भोपाल

एससी-एसटी मेगा बिजनेस कॉन्क्लेव एंड एक्सपो में चार सत्रों में देशभर से आये ख्यात उद्यमियों ने अपनी सफलता के अनुभव साझा किये

भोपाल डेस्क :

प्रदेश के वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने महर्षि वाल्मीकि, भगवान बिरसा मुण्डा, बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर दलित इंडियन चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (DICCI) के मेगा एससी-एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव एंड एक्सपो के प्रथम सत्र का शुभारंभ किया। मध्यप्रदेश शासन के सहयोग से रवीन्द्र भवन में डिक्की द्वारा एससी-एसटी मेगा बिजनेस कॉन्क्लेव एंड एक्सपो में चार सत्रों में देशभर से आये ख्यात उद्यमियों ने अपनी सफलता के अनुभव साझा किये।

इस मौके पर मंत्री सखलेचा ने कहा है कि अजा-अजजा समाज ने शिक्षा से आज यह मुकाम पाया है। संयुक्त रूप से सब के सहयोग से आगे बढ़ने के लिए प्रयास किए जाएँ। हर योजना में सरकार सभी को आगे बढ़ने का मौका दे रही है। गाँवों में बहुत से लोगों के पास क्षमता है। हर जिले में युवाओं को ट्रेनिंग देने और उनकी क्षमताएँ बढ़ाने की जरूरत है।

मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि एससी-एसटी समुदाय के युवा, मन से उद्यमिता के लिए प्रयास करें। हर व्यक्ति में असीम संभावनाएँ होती हैं। महत्वाकांक्षा रखिये और दृढ़-निश्चय से सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों और लॉजिस्टिक की कोई कमी नहीं है। राज्य सरकार योजनाओं और इज ऑफ डूइंग नीति के तहत युवाओं को उद्योग स्थापित करने के लिये प्रेरित कर रही है। कॉन्क्लेव में सफल उद्यमियों द्वारा दी गई सीख अपने साथ ले जाएँ।

अपर मुख्य सचिव पशुपालन जे.एन. कंसोटिया ने कहा कि आजादी के बाद एससी-एसटी वर्ग में साक्षरता कम थी, लेकिन धीरे-धीरे साक्षरता का प्रतिशत बढ़ा एवं जागरूकता बढ़ने से कई युवा उद्यमिता के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रमुख सचिव उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन संजय शुक्ला ने कहा कि डिक्की के तहसील स्तर पर क्लस्टर बनाने की योजना का प्रारूप दें। हम तहसील स्तर से आत्म-निर्भर बन कर प्रदेश और राष्ट्र को आत्म-निर्भर बनाने में योगदान दें।

सचिव एमएसएमई पी. नरहरि ने कहा कि एमएसएमई उभरते सेक्टर प्रसंस्करण एग्रो, खिलौना निर्माण और फर्नीचर के क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने में सहयोग करता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने खिलौना और फर्नीचर में आत्म-निर्भरता के लिये पॉलिसी बनाई है। अजा-अजजा वर्ग के युवा को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में राज्य सरकार सतत प्रयत्नशील है। सरकार ने अनुसूचित जाति जनजाति के लिए उद्योग स्थापित करने के उद्देश्य से योजना में विशेष प्रावधान किये हैं।

पद्मश्री रवि कुमार नर्रा नेशनल प्रेसिडेंट डिक्की ने कहा कि केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार ने शासकीय योजनाओं में विशेष प्रावधान कर अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग को मुख्य धारा में लाने के लिये सतत प्रयासरत है। आज इस समाज में उद्यमिता की सोच की कमी है। उनके सभी प्रश्नों के उत्तर देने के लिए डिक्की ने यह कार्यक्रम आयोजित किया है। इस समाज को मार्गदर्शन की जरूरत है और यह काम डिक्की कर रही है।

फाउंडर चैयरमेन डिक्की पद्मश्री मिलिंद कांबले कहा कि आज मुझे 2017 में हुए डिक्की के नेशनल प्रोग्राम की याद आ गई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए थे। 17 साल पहले 2005 से शुरू हुई हमारी यात्रा आज यहाँ तक पहुँची है।

अतिथियों ने एक्सपो का अवलोकन किया। प्रदेश के 25 जिलों में उद्यमियों द्वारा स्टाल लगा कर अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया गया और इसमें दूसरे 5 राज्य से भी उद्यमियों ने स्टाल लगा कर अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। डॉ. अनिल सिरवैया ने मेगा एससी-एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव में अतिथियों का स्वागत किया एवं कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।

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