भोपाल डेस्क :
मध्यप्रदेश में किसान सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं। इसके समर्थन में कांग्रेस भी आंदोलन कर रही है और किसान न्याय यात्रा में इसी मुद्दे को भुना रही है। किसानों का यह केस बीजेपी सरकार के लिए परेशानी का सबब साबित हो रहा है। इसी गहमागहमी के बीच शुक्रवार को मध्यप्रदेश के कृषि विभाग का एक पत्र वायरल हो गया जिसमें सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 5789 रुपए प्रति क्विंटल किए जाने का जिक्र है। हालांकि सरकार ने तुरंत इस पत्र को फर्जी बताते हुए भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। फर्जी पत्र में दाम में करीब 900 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ौत्तरी की गई है।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग सचिव एम. सेल्वेंद्रन ने बताया है कि सोशल मीडिया पर वर्ष 2024 -25 के लिए सोयाबीन की एमएसपी बढ़ाने संबंधी फर्जी पत्र वायरल हो रहा है।
एमएसपी बढ़ाने संबंधी पत्र को प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के सचिव एम. सेल्वेंद्रन ने फर्जी बताया। उन्होंने कहा कि भ्रामक समाचार फैलाने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करेंगे।
कृषि सचिव एम. सेल्वेंद्रन के अनुसार सोशल मीडिया पर वर्ष 2024 -25 के लिए सोयाबीन की एमएसपी बढ़ाने संबंधी फर्जी पत्र वायरल हो रहा है। फर्जी पत्र में प्रमुख सचिव, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के प्रमुख सचिव एस. सेल्वेंद्र के हस्ताक्षर से वर्ष 2024 -24 विपणन खरीफ फसल सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 5789 रुपए प्रति क्विंटल करने का जिक्र है, जोकि पूर्णतः फर्जी और भ्रामक है।
कृषि सचिव सेल्वेंद्रन ने यह भी कहा कि फर्जी पत्र को वायरल करनेवालों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे। सोयाबीन की एमएसपी पर भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है।