से डरती थी

न्यूज़ डेस्क :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश के सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे के पहले फेज का उद्घाटन किया। इसके बाद सभा में PM ने कहा- कांग्रेस सीमावर्ती इलाकों में सड़क बनाने से डरती थी। उन्हें लगता था कि दुश्मन हमारी बनाई सड़कों से चलकर देश के भीतर आ जाएगा। मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस क्यों हमारे सैनिकों के शौर्य और बहादुरी को कम आंकती रही है।

PM ने कहा- सीमा पर दुश्मनों को रोक देना और उन्हें मुंहतोड़ जवाब देना हमारी सेना को बखूबी आता है। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बिना नाम लिए इशारों में निशाना साधा। उन्होंने कहा कि साल भर तक बजट को डिब्बे में बंद रखा। गलती किसी से भी हो सकती है, लेकिन यह साबित होता है कि कांग्रेस के पास न विजन है, न उसकी बातों में वजन है।

PM ने कहानी सुनाई, फिर बोले- इसका राजस्थान से संबंध नहीं
PM ने कहा- मैं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का कार्यकर्ता था और दौरे पर रहता था। एक बार एक सज्जन ने भोजन के लिए पूछा। मैंने कहा कि अभी नहीं खाया है, तो उन्होंने कहा कि चलो एक शादी में चलना है, वहीं भोजन करेंगे। जब हम उस गांव में गए तो पता चला कि शादी तो एक साल पहले हो चुकी थी और मेरे साथी के हाथ में सालभर पुराना कार्ड हाथ लग गया था। हालांकि इसका राजस्थान से कोई लेना-देना नहीं है।

कानून व्यवस्था पर कहा- राजस्थान को बचाने भाजपा सरकार जरूरी
बीते पांच सालों में डबल इंजन की सरकार लगी हाेती तो यहां का विकास तेज हो जाता। कांग्रेस चीजों को अटकाने, भटकाने, लटकाने का काम करती है, उससे विकास के काम पटक दिए जाते हैं। न ये लोग खुद काम करते हैं और न ही ये करने देते हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति रोज खराब होती जा रही है। राजस्थान से जिस तरह की खबरें सामने आ रही हैं, उससे यह लगता है कि यदि राजस्थान की संस्कृति और गौरव को बचाना है तो राज्य में भाजपा की सरकार लानी ही होगी।

दिल्ली-जयपुर के बीच ट्रैवल टाइम आधा हो जाएगा
PM ने कहा कि केंद्र सरकार पिछले 9 साल से इस तरह के प्रोजेक्ट्स पर बड़ी रकम खर्च कर रही है। इस साल के बजट में सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए 10 लाख करोड़ रुपए का प्रोविजन किया गया है। यह 2014 की तुलना में 5 गुना ज्यादा है। उन्होंने कहा- इस हाइवे से जयपुर से दिल्ली जाने का टाइम आधा हो जाएगा। ये एक्सप्रेस-वे बंदरगाहों, लॉजिस्टिक पार्क को कई राज्यों से जोड़ेगा।

इन्फ्रास्ट्रक्चर पर किए गए खर्च से सभी को फायदा
प्रधानमंत्री ने कहा कि आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण का एक और पक्ष है। जब यह तैयार हो जाता है तो किसान, स्टूडेंट, व्यापारी सभी को अनेक सुविधाएं मिलती हैं। दुनिया में ऐसे अनेक अध्ययन हैं, जो बताते हैं कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में लगाई गई राशि जमीन पर कई गुना असर दिखाती है, इससे कई गुना निवेश आकर्षित होता है।

2024 से पहले अमेरिका जैसा होगा रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर
इससे पहले लोकार्पण कार्यक्रम की शुरुआत में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सैटेलाइट का उपयोग करके हाईवे का अलाइनमेंट ठीक किया गया, इस तकनीक की मदद लेने से दिल्ली से मुंबई के बीच 275 किमी की दूरी कम की गई है। उन्होंने दावा किया कि हम 2024 का साल खत्म होने से पहले भारत का सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर कर देंगे।

जयपुर-दिल्ली के बीच इलेक्ट्रिक केबल भी डलेगी
गडकरी ने कहा कि जयपुर-दिल्ली के बीच इलेक्ट्रिक केबल भी डाली जाएगी, ताकि इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रक और बसें भी चल सके। इसके लिए वैज्ञानिकों की मदद भी ली जा रही है।

नितिन गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साफा पहनाकर स्वागत किया, वहीं स्मृति चिन्ह के रूप में उन्हें चित्तौड़गढ़ का विजय स्तंभ का प्रतीक भेंट किया गया है। विजय स्तंभ को मेवाड़ के महाराणा कुंभा ने महमूद खिलजी को हराने के बाद बनाया गया था।

ड्रोन से हजार किलो के सामान की डिलीवरी हो सकेगी
नितिन गडकरी ने कहा कि जैसे एयरपोर्ट होता है, भविष्य में ड्रोन पोर्ट भी होगा। अभी ड्रोन 200 किलो तक का सामान लेकर उड़ सकता है, जल्द ही इससे एक हजार किलो तक का सामान ले जाया जा सकेगा।

पहला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे होगा, शुद्ध हवा मिलेगी
दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन की लंबाई 247 KM​ है। यह 12 हजार 150 करोड़ रुपए में बना है। ​​​​यह 3 एनिमल अंडरपास वाला एशिया का पहला एक्सप्रेस-वे है। प्रदूषण कम करने के लिए 10 लाख से अधिक पौधे लगाए जा रहे हैं। दोनों सड़कों के बीच में करीब 10 से 15 फीट की जगह रखी गई है।

एक्सचेंज पॉइंट्स पर बडे़-बड़े सर्किल बनाए गए हैं। यहां पर खास तौर पर नीम, स्नेक, एरिका, गरबेरा व जाइलीन के पौधे लगाए जा रहे हैं। ये पौधे पर्यावरण को शुद्ध रखेंगे। ये कार्बन डाई ऑक्साइड के साथ-साथ जहरीली गैसों को ऑब्जर्व कर लेते हैं।

राजस्थान को लोगों ने बीमारू राज्य कहकर चिढ़ाया
यहां मौजूद भीड़ को लेकर उन्होंने कहा कि ये ट्रेलर है, फिल्म अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान को कुछ लोगों ने बीमारू राज्य कहकर चिढ़ाया है, लेकिन भाजपा राजस्थान को विकसित भारत का सबसे मजबूत आधार बना रही है। राजस्थान दिल्ली-मुंबई से कनेक्ट हो रहा है, यह दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को और ताकतवर बनाएगा।

राजस्थान को नई संभावनाओं का प्रदेश बनाएंगे
मोदी ने कहा कि पिछले नौ सालों में हमने राजस्थान समेत सभी सीमावर्ती इलाकों में सड़क का सशक्त नेटवर्क तैयार कर दिया है। अभी एक हजार किमी की सड़कें सीमा पर और बनेंगी। यानी भाजपा राजस्थान को नई संभावनाओं का प्रदेश बना रही है। हर घर में पानी पहुंचाने पर भी काम कर रहे हैं।

100 साल से चली आ रही मांग पूरी की
नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुजरात से आबू रोड तक की रेल लाइन पर काम शुरू हो चुका है। यह मांग भाजपा ने ही पूरी की है। यह मांग 100 साल से चली आ रही थी। जब इन्फ्रास्ट्रक्चर बनता है, तब रोजगार देता और बनने के बाद व्यापार को बड़ी शक्ति देता है। उन्होंने कहा कि देश विरासत और विकास के साथ आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने नौ साल में उन लोगों पर ध्यान दिया है जो विकास से वंचित थे। गरीब, पिछड़े, आदिवासी, बंजारा, रेहड़ी वालों समेत हर वर्ग का ध्यान रखा है। ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा पहली बार हमारी सरकार ने दिया है। इंजीनियरिंग-मेडिकल की पढ़ाई अंग्रेजी में होने के कारण गांव-आदिवासी परिवार पीछे रह जाते थे, इसलिए हमने यह पढ़ाई स्थानीय भाषा में कराने पर बल दिया है।

मुझे यहां की बाजरे की रोटी बहुत पसंद है
प्रधानमंत्री ने मोटे अनाज को नई पहचान देने का दावा करते हुए कहा कि मैं जब यहां आता हूं तो मेहमाननवाजी याद आती है। मुझे यहां की बाजरे की रोटी बहुत पसंद है। दुनिया के बाजार में मोटा अनाज श्रीअन्न के नाम से जाना जाएगा। ये अन्न पौष्टिक भी होते हैं। किसानों को इसका फायदा मिले, इसके लिए हमने कई कदम उठाए हैं, इसका सीधा लाभ राजस्थान के सूखा प्रभावित छोटे किसानों को मिलने वाला है।

गहलोत ने पीएम से कहा- ईआरसीपी को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित करें
उद्घाटन कार्यक्रम में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से जुड़े राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 50 सड़कों को पहले ही राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का फैसला हो चुका है, लेकिन इसका नोटिफिकेशन अभी तक नहीं हुआ। जयपुर रिंग रोड, जोधपुर एलिवेटेड रोड पर भी जल्द काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि ईस्टर्न रीजन कैनाल प्रोजेक्ट(ईआरसीपी) को भी प्रधानमंत्री महत्व दें और इसे राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित करें। एक प्रधानमंत्री का पंद्रह दिन के अंदर किसी राज्य में दूसरी बार आना बहुत मायने रखता है, इसलिए राजस्थान आपसे बहुत उम्मीद कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 लेन वाले 67 किमी के बांदीकुई-जयपुर लिंक रोड, 6 लेन वाले 86 किमी के कोटपूतली-अलवर-दिल्ली मुंबई इंटरचेंज नेशनल एक्सप्रेस परियोजना का शिलान्यास भी किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। हरियाणा में इस एक्सप्रेस-वे का 129 किमी का हिस्सा है। वहीं राजस्थान में एक्सप्रेस-वे 373 किमी लंबा है।

इन परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 246 किलोमीटर लंबे अलग-अलग राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी, जिन्हें 5940 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से बनाया जाना है।

इन परियोजनाओं में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से विकसित होने वाला बांदीकुई से जयपुर का 67 किमी लंबा चार लेन वाला लिंक रोड, करीब 3775 करोड़ रुपए से विकसित होने वाला कोटपूतली से बाराओदानियो और करीब 150 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले लालसोट-करौली सेक्शन के दो लेन वाले पक्के किनारे (पेव्ड शोल्डर) शामिल हैं।

तीसरी बार दौसा जिले में आए नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी तीसरी बार दौसा जिले में आए हैं, जबकि बतौर प्रधानमंत्री वे दूसरी बार जिले के दौरे पर हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते नरेंद्र मोदी 2013 में विधानसभा चुनावों का प्रचार करने बांदीकुई आए थे। इसके बाद साल 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी प्रत्याशियों का प्रचार करने भी दौसा आए थे। उसके बाद आज धनावड़ गांव में एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया।

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