मध्यप्रदेश

MP में 55 पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शुरू, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर वेद-पुराण तक पढ़ेंगे स्टूडेंट्स: IIT-IIM की तर्ज पर होंगे डेवलप

भोपाल डेस्क :

मध्यप्रदेश के कॉलेजों में स्टूडेंट्स अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लेकर वेद पुराण तक की शिक्षा हासिल कर सकेंगे। रविवार से प्रदेश में 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शुरू किए जा रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इंदौर के श्री अटल बिहारी वाजपेयी आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज से इसका शुभारंभ करेंगे।

यहां रोजगार देने वाले विषय लॉजिस्टिक, हवाई जहाज से संबंधित कोर्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मार्केटिंग को पढ़ाने पर फोकस रहेगा। साथ ही, युवा पीढ़ी को वेद, उपनिषद, पुराण भी पढ़ने को मिलेंगे।

यही नहीं, प्रदेश के पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस को आईआईटी-आईआईएम की तर्ज पर डेवलप किया जाएगा। विद्यार्थी एक रुपए रोज के किराये पर बस से रोज कॉलेज आ-जा सकेंगे।

इन कॉलेजों में सेक्टर स्किल काउंसिल के सहयोग से 8 स्किल बेस्ड ग्रेजुएशन कोर्स शुरू होंगे। ऐसे में हम आपको बताएंगे कि आज से शुरू हो रहे कॉलेजों में क्या खास रहेगा।

आईआईटी से होगा एमओयू, 2 सर्टिफिकेट कोर्स चलेंगे

सभी कॉलेज में एनसीटीई से परमिशन मिलने पर बीएड पाठ्यक्रम शुरू होगा। वहीं, आईआईटी दिल्ली से एमओयू के आधार पर सभी कॉलेज में दो सर्टिफिकेट कोर्स (90 घंटे के ऑनलाइन) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फिनटेक विद एआई संचालित किए जाएंगे।

हर कॉलेज को 40 लाख दिए, 336 करोड़ होंगे खर्च

पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में अधोसंरचना विकास, भवन विस्तार, लैब उपकरण, लाइब्रेरी, खेल सुविधा, फर्नीचर के लिए 336 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस को 40 लाख रुपए प्रति महाविद्यालय देकर कैंपस डेवलपमेंट करने की मंजूरी दी गई है। इससे पुताई, मरम्मत, एंट्री गेट पर साइनेज और गार्डन की हरियाली का कार्य किया जाएगा।

कृषि और पर्यटन के पाठ्यक्रम भी शुरू होंगे

सभी पीएम श्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में उच्च शिक्षा विभाग राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर रोजगार परक पाठ्यक्रम शुरू करेंगे। इसमें कृषि और पर्यटन से संबंधित पाठ्यक्रम भी शामिल हैं। बीएससी कृषि (एग्रीकल्चर) कोर्स शुरू होंगे। प्रदेश में ड्रोन नीति निर्माण पर पढ़ाई कराई जाएगी।

कॉलेज कैंपस में विद्या वन विकसित होंगे

उच्च शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए हैं कि पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में पर्यावरण संरक्षण और सघन पौधरोपण के लिए विद्या वन विकसित किए जाएंगे। विद्या वन में प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधियों, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष व सदस्यों द्वार पौधे रोपे जाएंगे।

इसके लिए भूमि चिह्नित कर फ्लैक्स लगाने और पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड का इंतजाम करने को कहा है। यहां करंज, नीम, मौलश्री, पीपल, गुलर, इमली, महुआ और फलदार देसी प्रजाति के पौधे लगाने के निर्देश दिए हैं।

 

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