भोपाल

अडानी पर पूछे, इसलिए संसद की सदस्यता रद्द की: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण भोपाल में बोले, CM शिवराज ने बताया OBC विरोधी

भोपाल डेस्क :

देशभर के 35 शहरों में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से कांग्रेस नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चौहान भोपाल पहुंचे। यहां उन्होंने पीसीसी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के खिलाफ नरेंद्र मोदी की सरकार ने जो भी कार्रवाई की है, लोकतंत्र में ऐसा उदाहरण नहीं मिलेगा। बीजेपी की सरकार, विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों भयभीत हैं? उन मुद्दों को कांग्रेस जनता के सामने रखने की कोशिश कर रही है। ये मुद्दा रुकने वाला नहीं हैं। ये 2024 के चुनाव का मुद्दा रहेगा।

पृथ्वीराज चव्हाण की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी के बयान को ओबीसी वर्ग का अपमान बताया। इस पर चव्हाण ने कहा- ये मुद्दे से भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। नीरव मोदी, ललित मोदी ओबीसी वर्ग से नहीं हैं।

अडानी पर पूछे, इसलिए संसद की सदस्यता रद्द की

चव्हाण ने कहा- राहुल गांधी की सदस्यता रद्द की गई है। उसका कारण है कि राहुल गांधी ने जो मोदी और अडानी के संबंधों के बारे में सवाल पूछे थे। 20 हजार करोड़ के हिसाब को लेकर सवाल पूछे थे। वो सब न पूछा जाए, इसलिए राहुल जी की सदस्यता रद्द की गई है, लेकिन हम सवाल पूछते रहेंगे।

उद्धव के बयान पर बोले- सब साथ हैं

उद्धव ठाकरे के बयान पर चव्हाण ने कहा- वो मुद्दा खत्म हो गया है। संसद में बैठक हो गई है। 2 अप्रैल को महाराष्ट्र में तीनों पार्टिंयों की जॉइंट मीटिंग है। ओबीसी का अपमान करने के आरोपों पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के बयान पर कहा- ये झूठ है। ये मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। नीरव मोदी, ललित मोदी क्या ओबीसी वर्ग के हैं? बीजेपी कुछ भी कर ले ये मुद्दा अब रुकने वाला नहीं हैं। हम जनता की अदालत में ये बातें बताते रहेंगे।

भारत जोड़ाे से घबराई भाजपा

चव्हाण ने कहा- राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा को जनता का समर्थन मिल रहा था। उनकी लोकप्रियता शिखर तक पहुंच रही थी, इस वजह से भाजपा ने यात्रा में रोड़ा अटकाने की कोशिश की लेकिन, जनसैलाब के सामने वह कुछ नहीं कर सके। ऐसे में भाजपा सहम गई थी। जब राहुल गांधी विदेश गए। वहां के विश्वविद्यालय में उन्होंने कुछ व्याख्यान दिया। तो यहां भाजपा में हलचल हुई। इस कहानी की शुरुआत 24 जनवरी 2023 को हुई थी, जब अमेरिका की फाइनेंस रिसर्च हिंडनबर्ग में अडाणी के खिलाफ 104 पेज की रिपोर्ट प्रकाशित की। रिपोर्ट में आरोप था कि अडाणी समूह धोखाधड़ी से अमीर हुआ है। गौतम अडाणी दुनिया का सबसे बड़ा धोखेबाज है। इशारा था कि इतनी जल्दी यह व्यक्ति सामान्य व्यापारी से दुनिया के दूसरे नंबर का रईस बन जाता है। उसको भारत सरकार के नेतृत्व का आशीर्वाद है।

हिंडनवर्ग की रिपोर्ट से अडाणी का फर्जीवाड़ा आया सामने

पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा- रिपोर्ट अमेरिकन कंपनी ने दी थी। उसके बाद लड़ाई में बुलाकर कहा- यह झूठ है। मैं हिंडनबर्ग रिसर्च के ऊपर मानहानि का केस दायर करूंगा। दुनिया की वित्तीय कंपनियां देख रही थीं कि आगे क्या होगा? हिंडनबर्ग ने कहा- अदालत में मानहानि का मुकदमा करिए, मैं तैयार हूं, लेकिन अडाणी की हिम्मत नहीं हुई। लोगों ने हिंडनबर्ग की रिसर्च पर विश्वास किया। दुनिया के इतिहास में इतने कम समय में 140 बिलियन डॉलर्स का घाटा किसी कंपनी को नहीं हुआ होगा।

उसके बाद संसद का अधिवेशन शुरू हुआ। 7 फरवरी 2023 को कांग्रेस के सांसद और नेता राहुल गांधी ने संसद में कुछ बातें कहीं। पहले जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो अडाणी के जहाज में घूमते थे। जब प्रधानमंत्री बने, तब आधिकारिक विदेशी दौरों के दौरान अडाणी साथ में सरकारी विमान से जाते थे। जैसे ही यात्रा पूरी होती। अडाणी ग्रुप को उस देश से बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता था।

संसद सदस्यता और बंगला खाली करने के नोटिस जल्दीबाजी में दिए

चव्हाण ने कहा कि बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में क्या भाषण दिया। उसके बाद बातें शुरू कर दी गईं। उनका स्पष्टीकरण देने के लिए लोकसभा स्पीकर से समय मांगा, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया। लोकसभा में जब बोलने की कोशिश की, तो सत्तापक्ष की ओर से व्यवधान पैदा किया गया। राहुल जी की सदस्यता रद्द करने की मांग उठाई गई, लेकिन उसमें दम नहीं था। बाद में भारत जोडो यात्रा में महिलाओं की पीड़ा को लेकर राहुल गांधी ने जो भाषण दिया था, उसे लेकर माहौल बनाया गया।

फिर कर्नाटक में 2019 की सभा में राहुल गांधी के भाषण में देश की संपत्ति लूटने, बैंकों का पैसा लेकर भागने वालों का मामला उठाते हुए 13 अप्रैल 2019 को कुछ बातें कही थीं। इसके बाद कई अदालतों में बीजेपी के लोगों ने कोर्ट में मामला दायर किया। उसमें एक मामला गुजरात के सूरत में भी चल रहा था। सूरत कोर्ट के फैसले के बाद 30 दिनों का समय अपील के लिए मिला था लेकिन अगले ही दिन लोकसभा स्पीकर ने सदस्यता रद्द कर दी। उसके अगले दिन बंगला खाली करने का नोटिस दे दिया। राहुल जी ने इसके बाद फिर पूछा कि अडाणी समूह की 35 बेनामी कंपनियों में 20 हजार करोड रूपए कहां से आए। इन बेनामी कंपनियों को गौतम अडाणी के भाई चलाते हैं।

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