बार-बार आवेदनों के बाद भी पुरानी पाइपलाइन की मरम्मत के लिए अधिकारी नहीं कर रहे राशि स्वीकृत: ग्रामवासी पानी के लिए परेशान

आनंदपुर डेस्क :
तहसील से लेकर जिले तक के अधिकारी कैसे अपनी मनमर्जी कर रहे हैं इसका जीता जागता उदाहरण ग्राम पंचायत आनंदपुर बन चुका है।
यहां के ग्रामीण जन बूंद बूंद पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं लेकिन अधिकारियों का रवैया है की सुधारने का नाम ही नहीं ले रहा।
आनंदपुर में पुरानी पाइप लाइन के लिए ग्राम पंचायत द्वारा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 5-6 बार आवेदन देकर पुरानी पाइपलाइन मरम्मत के लिए अनुरोध किया। फिर भी यह अधिकारी पाइपलाइन की मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत ही नहीं कर रहे। साल से उनके पास पुरानी पाइपलाइन मरम्मत की फाइल पड़ी हुई है।
जगह जगह से टूट रही हैं पाइप लाइन
इस संबंध में ग्राम पंचायत सरपंच के बेटे राधावल्लभ शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत में नल जल योजना की जो पुरानी लाइन थी उसकी मरम्मत की बहुत ज्यादा आवश्यकता है क्योंकि पुराने पाइप जगह-जगह से टूट गए, उनमें छेद भी हो गए हैं कुछ बॉल भी लीकेज कर रहे हैं पुरानी पाइपलाइन की मरम्मत के लिए हमने जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को आवेदन दिए। 1 साल से फाइल रोके हुए हैं। लेकिन अभी तक पुरानी पाइपलाइन की मंजूरी के लिए राशि स्वीकृत नहीं की।
राशि स्वीकृत कराने के लिए हमने मध्य प्रदेश शासन के जल संसाधन मंत्री और मुख्य सचिव मध्य प्रदेश शासन को भी पत्र लिखकर अवगत कराया है फिर भी ग्राम वासियों की प्रमुख समस्या का समाधान किया जाएं। लेकिन अभी तक कोई भी समधन नहीं निकल सका है।
कभी-कभी तो यह नौबत आ जाती है कि हमें रात को 2:00 बजे भी पुरानी लाइन पाइपलाइन की मरम्मत का कार्य करना पड़ता है। क्योंकि पुरानी लाइन की जब तक मरम्मत नहीं हो जाती पानी की टंकी तक पानी को पहुंचने में बहुत समस्याएं आ रही।
24 घंटे नहीं मिलती बिजली
पीएचई पर बिजली विभाग द्वारा 24 घंटे लाइट उपलब्ध नहीं कराई जाती वह मुश्किल 4 से 6 घंटे ही लाइट मिलती है 3 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन पानी की टंकी तक है वहां से टंकी भरने में 3 से 4 घंटे का समय लगता है ग्राम में 40 से अधिक पानी सप्लाई की पाइपलाइन डाली हुई है जब पानी की टंकी नहीं भर आएगी तो ग्रामीण जनों को पानी कहां से सप्लाई हो पाएगा। इस वजह से ग्राम में तीन से चार दिन कभी-कभी 5 से 6 दिन में भी नालों से पानी सप्लाई होता है ग्रामीण जन बहुत ही परेशानी का सामना करना कर रहे हैं। यदि बिजली विभाग पीएचई पर 24 घंटे बिजली उपलब्ध करा दे तो कम से कम एक दिन छोड़कर ग्रामीण जनो को पानी सप्लाई किया जा सकता है।
ठेकेदार ने डाली अधूरी पाइप लाइन
एक करोड़ रुपए से अधिक की नई नल जल योजना के लिए जो ठेकेदार ने काम लिया था उसने दो साल में भी काम पूरा नहीं किया और गांव में आधी अधूरी पाइपलाइन डालकर चला गया। ठेकेदार द्वारा नल जल योजना का काम भी बहुत ही घटिया तरीके से किया गया है।
अभी बरसात भी शुरू हो गई है ऐसे में ठेकेदार द्वारा पाइप लाइन डालने के लिए ग्राम की जो सड़क खोदी गई थी उनकी भी अभी तक मरम्मत नहीं कराई पूरे ग्राम में कीचड़ ही कीचड़ हो रही है ग्रामीण जनों को पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा है।



