
आनंदपुर डेस्क :
सूरज की तपती तेज किरणों से आम लोगों का हाल बेहाल हो रहा है जिसके चलते बाजार में एकदम सन्नाटा पसरा हुआ है।
सुबह लगभग 9:00 बजे से ही सूरज की तेज किरणे पड़ती हैं और ग्राम लू चलती है। तो लोगों के पसीने छूट जाते हैं यह तपती तेज धूप दिनभर लोगों का हाल बेहाल कर देती है। जिसके चलते ग्रामीण जन बहुत जरूरी कार्य होने पर ही घर से बाहर निकल रहे हैं बाहर तो ठीक है घर में भी लोगों को राहत नहीं मिल रही क्योंकि घरों में भी तेज उमस हो रही हैं।
शाम 5:00 बजे के बाहर बाद भी घर से बाहर निकलो तो तेज लपटों के चलते ऐसा महसूस होता हैं जैसे की पास में भयानक आग लगी हो और हम उसके पास से गुजर रहे हो।
आनंदपुर का बाजार हमेशा चहल-पहल और भीड़ भाड़ के लिए जाना जाता है लेकिन पिछले दो-तीन दिन से भीषण गर्मी के कारण 12:00 बजे से ही बाजार में एकदम सन्नाटा पसर जाता है मुख्य बाजार में कोई अनजान व्यक्ति देख ले तो उसे कोरोना काल के लॉक डाउन बाला नजारा याद आ जाता है कि कोरोना काल में कैसे बाजार में एकदम सन्नाटा पसरा रहता था। कपड़ा व्यवसाय संतोष शर्मा, बृजेश कुशवाह, अमित सोनी आदि ने बताया कि इस भीषण गर्मी के कारण दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंच रहे पूरे बाजार में 12:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक सन्नाटा पसरा रहता है इसी बीच यदि लाइट चली जाए तो दुकानों के अंदर बैठ पाना भी मुश्किल हो जाता है।
इस सीजन में दूसरी बार भीषण गर्मी के बीच तापमान में बढ़ोतरी हुई हैं और मंगलवार दिन का तापमान 42 डिग्री रहा और न्यूनतम रात का तापमान भी 29 डिग्री रहा जिसके चलते दिन तो दिन रात में भी ग्रामीण जनों को सुकून नहीं मिल पा रहा।
मौसम विभाग की माने तो एक सप्ताह तक इसी तरह भीषण गर्मी का दौर जारी रहेगा और दिन के तापमान में ओर भी बढ़ोतरी होगी। इसलिए लोगों को सलाह दी गई है कि जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले, हीट वेव से बचने के लिए पानी भरपूर मात्रा में पिए।
वृक्षों की कमी के कारण बड़ रही हैं गर्मी
सामाजिक संगठन जन चेतना मंच के प्रदेश मीडिया प्रभारी संजीव कुशवाहा ने बताया कि लोग तेज गर्मी से परेशान हो रहे हैं इसका मुख्य कारण पर्यावरण में पेड़ों की कमी है संगठन प्रतिवर्ष प्रदेश स्तरीय पर्यावरण बचाओ वृक्ष लगाओ अभियान चला कर पर्यावरण को संरक्षण करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है लोग इस बात को समझ नहीं पा रहे की आने वाला समय पेड़ न होने के कारण और भी विकेट परिस्थितियों खड़ा करेगा इसलिए सभी जागरूक बंधुओ से निवेदन है कि जैसे ही गर्मी का सीजन समाप्त हो और बारिश शुरू हो तो वह वृक्ष रोपण कर पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी निभाएं आज पेड़ों की कमी के कारण राहगीर रास्ते में भी 2 मिनट विश्राम नहीं कर पाते यदि जगह-जगह छायादार वृक्ष होंगे तो कम से कम सुकून से बैठकर ठंडी छांव ले सकेंगे।