भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ‘आडवाणीजी के अपमान में BJP ने कोई कमी नहीं छोड़ी’: सिंधी समाज के अधिवेशन में बोले कमलनाथ; कहा-प्रदेश के मतदाता बिकाऊ नहीं

भोपाल डेस्क :
भोपाल के संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में शनिवार को सिंधी समाज का प्रांतीय अधिवेशन हुआ। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज की सहयोग की भावना अनूठी है। यह समाज अपने भाई-बंधुओं की मदद करने में आगे रहता है। यही कारण है कि आप सड़क पर कहीं भी चले जाइए, सिंधी समाज का कोई मजदूर आपको नहीं मिलेगा। बीजेपी ने अगर किसी समाज को सबसे ज्यादा धोखा दिया है तो वह सिंधी समाज को दिया है। आडवाणी जी के अपमान में बीजेपी ने कोई कमी नहीं छोड़ी है।
मप्र कांग्रेस राज्य स्तरीय सिंधी कल्याण समिति के तत्वाधान में यह अधिवेशन हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं साल 2008 में सिंधी समाज की एक शादी में गया था। मैंने वहां कहा कि अगले साल चुनाव है और आपको कांग्रेस का साथ देना है तो बहुत से लोगों ने मना कर दिया। कहा कि हम आडवाणी जी के साथ हैं। आज आप सबके सामने हैं कि आडवाणी जी कहां हैं? भाजपा ने आडवाणी जी के अपमान में कोई कमी नहीं छोड़ी। अब मप्र में चार माह बाद चुनाव हैं और मुझे पता है कि आप सभी अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए बदलाव का फैसला ले चुके हैं, क्योंकि मप्र का मतदाता बिकाऊ नहीं है, वह अपना सम्मान करना जान गया है।
आने वाला चुनाव प्रदेश के भविष्य का चुनाव
कमलनाथ ने कहा कि आने वाला चुनाव मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है। आपका समाज विद्वान और बुद्धिजीवी समाज है और आपको आज यह तय करना है कि मध्य प्रदेश का भविष्य कैसे सुरक्षित रखना है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 2018 में जब हमारी सरकार आई तो उससे पहले 15 साल भाजपा की सरकार रही थी, ऐसे कई अधिकारी थे, जिन्होंने कांग्रेस की सरकार कभी देखी ही नहीं थी, तो हमारे सामने अधिकारियों का रवैया बदलने की चुनौती सबसे बड़ी थी। मैंने कहा किसानों की कर्ज माफी करना है उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन हमने करके दिखाया। मंदसौर, नीमच में अतिवृष्टि हुई मैंने खुद जाकर सर्वे किया। अधिकारियों से कहा कि इन्हें मुआवजा दो तो मुझे बताया गया कि तहसीलदार सर्वे करेगा। मैंने कहा कि सर्वे मैं करके आया हूं। 7 दिन में मुआवजा मिलना चाहिए, नहीं तो तुम्हारे दफ्तर में ताला लगा दूंगा। 7 दिन में ही मंदसौर-नीमच के किसानों को मुआवजा दिया गया था।
गाने-बजाने से प्रदेश नहीं चलता
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह जी मेरे पड़ोसी हैं। उनके घर से बैंडबाजे और गाने बजाने की आवाज आती रहती है। बैंड-बाजा और गाना बजाना मनोरंजन के लिए जरूरी है, लेकिन प्रदेश गाने-बजाने और केवल मुंह चलाने से नहीं चलता। मुंह चलाने और प्रदेश चलाने में बहुत अंतर होता है। हर गांव में विविधता है लेकिन भाईचारा भी है, हम सब एक रहेंगे तो एकता की आवाज बहुत ऊंची है। उन्होंने कहा कि आज जब चुनाव सामने आ गए हैं और शिवराजसिंह जी को सामने हार दिख रही है तो वह जनता को तरह-तरह के लालच दे रहे हैं। आदिवासी भाईयों को जूता और बहनों को चप्पल पहना रहे हैं। मैं तो कहता हूं उनसे जूते-चप्पल ले लेना और सही जगह पर उनका ढंग से उपयोग भी करना, लेकिन आप सच्चाई का साथ दीजिए और यदि आप सच्चाई का साथ देंगे तो आप आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे। आपके सामने चुनौती है। आप प्रदेश को किस पटरी पर ले जाना चाहते हैं।
अधिवेशन में ये रहे मौजूद
प्रांतीय अधिवेशन में नरेश ज्ञानचंदानी, मप्र कांग्रेस के उपाध्यक्ष और समस्त प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया, मप्र कांग्रेस राज्य स्तरीय सिंधि कल्याण समिति के संयोजक दिनेश मेघानी, संरक्षक ईश्वर झमनानी, सिंधी सेंट्रल पंचायत अध्यक्ष भगवानदेव ईसरानी, उप संयोजक महेश गुलवानी और मुकेश सचदेव, नरेश ज्ञानचंदानी, मनोज राजानी, त्रिलोक दीपानी, कन्हैयालाल पोहानी, सेवादल अध्यक्ष योगेश यादव, अरुण रोचवानी, आनंद सबधाणी, धर्मदास मिहानी, साबूमल रीझवानी, माधू चांदवानी, घनश्याम लालवानी आदि भी मौजूद थे।