मध्यप्रदेश

सीएम डॉ मोहन यादव के निर्देश- एमपी में खाद की कालाबाजारी रोकें: अब मंत्री और विधायक की मौजूदगी में होगा फसलों के नुकसान का आकलन

भोपाल डेस्क :

अतिवृष्टि, ओला, पाला और बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आकलन स्थानीय जनप्रतिनिधियों (मंत्री और विधायक) की मौजूदगी में राजस्व अमला करेगा। यह बात शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कही। सीएम हाउस में आयोजित बैठक में सोयाबीन की एमएसपी पर खरीदी और खाद की उपलब्धता की समीक्षा की गई।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद की उपलब्धता बनाए रखने के लिए राज्य सरकार कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी। सीएम ने सभी कलेक्टर और कमिश्नर को निर्देश दिए कि पुलिस की मदद से तुरंत चैकिंग शुरू की जाए।

एनपीके के इस्तेमाल में बढ़ोतरी : प्रदेश में खरीफ सीजन के लिए पर्याप्त खाद उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां जरूरत पड़े, वहां डीएपी के स्थान पर एनपीके और लिक्विड नैनो यूरिया का इस्तेमाल किया जाए।

प्रभारी मंत्री जिलों में खाद की उपलब्धता की समीक्षा करेंगे

  • साथ ही प्रभारी मंत्री अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में खाद की उपलब्धता की समीक्षा करेंगे, ताकि किसानों को परेशानी न हो।
  • जो भी उर्वरक की कालाबाजारी या अवैध भंडारण में लिप्त पाया जाए, उस पर सख्त कार्रवाई हो।
  • उर्वरक के अवैध परिवहन को रोकने के लिए हर जिले में इसकी सख्ती से निगरानी होगी।

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