नई दिल्ली

सड़क हादसा: सामने से ठोकर मारकर ट्रक चालक ने दंपति को कुचला , जिला पंचायत सदस्य की मौत, पति की हालत भी नाजुक

न्यूज़ डेस्क :

रीवा जिले के सिरमौर थाना अंतर्गत बरदहा घाटी में चढ़ते समय अनियंत्रित ट्रक ने एक बाइक में सवार दंपति को कुचल दिया। हादसे में वार्ड क्रमांक 3 की जिला पंचायत सदस्य इंजीनियर जीना वर्मा 32 वर्ष निवासी इटौरी थाना जवा की मौके पर मौत हो गई है। वहीं बाइक चला रहे पति शिवसुरत वर्मा 35 वर्ष बुरी तरह से जख्मी होकर आधे घंटे सड़क में पड़े रहे।

राहगीरों ने दुर्घटना देख डायल 100 को सूचना दी। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने 108 एंबुलेंस की मदद से सिरमौर सिविल अस्पताल भेजवाया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद संजय गांधी अस्पताल रेफर कर दिया है। एसजीएमएच के चिकित्सकों ने पति की हालत को नाजुक बताया है। ये हादसा रविवार की दोपहर 12 बजे सिरमौर-डभौरा मार्ग में हुआ है।

ऐसे हुआ हादसा
सिरमौर एसडीओपी नवीन तिवारी ने बताया कि 18 दिसंबर को दोपहर अज्ञात ट्रक डभौरा की ओर जा रहा था। जिसका चालक बरदहा घाटी उतरे समय वाहन से नियंत्रण खो दिया। घाट उतरते समय अंधे मोड़ों में एक बाइक घाट चढ़ रही थी। तभी सामने से ठोकर मारकर ट्रक चालक ने कुलच दिया। दुर्घटना के बाद ट्रक फरार हो गया। बाइक में सवार दोनों लोगों को तड़पते देख कुछ राहगीर रूके। इसी बीच महिला को किसी ने पहचान लिया।

क्षेत्र में दौड़ी शोक की लहर
राहगीरों ने पुलिस को सूचना देकर समर्थकों को अवगत कराया। ऐसे में एक घंटे के भीतर आधा सैकड़ा लोग सिरमौर अस्पताल व बरदहा घाटी घटनास्थल पर पहुंच गए। समर्थकों ने मृतका की पहचान जिला पंचायत सदस्य इंजीनियर जीना वर्मा और घायल को पति शिवसुरत वर्मा के रूप में की है। पुलिस ने शाम चार बजे तक महिला का पोस्ट मार्टम सिरमौर अस्पताल में करा दिया है। वहीं घायल पति को गंभीर हालत में रीवा रेफर कर दिया है।

धड़कन रोकने वाले बरदहा घाटी के मोड़
तराई अंचल के जवा और त्योंथर क्षेत्र को जिला मुख्यालय से छोड़ने के लिए दो ही मार्ग है। पहला सोहागी घाटी और दूसरा बरदहा घाटी। नेशनल हाईवे 30 के कारण सोहागी घाट के मोड़ डरावने नहीं है। पर सिंगल लेन स्टेट मार्ग के कारण बरदहा घाटी में आजादी के समय की सड़क और मोड़ बने है। 99 फीसदी मोड़ डरावने और धड़कन रोकने वाले है। यहां से आने व जाने वाले लोग भगवान का नाम जपते जाते है। जिसकी यात्रा सुखद रही। वह भगवान को धन्यवाद देता है। जो हादसाग्रस्त हो गया। उनकी पीढ़ियां सदियों तक कोसती है।

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