आनंदपुर में नहीं बना मुक्तिधाम: पाटीदार ने कहा- बाज़ार में अर्थी निकाल कर किया जाएगा अंतिम संस्कार
आनंदपुर डेस्क :
आनंदपुर में होली के पास आरोन रोड पर मुक्ति धाम के लिए बार-बार आवेदन/ज्ञापन दिए लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। इसी के विरोध में बारिस से पहले आनंदपुर में अर्थी निकाल कर उसका मुख्य बाजार में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। यह कहना है सामाजिक संगठन जन चेतना मंच के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह पाटीदार का उन्होंने आगे बताया कि संगठन के माध्यम से कई बार आवेदन ज्ञापन दिए गए की आनंदपुर में आरोन रोड पर एक सुव्यवस्थित तरीके से मुक्तिधाम का नव निर्माण कराया जाए, लेकिन ग्राम पंचायत सहित कोई भी जिम्मेदार अधिकारी बार बार कहने पर भी नहीं सुन रहा। बरसात के दिनों में ग्रामीण जनों को मृत देह के अंतिम संस्कार करने के लिए बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं।
गौरतलब है कि 21 नवंबर 2023 को तहसीलदार हेमंत अग्रवाल ने सरपंच पुत्र राधावल्लभ शर्मा से कहा था जिस जगह पर ग्रामवासी अंतिम संस्कार करते हैं आप उस रास्ते पर ग्रामीण जनों को निकलने के लिए 5- 6 ट्रॉली मुरूम डलवा कर रास्ता सही करवा दें, लेकिन 6 माह पूरे होने के बाद भी ग्राम पंचायत ना तो मुरूम डलवाकर रास्ता सही किया और ना ही प्रशासन ने अभी तक मुक्ति धाम का निर्माण करवाया। और अभी 2 महीने बाद बारिश शुरू हो जाएगी तो ऐसे में ग्राम वासियों को और भी अधिक मुसीबतें झेलनी पर सकती हैं।
ग्राम के समाजसेवी लालाराम अहिरवार ने कहा है कि कई बार ग्राम वासियों के साथ मिलकर शासन प्रशासन के आला अधिकारियों को आवेदन ज्ञापन देकर अवगत कराया जा चुका है कि आनंदपुर में आरोन रोड पर जिस जगह अभी मृत्य देह का अंतिम संस्कार किया जाता है उस जगह पर हम जन्म से ही देखते आ रहे हैं कि इसी जगह पर अंतिम संस्कार किया जाता है और यह जगह पर कुछ अतिक्रमण ने कब्जा कर दवा ली है लेकिन शासन प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी ना तो अभी तक इस जगह को अतिक्रमण मुक्त करा पाए और ना ही शमशान घाट का निर्माण कराया। अब तो एक ही रास्ता बचा है बरसात के समय में यदि किसी के घर में कोई अनहोनी हो गई तो बीच सड़क पर ही शव को रखकर अंतिम संस्कार किया जाएगा यही एकमात्र रास्ता बचा है।
आनंदपुर में आरोन रोड बाली इसी जगह पर सदियों से मृत्यु व्यक्तियों का अंतिम संस्कार किया जाता है यहां पर अभी तक कोई भी श्मशान घाट का निर्माण हुआ जबकि यहां तीन चार बीघा जमीन सरकारी है जो कि अतिक्रमण की चपेट में है बरसात के समय में तो यहां पर बहुत ही ज्यादा मुसीबत का सामना करना।
इस संबंध में सरपंच पुत्र राधावल्लभ शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत ने जनपद पंचायत लटेरी में श्मशान घाट के नाम से भूमि आवंटित कराने के लिए आवेदन दे चुकी है जनपद पंचायत चाहे तो 1 मिनट में भूमि आवंटित कर सकती है लेकिन अभी तक ना तो भूमि आवंटित की और ना ही उस जगह से अतिक्रमण हटाया।
जिस जगह पर ग्रामवासी मृत्य देह का अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं वह जगह अभी शमशान घाट के नाम से स्वीकृत नहीं है। पंचायत की अधिकार क्षेत्र में है मैनें सरपंच साहब से बोला भी था कि उस जमीन को पार्टिकुलर शमशान घाट या मुक्तिधाम के नाम से आवंटित करा ले और मैं सरपंच साहब से बात करता हूं। तहसीलदार हेमंत अग्रवाल लटेरी