वन विभाग की लापरवाही के चलते 23 वर्षीय युवक की करंट लगने से मौत: सुरक्षा श्रमिक से कराया था इलेक्ट्रिशियन का काम

लटेरी डेस्क :
वन विभाग लटेरी की लापरवाही के चलते एक युवक की मौत हो गई। मामला यह है कि 25 जनवरी गणतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा वन विभाग सुरक्षा श्रमिक बंटी बंजारा पुत्र भाव सिंह बंजारा उम्र 23 वर्ष जोकि लटेरी के रेंज ऑफिस में सुरक्षा का कार्य करता है उससे लाइट लगवाने का काम करवाया गया। जबकि उसका सुरक्षा व्यवस्था का कार्य है जिसके चलते उसे करंट लग गया। और वह बिल्डिंग की छत से नीचे गिर गया। इसके पश्चात उसे लटेरी हॉस्पिटल ले जाएगा जहां से उसे विदिशा रेफर कर दिया है वहां भी उसका सही तरीके से इलाज ना होने के चलते भोपाल 4 फरवरी को उसकी मृत्यु हो गई जिस पर परिवार सहित समाज के लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिला और लटेरी में शमशाबाद रोड पर वन विभाग के ऑफिस के सामने शव को रखकर चक्काजाम कर दिया।
चक्का जाम के दौरान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष यदुवीर सिंह बघेल, शाहरुख खान, बसंत कुशवाहा आदि ने शासन प्रशासन से दोषी अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग करते हुए कहा है कि मृतक युवक के परिवार जनों को उचित मुआवजा और घर में एक किसी भी व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए साथ ही जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता जागरूक लोग शांत नहीं बैठेंगे।

संस्थापक राष्ट्रीय आदिवासी जनक्रान्ति संघ सुनील कुमार आदिवासी ने सवाल किया है कि
लटेरी- वनविभाग की लापरवाही द्वारा सुरक्षा श्रमिक बंटी बंजारा पुत्र भाव सिंह बंजारा उम्र 23 बर्ष की रेंज ऑफिस में विजली कार्य करने के दौरान करंट लगने से मौत, जिम्मेदार कौन
लटेरी- दिनांक 25 जनवरी को बंटी बंजारा जोकि दक्षिण रेंज में सुरक्षा श्रमिक है, जिसका कार्य वन क्षेत्र में भ्रमण करना है, न की इलेक्ट्रिशियन का कार्य करना।
-25 जनवरी की रात दक्षिण रेंज वनविभाग के ऑफिस के ऊपर छत पर लाइट लगाने का कार्य कर रहा था तभी उसके बाएं हाथ मे करंट लगा और छत से नीचे गिर गया एवं 4 फरवरी को उपचार के दौरान भौपाल के चिरायु हॉस्पिटल में उसने दम तोड़ दिया।
बंटी बंजारा एक मात्र परिवार का सहारा था, जो अपने परिवार के साथ 5 माह के बेटे और पत्नी का भरण-पोषण करता था।
मैं मध्यप्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन से बंटी बंजारा के परिवार को आर्थिक सहायता राशि एवं पत्नी को शासकीय नोकरी व गैर-जिम्मेदार वनविभाग के दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग करता हूं।