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MP बीजेपी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट के बाद बगावत शुरू: जानिए कहा कहा से हो रही हैं बगावत

भोपाल डेस्क :

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के करीब तीन महीने पहले ही भाजपा ने 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। इसके बाद से ही टिकट के दूसरे दावेदार और उनके समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया है। कुछ सीटें ऐसी हैं जहां घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ दावेदार शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। वे टिकट बदलने की मांग कर रहे हैं।

पढ़िए कहां-क्या हो रहा है?

फफक कर रो पड़ीं छतरपुर की पूर्व प्रत्याशी

छतरपुर सीट से बीजेपी ने पूर्व मंत्री ललिता यादव को उम्मीदवार बनाया है। उनके नाम की घोषणा के बाद 2018 में बीजेपी प्रत्याशी रहीं अर्चना गुड्‌डू सिंह ने रविवार को जटाशंकर तक कांवड यात्रा निकाली। जिसे संबोधित करते हुए वो भावुक हो गई। रुंधे गले से अर्चना ने लोगों का समर्थन मांगा और बाद में फफक कर रोने लगीं।

बता दें कि 2018 के चुनाव में बीजेपी ने अर्चना सिंह को छतरपुर से टिकट दिया था। वे 3495 वोटों से हार गई थीं। वहीं ललिता यादव को बीजेपी ने बड़ा मलहरा से चुनाव लड़ाया था। वे 15779 वोटों से हार गई थीं। अर्चना सिंह के समर्थक हार के अंतर को आधार बनाकर टिकट बदलने की मांग कर रहे हैं।

चाचौड़ा में ममता मीणा ने दिखाई ताकत

गुना जिले की चाचौड़ा सीट से बीजेपी की विधायक रहीं ममता मीणा ने सोमवार को बीनागंज में शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मेरे साथ बहुत बड़ी साजिश हुई है। जब मैंने कहा कि मुझे जिला पंचायत का अध्यक्ष बनवा दो, तो कहा गया कि तुम्हें अध्यक्ष बनना है या विधानसभा का टिकट लेना है। शक्ति प्रदर्शन में ममता मीणा के समर्थक बड़ी संख्या में जुटे। उन्होंने टिकट बदलने की मांग की है।

चाचौड़ा सीट पर बीजेपी ने आईआरएस अफसर प्रद्युम्न मीणा की पत्नी प्रियंका मीणा को टिकट दिया है। प्रियंका ने ममता मीणा के खिलाफ जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था। वे ढाई सौ से कम वोटों के अंतर से हार गई थीं।

सतना में सुभाष शर्मा ने निकाली रैली

चित्रकूट विधानसभा सीट से बीजेपी ने पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार को टिकट दिया है। इस सीट से टिकट के दावेदार सुभाष शर्मा ‘डोली’ ने रविवार को शक्ति प्रदर्शन किया। शर्मा के समर्थकों का कहना है कि सुरेंद्र सिंह को सर्वे के आधार पर नहीं बल्कि नेताओं से अच्छे संबंध के आधार पर टिकट मिला है।

सुभाष शर्मा सतना के यूथ कांग्रेस के लोकसभा अध्यक्ष थे। फिर उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली थी। वे चित्रकूट से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। उन्होंने रैली निकालकर टिकट बदलने की मांग की है। चित्रकूट से भाजपा के दूसरे नेता शंकरदयाल त्रिपाठी भी नाराज बताए जा रहे हैं।

झाबुआ में बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ निकाली रैली

झाबुआ में भानू भूरिया को बीजेपी प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद सोमवार को 1000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने बारिश के बीच रैली निकाली और बीजेपी प्रत्याशी बदलने की मांग की। झाबुआ में मौजूदा बीजेपी जिला अध्यक्ष भानू भूरिया को टिकट देने के बाद स्थानीय कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं।

वहीं कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया बीजेपी प्रत्याशी पर एमपी से गुजरात में अवैध तरीके से शराब तस्करी करने का आरोप लगा चुके हैं।

पूर्व राज्यपाल की पौत्रवधु ने छोड़ी बीजेपी

मप्र के पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की पौत्रवधु और निवाडी जिले की भाजपा उपाध्यक्ष रोशनी यादव ने सोमवार को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। रोशनी यादव ने कहा है कि भाजपा की रीति, नीति एवं नेतृत्व से वे काफी समय से नाखुश है। भाजपा सिर्फ महिलाओं को ठगने का काम करती है। जनता में प्रदेश और केंद्र की नेतृत्व दोनों से नाराजगी है, जिस दल से जनता खुश नहीं है उससे जुड़कर भला सेवा का कार्य कैसे हो सकता है।

रोशनी यादव ने कहा है कि क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ता दोनों का आपार समर्थन और स्नेह मेरे साथ है। हजारों कार्यकर्ताओं के साथ 24 अगस्त को मैं कांग्रेस जॉइन करूंगी। बहुत दुखी मन से आहत होकर मैं भाजपा की सदस्यता त्याग रही हूं। मेरे राजनीतिक सफर में कई अनुभव मुझे भाजपा में रहते मिले, जिसके लिए मैं आजीवन आभारी रहूंगी, लेकिन गत कुछ महीनों से शीर्ष नेतृत्व का कार्यकर्ताओं के प्रति निराशा, नीति और नेतृत्व में उदासीनता, महिलाओं के प्रति दिखावटी योजना एवं उनके प्रति बढ़ते अत्याचार को देखकर मैं आहत हूं, भाजपा की सदस्य होकर रोजाना जनता से उठ रहे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई के सवालों का उत्तर देने में असमर्थ हूं। कार्यकर्ता केंद्रित दल अब नेता केन्द्रित है।

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