चंडीगढ़

ग्रीन हाऊस गैसों के निकास को कम करने के लिए एनर्जी एक्शन प्लान तैयार करेगी पंजाब सरकार, पेडा ने पंजाब में 2500 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य निश्चित किया

चंडीगढ़ डेस्क :

कुदरती स्रोतों के अधिक से अधिक प्रयोग के मकसद से पंजाब सरकार की तरफ से जल्द ही एक एनर्जी एक्शन प्लान लाया जा रहा है जो नवीन और नवीनतम ऊर्जा तकनीकों को अपना कर ग्रीन हाऊस गैसों (जी. एच. जी.) के निकास को कम करने में मदद करेगा। यह जानकारी पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी ( पेडा) के मुख्य कार्यकारी श्री सुमित जारंगल ने दी। वह यहाँ स्टेट एनर्जी एक्शन प्लान के लिए ट्रेनिंग नीडज़ असेसमेंट ( टी. एन. ए.) पर क्षमता निर्माण वर्कशाप को संबोधन कर रहे थे। 

जारंगल ने बताया कि पेडा राज्य में 2500 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सख़्त यत्न कर रही है और एनर्जी एक्शन प्लान राज्य स्तर पर सभी हिस्सेदार विभागों को उनके अदारों में ऊर्जा कुशलता और नवीकरणीय ऊर्जा को लागू करने में सहायता करेगा। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के अलग-अलग विभाग, जोकि अब तक सिर्फ़ ऊर्जा की खपत करने तक ही सीमित थे, अब ऊर्जा बदलाव और भविष्य की ऊर्जा प्रणालियां विकसित करने में अहम भूमिका निभाएंगे क्योंकि पंजाब साफ़-सुथरे और हरे- भरे वातावरण के लिए ऊर्जा बदलाव की तरफ बढ़ रहा है। 

मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि वर्कशाप का मकसद नीति निर्माण के लिए विचार-विमर्श करना और हिस्सेदार विभागों के कीमती सुझाव प्राप्त करना था। उन्होंने आगे कहा कि यह वर्कशाप रणनीतिक पेपर, ट्रेनिंग के प्रस्तावित ढांचे और राज्य में क्षमता निर्माण के लिए एक्शन प्लान को अंतिम रूप देने संबंधी व्यापक विचार-विमर्श करने में सहायक सिद्ध हुई है। 

वर्कशाप के दौरान प्राप्त होने वाले सुझावों के आधार पर ट्रेनिंग और क्षमता निर्माण प्रोग्रामों के लिए एक व्यापक नक्शा भी तैयार किया जायेगा। इसके उपरांत साफ़-सुथरी ऊर्जा पैदा करने के लिए योजनाबंदी और इसको लागू करने के अलग-अलग पहलूओं के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने, ट्रेनिंग संस्थाएं खोलने और ट्रेनरों का एक नैटवर्क तैयार किया जायेगा। 

उन्होंने कहा कि पंजाब बहु-क्षेत्रीय ऊर्जा योजना के लिए सरकारी विभागों और अधिकारियों की ट्रेनिंग के लिए संभावित क्षेत्रों की पहचान करेगा। टीम की तरफ से पहले ही पंजाब के अलग-अलग विभागों में अलग-अलग अधिकारियों के साथ संबंध करके ऐसी ज़रूरतों को समझने के लिए सर्वेक्षण किया जा चुका है। इस सर्वेक्षण से प्राप्त नतीजों के आधार पर पंजाब के लिए ’ट्रेनिंग एंड कपैसिटी नीडज़ फ्रेमवर्क’ के बारे रणनीतिक पेपर तैयार किया गया है। 

जि़क्रयोग्य है कि जी. आई. ज़ैड्ड (जर्मन डिवैल्लपमैंट कोआप्रेशन) की तरफ से पंजाब में योजनाबंदी और सस्टेनेबल ऊर्जा पैदा करने के लिए नयी भूमिकाएँ निभाने के लिए विभागों की तैयारियों को समझने के साथ-साथ जानकारी/ हुनर संबंधी जानने/ मूल्यांकन करने के लिए अपने हिस्सेदार डेलोइट इंडिया के साथ ट्रेनिंग नीड असेसमेंट प्रोग्राम शुरू किया गया है। 

इस वर्कशाप के दौरान जी. आई. ज़ैड्ड के प्रतिनिधि निधी सरीन और मनोज मेहता के इलावा पेडा के अतिरिक्त डायरैक्टर जसपाल सिंह और अलग- अलग विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

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