मध्यप्रदेश में आदिवासी संगठनों के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में ”आप”: पिछले चुनावों में करीब से हारे नेताओं पर आम आदमी पार्टी लगा सकती है दांव, सर्वे शुरु
भोपाल डेस्क :
दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) एमपी के विधानसभा चुनाव की तैयारी में तेजी से जुट गई है। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की टीम एमपी में डेरा डाले हुए है। आम आदमी पार्टी (आप) बडे़ राजनैतिक दलों के बजाए आदिवासी संगठनों के साथ गठबंधन करके चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। इसके तहत आम आदमी पार्टी ने आदिवासी संगठनों से सीटों की जानकारी मांगी है।
25 से 30 सीटों पर हो सकता है समझौता
आम आदमी पार्टी ने आदिवासियों के चर्चित संगठन जयस के दोनों धड़ों के नेताओं से चर्चा की है। इसके अलावा आप पार्टी की गौड़वाना गणतंत्र पार्टी, भारतीय गौंडवाना पार्टी के नेताओं से भी चर्चा हुई है। आम आदमी पार्टी ने आदिवासी संगठनों ने उनके प्रभाव वाली सीटों की जानकारी मांगी है। आप के एक पदाधिकारी ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्रों में आदिवासियों के अलग- अलग संगठन प्रभावशाली हैं। ऐसे में जिस संगठन का जहां प्रभाव है वहां उनके साथ गठबंधन करके उम्मीदवार उतारे जाएंगे।
तीन चुनावों की स्टड़ी करा रहे केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल की टीम मप्र में हुए तीन विधानसभा चुनाव, नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों का एनालिसिस कर रही है। विधानसभा चुनावों में दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे उम्मीदवारों की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। किस सीट पर कौन से दल का उम्मीदवार किस स्थान पर था। अब उस उम्मीदवार को पुराने दल से टिकट मिलने और चुनाव लड़ने की कितनी संभावनाएं हैं। हारे हुए उम्मीदवार की छवि को लेकर भी गोपनीय रिपोर्ट तैयार हो रही है।
उम्मीदवारों के लिए सर्वे
जिला पंचायत अध्यक्षों, जनपद पंचायत अध्यक्षों, नगरीय निकायों के अध्यक्षों के चुनाव लड़ने की संभावनाओं को लेकर भी आप पार्टी सर्वे करा रही है। जिला पंचायत के चुनाव में बडे़ अंतर से जीतने वाले सदस्यों और जिला पंचायत सदस्य का चुनाव करीब से हारे नेताओं को लेकर भी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस एनालिसिस के बाद जीते, हारे उम्मीदवारों और नेताओं की पारिवारिक राजनैतिक पृष्ठभूमि, शैक्षणिक योग्यता की जानकारी भी तैयार की जा रही है। हर व्यक्ति की रिपोर्ट में यह भी देखा जा रहा है कि उस पर करप्शन या क्राइम का रिकॉर्ड तो नहीं हैं। सूत्रों की मानें तो कई नगर पालिका अध्यक्ष, जिला पंचायत और जनपद पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्यों को आम आदमी पार्टी चुनाव के मैदान में उतार सकती है।
कास्ट पॉलिटिक्स के बजाए दिल्ली-पंजाब सरकार के काम बताकर मप्र में उतरेगी आप
मप्र में इन दिनों बढ़ती कास्ट पॉलिटिक्स और जातिगत सम्मेलनों को देखते हुए आम आदमी पार्टी दिल्ली की केजरीवाल सरकार और पंजाब की मान सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं को मप्र की जनता के सामने रखकर चुनाव लडे़गी। इसमें मुख्य रूप से दिल्ली का एजुकेशन मॉडल, मुहल्ला क्लीनिक, करप्शन पर एक्शन, महिलाओं के लिए फ्री बस सर्विस, बिजली बिल में राहत देने जैसी योजनाओं की जानकारी देते हुए चुनाव में काम को मुद्दा बनाएगी।
25 जून को ग्वालियर में केजरीवाल-भगवंत मान की बड़ी रैली
25 जून को ग्वालियर में आम आदमी पार्टी बड़ा शक्ति प्रदर्शन कर चुनाव का आगाज करने जा रही है। ग्वालियर में होने वाली इस रैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे। प्रदेश भर से इस आयोजन में प्रदेश भर से करीब एक लाख लोगों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। ग्वालियर के बाद मप्र के अलग-अलग हिस्सों में केजरीवाल और भगवंत मान की चुनावी सभाएं होंगी। ऐसे तय होंगे टिकट
आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से आवेदन बुलाएगी। हर एक विधानसभा से सभी दावेदारों के आवेदन और बायोडाटा मिलने के बाद उन्हें आप की सेंट्रल कमेटी सर्वे टीमों को भेजेगी। विधानसभा वार दावेदारों के नामों का पब्लिक के बीच सर्वे कराया जाएगा। टिकट वितरण होने तक आप पार्टी करीब चार सर्वे कराएगी। जिन नेताओं की फील्ड में मजबूत पकड़ और अच्छी छवि होगी उन्हें टिकट दिया जाएगा।
बीजेपी और कांग्रेस में नेताओं की नाराजगी पर भी नजर
आप के वरिष्ठ नेता के मुताबिक पार्टी इस चुनाव में इस बात पर भी फोकस कर रही है जिसमें कांग्रेस और बीजेपी में काम कर रहे पुराने नेता अपनी ही पार्टी में उपेक्षा के शिकार हैं और चुनाव में बगावत के मूड़ में हैं। ऐसे कार्यकर्ताओं की बूथ से लेकर विधानसभा स्तर तक की लिस्ट भी आप पार्टी बनवा रही है।
25 जून के बाद माइक्रो मैनेजमेंट कैम्पेन होगा शुरू
मप्र में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और आप विधायक बीएस जून ने दैनिक भास्कर से कहा कि आम आदमी पार्टी प्रदेश भर की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सर्किल लेवल तक संगठन बना लिया है। इसके बाद अब गांव-गांव और बूथ लेवल तक संगठन का विस्तार किया जा रहा है। 25 जून के पहले संगठन का ये काम पूरा हो जाएगा। 25 जून को ग्वालियर में बड़ी रैली होगी उसके बाद पार्टी के सीनियर नेता माइक्रो मैनेजमेंट कैम्पेन शुरु करेंगे। छोटे- छोटे स्थानों पर जाकर हर क्षेत्र, गांव में जनता तक पहुंचकर आम आदमी पार्टी की नीतियों के बारे में बताएंगे।
भृष्ट अफसरों और माफियाओं की बन रही लिस्ट
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी बीएस जून कहते हैं कि मप्र में भृष्ट अफसर और हर कोने में बैठे माफिया का हमारे पास डाटा है। अगर आम आदमी पार्टी की सरकार आती है तो उन सबके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे। मप्र में जितना भी माफिया है उनपर कंट्रोल करके आम आदमी के फेवर की स्कीम लागू की जाएंगी।