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महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की भाजपा सरकार को कड़ी चेतावनी , हमलावर मत बनो, कश्मीर के लोगों को उन्हें खदेड़ना आता है

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कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की भाजपा सरकार को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि जब तक कश्मीर के मसले का हल नहीं हो जाता है, तब तक केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में कितनी भी सेना तैनात कर ले, यहां कुछ नहीं बदलने वाला।

महबूबा ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा- सरकार को हमलावरों की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए, क्योंकि कश्मीर के लोगों को उन्हें खदेड़ना आता है। उन्होंने कहा, ‘मैं भाजपा को यह बताना चाहती हूं कि जब पाकिस्तान से हमलावर आए थे, तब यहां भारतीय सेना नहीं पहुंच पाई थी। बावजूद लोगों ने हमलावरों काे खदेड़ दिया था। इसलिए हमलावर मत बनिए, कश्मीरी लोग जानते हैं कि उन्हें कैसे भगाना है।’

रविवार को पार्टी के यूथ कन्वेंशन में भाषण देते हुए महबूबा ने यह भी कहा कि कश्मीर भारत से संविधान के जरिए जुड़ा है, लेकिन BJP ने संविधान को ही खत्म कर दिया है। भारत भाजपा का नहीं है। हम कश्मीर को भाजपा का भारत नहीं बनने देंगे।

पंचायत चुनाव करवाने पर सरकार को खरी-खोटी सुनाई
महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद यहां पंचायत चुनाव कराने पर भी केंद्र सरकार को खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि अगर ये चुनाव इतने ही अच्छे हैं, तो केंद्र की टॉप लीडरशिप इन चुनावों में क्यों नहीं खड़ी होती?

महबूबा ने कहा, ‘हमने आपके साथ संविधान का नाता जोड़ा था, जिसे आपने खत्म कर दिया है। आपने हमारी इज्जत के साथ खिलवाड़ किया। ये काम नहीं करेगा। अगर आप सारी दुनिया से ये कह सकते हैं कि आपने जम्मू-कश्मीर की विधानसभा और संविधान को हटा दिया, लेकिन पंचायत चुनाव कराए हैं, तो आपको केंद्र सरकार के अपने शीर्ष पदों से इस्तीफा देकर पंचायत चुनाव ही लड़ने चाहिए।’

मैं गांधी और नेहरू के सपनों के भारत की बात करती हूं
महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के सपनों के भारत का जिक्र करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह उस भारत की बात करती हैं जिसकी तलाश राहुल गांधी कर रहे हैं।

महबूबा बोलीं, ‘कश्मीरी लोग पूछते हैं कि मैंने किस देश के साथ कश्मीर का विलय किया और क्यों? मैं बताना चाहती हूं कि जब हिंदू और मुस्लिम धर्म के नाम पर लड़ रहे थे, तो कश्मीर अकेली जगह थी, जहां बहुसंख्यक मुस्लिम समुदाय ने कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं-सिखों की जान बचाई थी। मैं आज के भारत की बात नहीं कर रही हूं, बल्कि उस भारत की बात कर रही हूं जिसे महात्मा गांधी के पोते तुषार गांधी और जवाहरलाल नेहरू के पोते राहुल गांधी ढूंढ रहे हैं। मैं उस भारत की बात करती हूं जिसे महात्मा गांधी और नेहरू ने मिलकर बनाया था।’

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