कांग्रेस ने साढ़े चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर ढा़ई घंटे तक चली राजनीतिक मामलों की उच्च स्तरीय बैठक में विस्तृत चर्चा हुई। इसमें खासतौर पर चुनावी आगाज की कड़ी में कांग्रेस के बड़े नेताओं में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की प्रदेशभर में होने वाली सभाओं पर चर्चा हुई। प्रियंका गांधी 22 जुलाई को ग्वालियर में एक बड़ी आमसभा को संबोधित करने जा रही हैं।
राहुल की सभाएं प्रदेशभर में अगस्त के महीने से लगातार करवाए जाने पर चर्चा हुई। साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का फोकस 101 आदिवासी और अनुसूचित जाति बहुल जनसंख्या वाली सीटों पर होगा, खड़गे की सभाओं के जरिए इन जिलों को कवर किया जाएगा। कर्नाटक पैटर्न पर जनता के बीच में ग्राउंड जीरो तक मप्र में भाजपा के 18 सालों के भ्रष्टाचार को आम जनता तक पहुंचाया जाएगा। इसमें खासतौर पर महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर पार्टी का जोर होगा।
वेणुगोपाल ने बैठक में बताया राहुल का मैसेज
यह बैठक इसलिए भी खास रही कि इसमें कांग्रेस संगठन के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राहुल गांधी के मैसेज को कांग्रेस के बड़े नेताओं को बताया, जिसमें उन्होंने कहा कि मप्र में कंफर्ट मेजाेरिटी में कांग्रेस की सरकार बन रही है। इसलिए सभी चुनाव की तैयारियों में लग जाएं। कांग्रेस के तीनों बड़े नेताओं की सभाएं जिला और तहसील स्तर पर कराए जाने का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। बैठक के दौरान नाथ ने कहा कि प्रियंका गांधी ने जो पांच गारंटी सरकार बनने पर पूरा करने का जनता से कमिटमेंट किया है, उन्हें हर घर तक पहुंचाया जाए। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जेपी अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री व वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा, नेता प्रतिपक्ष डाॅ. गोविंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, सांसद विवेक तन्खा और समेत सभी सदस्य मौजूद थे।
हर एक बूथ को मजबूत करने की रणनीति
बैठक में कांग्रेस के संगठनात्मक 65 हजार बूथों को मजबूत बनाए जाने पर जोर। कांग्रेस अब तक के सबसे मजबूत संगठन के रूप में इस बार विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरेगी। सेक्टर और मंडलम की नियमित हो रही बैठकों और वहां से जो फीड बैक आ रहा है, उसके अनुसार जनता में चुनावों को लेकर उत्साह है।